कभी काला कहकर तो कभी भौंहों का मजाक उड़ाकर राजकुमार राव को किया रिजेक्ट, कमाते थे महज 10 हजार रूपये
राजकुमार राव हिंदी सिनेमा के बेहतरीन अभिनेताओं में गिने जाते हैं। राजकुमार ने अपनी गजब की अदाकारी से दर्शकों को ख़ूब प्रभावित किया है। राजकुमार हर एक किरदार हर एक फिल्म से अपने चाहने वालों का दिल जीत लिया करते हैं। वे एक के बाद एक फ़िल्में कर रहे हैं और उनकी फ़िल्में फैंस को ख़ूब पसंद भी आती है।
राजकुमार आज जिस मुकाम पर है वहां पहुंचने का सपना आज का हर एक नया कलाकार देखता है। हालांकि राजकुमार की इस सफ़लता के पीछे उनकी कड़ी मेहनत और उनका संघर्ष रहा है। आज वे काफी लोकप्रिय है और एक लग्ज़री जीवन जीते हैं हालांकि कभी वे महज 10 हजार रूपये के लिए काम करते थे।
राजकुमार को शुरुआती दिनों में ठीक से काम भी नहीं मिलता था। फिल्मों में रोल पाने के लिए उन्हें जगह-जगह चक्कर काटने पड़ते थे। दर-दर की ठोकरें खानी पड़ी है। कई बार उन्हें उनके लुक्स के कारण काम नहीं दिया जाता था। हालांकि उन्होंने हार नहीं मानी और टिके रहे। इसी का नतीजा है कि वे आज के समय के लोकप्रिय और बेहतरीन कलाकारों में स्थान रखते हैं।
राजकुमार राव ने कई बार अपने संघर्ष पर साक्षात्कार में बात की है। एक बार फिर से उन्होंने हाल ही में अपने स्ट्रगल को याद किया है और बताया है कि उन्हें किस दर्द, तकलीफ से गुजरना पड़ा है। राजकुमार ने बताया है कि उन्हें कई बार रिजेक्शन का भी सामना करना पड़ा है।
राजकुमार के मुताबिक, कई बार उन्हें उनके रंग के कारण रिजेक्ट कर दिया गया। लोगों ने कहा कि वे काले है। इस वजह से उन्हें काम नहीं मिला। इतना ही नहीं राजकुमार को उनकी भौहों के कारण भी नकारा गया। उन्हें कहा जाता था कि उनकी भौहें बहुत ही ज्यादा बदसूरत हैं।
शुरुआती दिनों में राजकुमार ने कई विज्ञापनों में काम किया है। हालांकि वहां भी उन्हें ज्यादा अहमियत नहीं दी जाती थी। छोटा-मोटा काम करके तब राजकुमार एक महीने में 10 हजार रूपये बड़ी मुश्किल से कमाते थे। उनके मुताबिक कई बार उन्हें भूखे पेट भी सोना पड़ता था। क्योंकि हर दिन एक जैसा नहीं होता था।
राजकुमार ने आगे कहा कि, ”उन दिनों मैं दोस्तों के साथ खाना शेयर किया करता था। मैं हर वक्त ऑडिशन के लिए इधर-उधर भटकता रहता था। मेरे पास कोई प्लान बी नहीं था। मैं ढेरों असिस्टेंट डायरेक्टर्स और कास्टिंग डायरेक्टर्स से मुलाकात करता था।
ऑडिशन लेने वाले लोग मुझे छोटे-मोटे रोल दे देते थे और मैं उन्हें बड़े रोल के लिए मनाने की कोशिश करता था, लेकिन कोई मानता नहीं था। फिर भी मुझे भरोसा था कि कोई न कोई मेरा टैलेंट जरूर परखेगा।”
अभिनेता आगे कहते हैं कि, ”मुझे आज भी याद है कि किस तरह मैं अतुल मोंगिया से लगातार पूछता रहा था, जब तक कि उन्होंने मुझे ‘लव सेक्स और धोखा’ के ऑडिशन के लिए बुला नहीं लिया। मैंने 3-4 टेस्ट दिए। एक हफ्ता निकल गया, लेकिन कोई जवाब नहीं आया और फिर वो दिन भी आया, जब मेरे अब तक किए हुए स्ट्रगल का नतीजा मुझे मिला”।
राजकुमार के मुताबिक, ”मैं घर पर अकेला था, जब मुझे मेरी जिंदगी का सबसे अहम फोन आया। वो शब्द थे- ‘हो गया है। यू गॉट द फिल्म।’ मैं अपने घुटनों पर गिर गया। सबसे पहले मम्मी को फोन किया। फिल्म रिलीज हुई और मुझे बहुत प्यार मिला”।