पिता-भाई की तरह सफल नहीं होने पर छलका बॉबी देओल का दर्द, कहा- सब कहते थे सुपरस्टार बनेगा, लेकिन..’
हिंदी सिनेमा के जाने-माने अभिनेता बॉबी देओल को अपने पिता धर्मेंद्र और बड़े भाई सनी देओल की तरह लोकप्रियता और सफ़लता नहीं मिल पाई है. इस बात का बॉबी को भी मलाल रहता है और इस पर उनका दर्द भी छलका है. अभिनेता ने एक बार सफ़लता न मिलने पर बात की थी.
साल 1995 में हिंदी सिनेमा में सनी देओल ने अपने कदम रखे थे. तब तक उनके बड़े भाई सनी देओल फिल्म इंडस्ट्री में अपनी अच्छी ख़ासी पहचान बना चुके थे और उनके पिता धर्मेंद्र तब सुपरस्टार थे. धर्मेंद्र को तब तक हिंदी सिनेमा में 35 साल पूरे हो चुके थे. बॉबी देओल से भी फैंस को यही उम्मीद थी कि वे भी अपने पिता और भाई की तरह नाम कमाएंगे हालांकि ऐसा हो नहीं हो सका.
बॉबी पिता और भाई की तरह लोगों के दिलों पर अपनी छाप नहीं छोड़ सके. हालांकि बॉबी ने फ़िल्मी दुनिया में काम करना बंद नहीं किया. बीच में जरूर वे कुछ समय तक फ़िल्मी दुनिया से दूर रहे थे हालांकि उन्होंने वापसी की थी. अब भी बॉबी फिल्मों और वेब सीरीज में सक्रिय है.
बॉबी देओल में हमेशा से ही स्टारकिड्स चर्चा में रहे हैं. जब भी फिल्मों ने स्टारकिड्स डेब्यू करते है तो उनकी काफी चर्चा होती है और उनसे दर्शकों को काफी उम्मीदें भी होती है हालांकि हर कोई सफल नहीं हो पाता है. ऐसा ही कुछ बॉबी देओल के साथ भी हुआ है.
बॉबी के लुक्स की भी उस समय काफी तारीफें हुई. यह बात बॉबी ने खुद भी स्वीकार की थी. उन्होंने कहा था कि मेरे बारे में लोग कहा करते थे कि यह बहुत अच्छा दिखता है और सुपरस्टार बनेगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ. अभिनेता ने खुद इस पर अपने एक साक्षात्कार में बात की थी.
एक साक्षात्कार के दौरान बॉबी से सवाल किया गया था कि, ‘उनके बेटे के लुक्स की चारों तरफ चर्चा है तो इस बारे में वह क्या सोचते हैं’. तो बॉबी ने कहा कि, ‘देखिए जब मैं आया था तब सब यही कहते थे यह बहुत गुड लुकिंग है, यह सुपरस्टार बनेगा. ठीक है. मैं रियलिटी जानता हूं चाहे आप कितने खूबसूरत हैं या बदसूरत हैं, अगर लोग आपको देखना चाहते हैं तो देखेंगे. भविष्य कोई देख नहीं सकता’.
बॉबी ने आगे कहा कि, ‘निश्चित रूप से यह उसका प्लस प्वॉइंट है. मुझे उस पर गर्व है लेकिन किसी की कोई गारंटी नहीं है इंडस्ट्री में. मैं चाहता हूं मेरे बच्चे पढ़ें. मेरा बेटा बिजनेस मैनेजमेंट कर रहा है. मैं चाहता हूं कि अपनी पढ़ाई को पूरी करे और अपनी समझ को बढ़ाए ताकि कभी वो इस करियर में आया भी और बात नहीं बनी तो कुछ और भी कर सकता है जिंदगी में.
यंगस्टर्स के लिए बहुत जरूरी है कि एक्टर बनने से वह अपनी पढ़ाई खत्म करें. मैं इसका उदाहरण हूं. मैं बुरे दौर से गुजरा हूं. एक स्टार का बेटा होने के बाद भी…क्योंकि यह आसान नहीं है’.
पहली ही फिल्म के लिए मिला फिल्मफेयर का बेस्ट मेल डेब्यू का अवॉर्ड…
बॉबी के फ़िल्मी करियर की शुरुआत बेहद शानदार हुई थी. उन्हें पहली ही फिल्म के लिए फिल्मफेयर के बेस्ट मेल डेब्यू के अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था. उनकी पहली फिल्म ‘बरसात’ थी जो कि साल 1995 में प्रदर्शित हुई थी. उनकी सफल फिल्मों में ‘सोल्जर’, ‘गुप्त’, ‘और प्यार हो गया’, ‘हमराज’ जैसी फ़िल्में शामिल है. हालांकि बॉबी एक बड़े स्टार नहीं बन सके.
बॉबी ने बड़े पर्दे पर फिल्म ‘रेस 3’ से वापसी की थी जो कि फ्लॉप रही थी. फिर बॉबी ने ओटीटी का दामन थाम लिया. उनकी वेब सीरीज ‘आश्रम’ की काफी तारीफ़ हुई थी. दर्शकों ने इसे खूब सराहा था. हाल ही में बॉबी की वेब सीरीज ‘लव हॉस्टल’ रिलीज हुई है. इसे मिला-जुला रिस्पॉन्स मिल रहा है.