भारत के तटस्थ रवैये से खिसियाये यूक्रेनी सैनिक, India की बेटियों की लात-डंडों से कर दी पिटाई
रूस और यूक्रेन की जंग लगातार बढ़ती जा रही है। रूस ने कीव समेत कई शहरों पर चढ़ाई कर दी है और हमले भी बढ़ाता जा रहा है। वहीं यूक्रेन इस स्थिति में नहीं है कि वो रूस जैसी महाशक्ति का मुकाबला कर सके। इसी वजह से वो दूसरे देशों से रूस को समझाने की बात कह रहे हैं।
जिन देशों से वो गुहार लगा रहे हैं, उनमें भारत भी है। हालांकि एक तरफ तो वो इंडिया से रूस को समझाने की बात कर रहा है, वहीं दूसरी ओर यूक्रेन का एक और चेहरा सामने आ रहा है। एक ऐसा वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें यूक्रेनी सैनिक भारतीय छात्र-छात्राओं को डंडों से पीटते हुए और लात मारते हुए नजर आ रहे हैं। भारत सरकार ने इस जंग में तटस्थ रवैया अपनाया है। इस वजह से यूक्रेनी सैनिक चिढ़ गए हैं।
मुसीबत में फंस गए हैं भारतीय बच्चे
रूस और यूक्रेन के बीच जबसे जंग छिड़ी है, तबसे सबसे ज्यादा मुसीबत भारतीय बच्चों की हो गई है। इसकी वजह है यूक्रेन में जाने वाले वो बच्चे जो पढ़ाई के लिए वहां मौजूद हैं। उनको वहां से निकलने में बहुत दिक्कत आ रही है। भारतीय बच्चों को बॉर्डर पार करना मुसीबत बन गया है। भारतीय छात्र पोलैंड, हंगरी और स्लोवाकिया के बॉर्डर पर किसी तरह निकलने का इंतजार कर रहे हैं।
हैरान करने वाला वीडियो सामने आया
जो वीडियो वायरल हुआ है वो रोमानिया की सीमा का है। रूस की बमबारी से बचने के लिए यहां सैकड़ों भारतीय छात्राएं और छात्र सीमा पर बैठे हैं लेकिन उनको सीमा पार करने नहीं दिया जा रहा है। वहीं पोलेंड और हंगरी के बॉर्डर पर तो छात्राओं की पिटाई की जा रही है। इसका वीडियो भी वायरल हो रहा है।
वीडियो में यूक्रेन के सैनिक भारत की छात्राओं को लात मारते और उनके बाल खींचते हुए नजर आ रहे हैं। इतना ही नहीं वो उनको डंडे भी मार रहे हैं। छात्राओं के रोने चिल्लाने का भी उनके ऊपर कोई असर नहीं पड़ रहा है। ये वीडियो सीमा के दूसरी ओर खड़े छात्रा ने बनाकर भेजा जिसमें उसने सारी हकीकत दिखा दी।
केवल यूक्रेनियों को भेज रहे अंदर
दूसरी ओर शेहयानी बॉर्डर पर तो भेदभाव का नजारा भी आम हो चला है। यहां भारतीय बच्चों और यूक्रेनियों के लिए अलग-अलग नियम बना दिए गए हैं। य़ूक्रेनी सैनिक शेहयानी बॉर्डर से सिर्फ यूक्रेनियों को ही अंदर जाने दे रहे थे। भारतीय बच्चों को डंडे मार रहे हैं। इसके बाद बहुत कोशिश की गई तो भारतीय लड़कियों को अंदर जाने दिया। वहीं छात्रों को डंडे मारने लगे।