जंग के बीच यूक्रेनी दुल्हन को ब्याह कर भारत ले आया देसी छोरा, सोशल मीडिया पर छाया- देखें Pics
रूस और यूक्रेन का युद्ध (Russia Ukraine War) इस समय पूरी दुनिया में चर्चा का विषय बना हुआ है। रूस के हमले के बाड यूक्रेन में हालात बहुत खराब हैं। इस बीच एक भारतीय दूल्हे और यूक्रेन की दुल्हन की शादी की कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया पर बड़ी वायरल हो रही है। इस कपल ने हाल ही में हैदराबाद में अपनी शादी का रिसेप्शन दिया है। इस दौरान पंडित जी ने यूक्रेन में युद्ध जल्द खत्म होने की प्रार्थना भी की।
भारतीय लड़के ने यूक्रेन की लड़की को बनाया दुल्हन
दरअसल यूक्रेन की रहने वाली दुल्हन बीओ हुबोव (beau Lyubov) और हैदराबाद के रहने वाले भारतीय दूल्हे प्रतीक हाल ही में शादी के बंधन में बंधे थे। वे यूक्रेन से जिस दिन भारत आए, उसके अगले दिन ही वहाँ युद्ध छिड़ गया था। दोनों ने यूक्रेन में ही शादी रचाई थी। रिसेप्शन देने वे हैदराबाद आए थे। इसके बाद यूक्रेन पर रूस ने हमला कर दिया।
पंडित जी ने की युद्ध समाप्त होने की प्रार्थना
हैदराबाद में हुए इस शादी के रिसेप्शन में चिलकुर बालाजी मंदिर के मुख्य पुजारी सीएस रंगराजन भी आए। उन्होंने इस न्यूली मैरिड कपल को अपना आशीर्वाद दिया। साथ ही पंडित रंगराजन ने ईश्वर से प्रार्थना करी कि युद्ध जल्द से जल्द समाप्त हो जाए। उन्होंने कहा कि इस युद्ध ने दुनिया भर में रक्तपात, उथल-पुथल और कोविड -19 ने दुनिया को और प्रभावित किया है।
माता-पिता यूक्रेन की बहू देख हुए खुश
यह इंडो-यूक्रेनी कपल (Indo-Ukrainian couple) अब शादी के बाड सोशल मीडिया पर चर्चा बना हुआ है। हर किसी को इनकी जोड़ी बहुत अच्छी लग रही है। दूल्हा प्रतीक के पिता का नाम मल्लिकार्जुन राव और मां का नाम पद्मजा है। मल्लिकार्जुन राव उस्मानिया विश्वविद्यालय के बायोमेडिकल इंजीनियरिंग विभाग के रंगराजन स्वामी के एल्युमिनस हैं।
प्रतीक के माता पिता अपनी यूक्रेनी बहू को लेकर बड़े खुश हैं। उन्होंने भी बहू के निवास स्थल यानि यूक्रेन में जल्द युद्ध समाप्त होने की प्रार्थना की है। उन्हें उम्मीद है कि यह युद्ध के समाप्त होने के बाद उनकी बहू मायके जाकर अपने माता पिता से फिर मिल सकेगी।
यूक्रेन में हालात हैं खराब
गौरतलब है कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने 24 फरवरी को एक सैन्य अभियान शुरू करते हुए यूक्रेन पर हमला बोल दिया था। इसके बाद यूक्रेन के हालात बहुत बिगड़ गए थे। इसमें कई लोगों की मौत भी हुई। बहुत से लोग अपने घर, अंडरग्राउन्ड बेसमेंट्स और बंकर्स में छिपकर अपनी जान बचा रहे हैं। इस युद्ध के चक्कर में कई भारतीय स्टूडेंट्स भी यूक्रेन में फंसे हुए हैं।