अभी-अभी नवाज शरीफ की चली गई कुर्सी, जानिए क्या है इसकी वजह?
नई दिल्ली – पनामा पेपर लीक मामले में पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने प्रधानमंत्री नवाज शरीफ दोषी करार दिया है। पनामा मामले में शरीफ पर लंदन में संपत्ति बनाने और अवैध तरीके से धन जमा करने का आरोप है। नवाज शरीफ के दामाद और बेटी को भी इस मामले में दोषी करार दिया गया है। इस फैसले से नवाज की मुश्किलें बढ़ गईं हैं और उन्हें अब पीएम का पद छोड़ना पड़ेगा। शरीफ पर ये बड़ा फैसला सुप्रीम कोर्ट की पांच जजों की बेंच ने लिया है। Case against Nawaz sharif.
पनामा पेपर लीक मामले में नवाज शरीफ दोषी करार :
जस्टिस आसिफ सईद खोसा की अगुआई वाली पांच जजों की बेंच ने पनामा पेपर लीक मामले में पाकिस्तान के पीएम नवाज शरीफ को सुप्रीम कोर्ट ने दोषी करार देते हुए फैसला सुनाया कि लो अब पाकिस्तान के पीएम पद के लिए योग्य नहीं हैं। बेंच ने शरीफ के खिलाफ मामला दर्ज करने और पीएम पद छोड़ने का आदेश दिया है। आपको बता दें कि कोर्ट ने तीन बार पाकिस्तान के पीएम शरीफ को पीएम पद के लिए अयोग्य घोषित करने का आदेश दिया है।
नवाज शरीफ पीएम पद के लिए अयोग्य घोषित :
सुप्रीम कोर्ट ने दो हफ्तों के अंदर नवाज शरीफ और उनके परिवार के खिलाफ केस दायर एनएबी को आदेश दिया है। इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने नवाज शरीफ को तुरंत पीएम पद से इस्तीफा देने का आदेश भी दिया है। गौरतलब है कि शरीफ के परिवार के विदेश में संपत्ति अर्जित करने के आरोपों की जांच के लिए पाकिस्तान में संयुक्त जांच दल का गठन किया गया था। इस जांच दल ने ने 10 जुलाई को अपनी रिपोर्ट कोर्ट के सामने रखी थी। इस रिपोर्ट में शरीफ और उनके बच्चों का रहन सहन उनके आय के ज्ञात स्रोत के मुताबिक नहीं है, ऐसा कहा गया था।
क्या है पनामा पेपर्स लीक मामला :
दरअसल, पिछले साल ब्रिटेन से लीक कुछ टैक्स डॉक्युमेंट्स लीक हुए थे जिसमें दुनियाभर के 140 नेताओं और सेलिब्रिटीज द्वारा टैक्स हैवन कंट्रीज में पैसा निवेश करने का खुलासा हुआ। इनमें नवाज शरीफ का भी नाम शामिल है। इन नेताओं और सेलिब्रिटीज ने फर्जी कंपनियों, ट्रस्टों और कॉरपोरेशन के जरिए टैक्स बचाया। लीक हुए डॉक्युमेंट्स में खासतौर पर पनामा, ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड और बहामास में हुए फर्जी निवेश के बारे में बताया गया है।