शादी में दुल्हन के बगल में खड़ा था सेना का अफसर, मेहमान तलाशने लगे दूल्हे को फिर खुला राज
बिहार के वैशाली में एक शादी में निमंत्रित लोग जब बताई गई जगह पहुंचे तो एक बार वहां पहुंचते ही चौंक गए, क्योंकि उन्होंने देखा की दुल्हन के बगल में स्टाइलिश सूट या शेरवानी पहने शख्स के बजाय सेना की वर्दी पहना एक शख्स खड़ा है। लोगों को विश्वास ही नहीं हो रहा था कि यही दूल्हा है। फिर वहां पर सेना की बैंड की धुन भी बज रही थी। इस धुन ने भी लोगों को थोड़ा कन्फ्यूज कर दिया। लेकिन थोड़ी देर में ही लोगों को पता चल गया कि दुल्हन के बगल में सेना की वर्दी पहन खड़ा शख्स ही दूल्हा है।
सैनिक हमेशा सैनिक होता है। चाहे वह ड्यूटी पर रहे या ना रहे। शादी जैसे महत्वपूर्ण अवसर पर भी वैशाली के रहने वाले एक सैन्य अफसर ने इस गरिमा को कायम रखा। अपनी शादी को यादगार बनाने के साथ ही दूसरों के मन में देशभक्ति की भावना का संचार कर दिया। दूल्हे का नाम कैप्टन शिखर गगन है वो आरजेडी के सीनियर नेता चितरंजन गगन के पुत्र हैं और सेना में कैप्टन हैं।। इनकी जीवन संगिनी बनी हैं एयर इंडिया की होस्टेस नीता। दरअसल 22 फरवरी को हुए रिसेप्शन में शिखर ने जो वस्त्र पहना था, वह सैन्य अधिकारी का था। सेना के बैंड ने इसमें धुन बजाया।
आरजेडी प्रवक्ता के बेटे शिखर गगन सेना में कैप्टन के पद पर कार्यरत हैं। उनकी दुल्हन का परिवार वाराणसी में रहता है। वे एयर इंडिया में होस्टेस हैं। उनकी शादी 19 फरवरी को वाराणसी में ही हुई। वर-वधु स्वागत समारोह और प्रीति भोज का आयोजन 22 फरवरी को बिहार के वैशाली के भगवानपुर स्थित सतपुरा गांव में किया गया।
यहां पहुंचने वाले मेहमान की नजर दूल्हे पर पड़ी तो वे हैरान रह गए। सूट या शेरवानी की जगह दूल्हा सेना की वर्दी में था। अगल-बगल सेना के जवान खड़े थे। डीजे पर गीत-संगीत की जगह आर्मी बैंड की धुन गूंज रही थी। इस धुन से माहौल में देशभक्ति की भावना का संचार हो रहा था।
राजद प्रवक्ता ने कहा कि बेटे की शादी से वे काफी खुश हैं। यह शादी उनकी मां ने 2017 में ही तय कर दी थी। अब यह शादी हुई है। शादी के बाद यहां आशीर्वचन समारोह का आयोजन किया गया था। इसमें हर दल के लोग वर-वधू को आशीर्वाद देने पहुंचे। RJD के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी, अब्दुल बारी सिद्दीकी, श्याम रजक, भाजपा विधायक संजय सिंह, कांग्रेस के विजेंद्र सिंह, पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय, एसके भारद्वाज समेत कई अन्य लोग पहुंचे। समाज के हर वर्ग से स्नेह मिला, उससे वे अभिभूत हैं। सेना की ओर से उन्हें सम्मान पत्र भी भेजा गया है।