अब तिहाड़ जेल में होगा पहलवान सुशील कुमार का ‘दंगल’…जानें क्यों कैदियों से करेंगे कुश्ती?
तिहाड़ जेल में बंद पहलवान सुशील कुमार अब तिहाड़ जेल में दंगल करते नजर आएंगे। वो कैदियों के साथ कुश्ती के दांव-पेंच आजमाते हुए दिखेंगे। इसके लिए तैयारियां भी पूरी हो चुकी हैं। सबसे खास है कि खुद जेल प्रशासन ने ही ये फैसला लिया है और सुशील को दंगल करने की मंजूरी दे दी है। पूरी खबर क्या है, हम आपको बताते हैं।
तिहाड़ में दिखाएंगे दांव-पेंच
पहलवान सुशील कुमार को अब तिहाड़ जेल के कैदी दंगल करते हुए देखेंगे। ये पूरा प्लान तिहाड़ जेल प्रशासन ने बनाया है। डीजी जेल संदीप गोयल के मुताबिक सुशील कुमार के जेल की ओर से ही अनुमति दी गई है। सुशील अब कैदियों के साथ कुश्ती के दांव-पेंच करेंगे और वहां बंद कैदियों को दंगल के दांव-पेंच सिखाया करेंगे।
डीजी जेल के अनुसार सुशील कुमार की इच्छा थी कि वो यहां बंद कैदियों को कुश्ती के दांव-पेंच सिखाएं। प्रशासन ने भी उनकी मांग को गंभीरता से लिया और इसकी अनुमति दी। अब तिहाड़ में बंद कैदी भी कुश्ती करेंगे। खासकर ऐसे बंदी जो दांव-पेंच सीखना चाहते हैं, उनको फिट रखने के लिए भी इस योजना से काफी मदद मिलेगी।
सकारात्मक होगी कैदियों की सोच
जेल प्रशासन का मानना है कि सुशील के साथ कुश्ती सीखने वाले कैदियों की सोच भी सकारात्मक होगी। वो व्यस्त रहेंगे तो उनके मन से नकारात्मकता भी दूर होगी। इसके साथ ही उनको फिटनेस में भी मदद मिलेगी और जेल का माहौल भी बदलेगा। हालांकि जेल प्रशासन का ये प्लान पहले से ही बन गया था लेकिन कोरोना की वजह से इस स्थगित कर दिया गया था।
अब कोरोना की लहर धीरे-धीरे थम रही है। ऐसे में जेल के अफसरों ने इस योजना को अनुमति दे दी है। आपको बता दें कि सुशील कुमार 2 बार के ओलंपिक पदक विजेता हैं। वो पिछले साल छत्रसाल स्टेडियम कांड में गिरफ्तार हुए थे। पिछले साल मार्च से ही वो जेल में बंद हैं। उनके साथ ही कई साथी भी जेल में हैं।
अन्य खेलों का भी दिया जा रहा प्रशिक्षण
सुशील कुमार तो कैदियों को कुश्ती के गुर सिखाने जा ही रहे हैं। तिहाड़ जेल प्रशासन ने इससे पहले ही कई खेलों के प्रशिक्षण वहां शुरू करवा दिए हैं। इनमें खोखो से लेकर वॉलीबॉल, शतरंज से लेकर बैडमिंटन और कैरम तथा बास्केटबॉल सिखाया जा रहा है। जेल का प्रयास कैदियों को बिजी रखना है ताकि वे सकारात्मक माहौल में रहें और सजा पूरी होने पर समाज की मुख्य धारा में शामिल हो सकें।