किस टाइप की लड़की बनती है एक परफेक्ट वाइफ, रिश्ता तय करने से पहले जान लें
शादी एक ऐसा लड्डू है जिसे खाने में लोग बहुत डरते हैं। खासकर लड़कों के मन में ये सवाल जरूर मंडराता है कि उन्हें कैसी लड़की से शादी करनी चाहिए? लड़कियों को कैसा लड़का चाहिए ये उन्हें अच्छे से पता होता है, लेकिन लड़के सही लड़की चुनने में कन्फ्यूज रहते हैं। ऐसे में आज हम आपकी मदद कर रहे हैं।
ऐसी लड़की से करनी चाहिए शादी
1. आजकल की लड़कियों को घरेलू काम काज करना पसंद नहीं होता है। अब आप भले नौकर चाकर रख लें। लेकिन एक समय ऐसा जरूर आता है जब आपको घर के कुछ काम करने होते हैं। ऐसे में ऐसी लड़की चुने जो काम को लेकर आलसी न हो।
2. इज्जत एक ऐसी चीज होती है जिसे लोग पैसों से भी बढ़कर मानते हैं। इसलिए उसी लड़की को चुने जो घर के बड़े बूढ़ों समेत सभी की इज्जत करती हो। हालांकि इसके बदले आपको भी उसे वह मान सम्मान और इज्जत देनी होगी।
3. लड़की ऐसी होनी चाहिए जो घर और उसके खर्चे दोनों को अच्छे से मैनेज कर सके। ज्यादा खर्चा करने वाली या परिवार को साथ लेकर न चलने वाली लड़की शादी के लिए रिस्की हो सकती है।
4. लड़की में घमंड नहीं होना चाहिए। यह घमंड घर में लड़ाई झगड़े की वजह बनता है। इसलिए जमीन से जुड़ी और मिलनसार लड़की से शादी करें।
5. हमेशा उसी लड़की से शादी करें तो आपसे शादी करने को रेडी हो। मां-बाप के प्रेशर में मजबूरी में शादी करने वाली लड़कियों से दूर रहें। बाद में लाइफ बर्बाद हो सकती है।
6. लड़की ऐसी होना चाहिए जिसमें संघर्ष करने और दुख झेलने की ताकत हो। समय हमेशा अच्छा नहीं होता है। ऐसे में लड़की को मुसीबत के समय आपका साथ नहीं छोड़ना चाहिए।
7. सपने देखना अच्छी बात है। लेकिन ऐसा भी न हो कि इच्छाएं कभी खत्म ही न हो। या उन्हें पूरा करने के चक्कर में लड़की कुछ गलत न करें। इसलिए लड़की चुनते समय देख लें कि वह ज्यादा डिमांड करने वाली तो नहीं है।
8. घर की बहू घर की शान होती है। इसलिए लड़की का व्यवहार और बोलचाल भी चेक कर लें। अशब्द या कटु वचन बोलने वाली लड़कियों से रहे। मीठी वाणी वाली लड़कियों से शादी रचाएं।
9. लड़की में धीरज होना भी जरूरी है। यदि उसे बहुत गुस्सा आता है तो शायद वह ससुराल में एडजस्ट नहीं कर पाएगी। उसे हर चीज को धैर्य और प्यार से हैंडल करना आना चाहिए।
10. लड़की और आपके विचार आपस में मिलते हैं या नहीं ये भी देख लें। कई बार अलग विचार होने पर लोग एडजस्ट नहीं कर पाते हैं। हालांकि यदि दूसरों के विचारों के प्रति सम्मान हो तो एडजस्ट हो जाता है।