मोदी सरकार का दमदार फैसला, प्राइवेट मेडिकल कॉलेज के आधे सीटों पर सरकारी कॉलेज जितनी होगी फीस
रूस और यूक्रेन के बीच जंग जारी है। इस वजह से जो देश सबसे ज्यादा दिक्कत झेल रहे हैं, उनमें भारत भी एक है। इसकी वजह वहां फंसे हुए भारतीय छात्र हैं जिनको निकाला जा रहा है। फिर भी हजारों छात्रा यूक्रेन में जंग के बीच फंस गए हैं और जिन्दगी बचाने के लिए मोदी सरकार से गुहार लगा रहे हैं।
इनमें से ज्यादातर छात्र यूक्रेन में मेडिकल की पढ़ाई के लिए गए हुए हैं। यूक्रेन संकट के बीच ही मोदी सरकार ने दमदार फैसला ले लिया है। सरकार के इस फैसले का इंतजार लाखों छात्र कर रहे थे। इस फैसले के बाद कम से कम फीस की वजह से छात्रों को यूक्रेन के चक्कर तो नहीं लगाने होंगे। आइए जानें मोदी सरकार का फैसला क्या है।
ये है मोदी सरकार का फैसला
कुछ दिन पहले ही सरकार ने एक और बड़ा फैसला लिया है जिसका बड़ा लाभ गरीब और मध्यम वर्ग के बच्चों को मिलेगा।
हमने तय किया है कि प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों में आधी सीटों पर सरकारी मेडिकल कॉलेज के बराबर ही फीस लगेगी: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) March 7, 2022
मोदी सरकार ने मेडिकल की पढ़ाई करने वाले छात्रों के लिए बड़ा फैसला ले लिया है। इस फैसले की जमकर तारीफ भी की जा रही है। मोदी सरकार ने मेडिकल छात्रों को फीस को लेकर बड़ी राहत दे दी है। सरकार ने ऐलान किया है कि अब आधे प्राइवेट कॉलेजों में भी सरकारी कॉलेजों के बराबर ही फीस लगेगी। अब गरीब परिवार का बच्चा भी भारत में रहकर ही मेडिकल की पढ़ाई कर सकेगा और डॉक्टर बनकर देश की सेवा करेगा।
केन्द्र सरकार के फैसले के मुताबिक अब देश के प्राइवेट कॉलेजों की 50 फीसदी सीटों पर उतनी ही फीस ली जाएगी जितनी सरकारी मेडिकल कॉलेजों में ली जाती है।
इस फैसले से छात्रों और परिजनों को राहत मिलेगी जो डॉक्टर बनना चाहते हैं लेकिन करोड़ों की फीस नहीं भर सकते हैं। मोदी सरकार से इस फैसले की मांग लगातार हो रही थी। आखिरकार सरकार ने मांग सुन ली और बड़ी राहत दे दी। पीएम मोदी ने ट्विट के माध्यम से खुद इस बात की जानकारी दी है।