कभी ‘शतरंज’, कभी ‘वंदे मातरम’ – आखिर कब तक चलेगा मज़हब के ठेकेदारों का ये मज़हबी खेल?
नई दिल्ली – पिछले कुछ दिनों में देश में मजहब का खेल चरम पर है। मोहम्मद कैफ, भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम, इरफान पठान, मोहम्मद शमी और बिहार सरकार के मंत्री खुर्शीद उर्फ फिरोज अहमद मज़हबी ठेकेदारों का ताजा शिकार बने हैं। मज़हब के इन ठेकेदारों को तो ‘वंदे मातरम’ कहने से भी ऐतराज है। सवाल ये है कि जिस देश ने इन्हें सबकुछ दिया ये क्या उसके अपने हैं? आज हम हाल में हुई कुछ घटनाएं बताने जा रहे हैं जिसमें मज़हब के ठेकेदारों का मज़हब खतरे में आ गया। आप देख लिजिए इन्हें किन-किन बातों पर ऐतराज है और किन-किन बातों से इनके मजहब को खतरा है। Chess Vande Mataram haram in religion.
‘जय श्रीराम’ का नारा लगाने वाले मंत्री के खिलाफ फतवा
‘जय श्रीराम’ का नारा लगाकर चर्चा में आने वाले बिहार सरकार के मंत्री खुर्शीद उर्फ फिरोज अहमद के खिलाफ ये फतवा इमारत-ए-शरिया ने फतवा जारी किया है। मुफ्ती सुहैल अहमद कासमी ने फतवा जारी करते हुए उन्हें इस्लाम से बेदखल और निकाह को टूटा हुआ करार दिया है। मुफ्ती ने फतवा जारी करते हुए कहा कि, जो शख्स जय श्री राम का नारा लगाये वो इस्लाम इस्लाम से खारिज और मुर्तद है।
अब्दुल कलाम की मूर्ति के हाथ में गीता रखने पर विवाद
भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की दूसरी पुण्यतिथि के मौके पर गुरुवार 27 जुलाई को पीएम नरेंद्र मोदी ने तमिलनाडु के रामेश्वरम में एक प्रतिमा का अनावरण किया था। जिसमें कलाम के सामने भागवत गीता और हाथ में वीणा को लेकर विवाद छिड़ गया है। डीएमके और एमडीएमके के कई नेताओं ने कलाम की प्रतीमा के आगे भागवत गीता, हाथ में वीणा और भागवत के श्लोक लिखवाए जाने को लेकर विरोध किया। जिसके बाद विवाद को खत्म करने के लिए वीणा और भागवत गीता के साथ प्रतिमा के आगे कुरान और बाइबिल भी रखनी पड़ी।
कैफ का शतरंज खेलना मज़हब के ठेकेदारों को मंजूर नहीं
हाल ही में मोहम्मद कैफ ने अपने बेटे के साथ एक फोटो फेसबुक पर शेयर कि थी। इस फोटो में कैफ अपने बेटे के साथ चेस खेलते हुए दिखाई दे रहे थे और इसका कैप्शन उन्होंने दिया था शतरंज के खिलाड़ी। इस फोटो को देख मुस्लिम समुदाय के लोग शतरंज खेलने को इस्लाम के खिलाफ बता कर उन्हें भद्दी-भद्दी गालियां देने लगे। बाद में मज़हब की आड़ में उन्हें गालियां देने वालों को मौहम्मद कैफ ने करारा जवाब दिया। कैफ ने कहा है कि जो लोग इस्लाम के ठेकेदार बने हुए हैं उनसे पूछिये कि सांस लेना भी हराम है क्या।
मज़हबी ठेकेदारों के निशाने पर आये इरफान पठान
भारतीय क्रिकेटर इरफान पठान ने अपनी बीवी सफा बेग का फोटो सोशल मीडिया पर शेयर किया था। इसके बाद इस्लाम से ठेकेदारों द्वारा इस्लाम से जुड़े नियमों और परंपराओं का ध्यान नहीं रखने के कारण उन्हें ट्रोल किया जाने लगा। फोटो को लेकर सोशल मीडिया पर गुस्सा निकालना शुरू कर दिया। दरअसल, इरफान ने इंस्टाग्राम और फेसबुक पर फोटो शेयर करते हुए लिखा था, ‘यह लड़की मुसीबत है #love #wifey’. दरअसल, इस फोटो में इरफान की बीवी के ड्रेस सेंस और नेल पॉलिश को लेकर आलोचना हुई। इस्लाम के ठेकेदारों ने इसे ‘गैर इस्लामिक’ बताया।
‘वंदे मातरम’ कहने पर भी इन्हें है ऐतराज
ये सब तो छोडियें, इस्लाम के ठेकेदारों को तो वंदे मातरम कहने पर भी ऐतराज है। दरअसल, हाल ही में वंदे मातरम गाने को लेकर महाराष्ट्र में विवाद शुरु हुआ था। दरअसल, समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रदेश अध्यक्ष एवं विधायक अबू असीम आजमी को ‘वंदे मातरम’ गाने से ऐतराज था। उन्होंने कहा – भारत विभाजन के समय ये बात नहीं कही गई कि थी की हम मुस्लिमानों को ‘वंदे मातरम’ गाने के लिए मजबूर किया जाएगा। आप मुझे गोली मार सकते हैं या देश से बाहर फेंक सकते हैं, लेकिन हम इसे नहीं गाएंगे। आजमी कि इस बात का समर्थन ऑल इंडिया मजलिस-ए-मुसलिमीन (एआईएमआईएम) के विधायक वारिस पठान ने भी किया था।