जानें यूक्रेन में फंसी छात्रा क्यों बोली- ‘लौटूंगी तो डिग्री लेकर, वरना मरना पसंद करूंगी’
हरदोई (यूपी)! यूक्रेन संकट से वर्तमान समय में हर कोई वाकिफ़ है। वहाँ से छोटे-छोटे बच्चों के बिलखने की तस्वीरें निकलकर सामने आ रही है। इसके अलावा रूस के द्वारा शुरू किए गए इस युद्ध से सिर्फ़ यूक्रेन ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया दहशत में है। वहीं यूक्रेन पर रूस के हमले की आंच यूपी तक आ पहुंची है। यूक्रेन और रूस के बीच छिड़े युद्ध के चलते प्रदेश के कई छात्र-छात्राएं यूक्रेन में ही फंस गए हैं। यूक्रेन में फंसे छात्रों में दो बेटियां हरदोई की भी हैं। दोनों यूक्रेन में डॉक्टरी की पढ़ाई करने के लिए गई थीं।
रूस-यूक्रेन के बीच जंग छिड़ते ही दोनों परिवारों के माथे पर चिंता की लकीरें उभर आई हैं और यूक्रेन और रूस के युद्ध को देखते हुए परिवार वालों ने दोनों से फोन पर बातचीत की तो बेटियों ने वहां का भयावह मंजर बताया। बेटियों की सुरक्षा को लेकर दोनों परिवारों में चिंता बढ़ गई है।
हरदोई के रेलवे गंज के रहने वाले डॉक्टर डीपी सिंह की बेटी अपेक्षा सिंह यूक्रेन के खरकी शहर में नेशनल खरकी यूनिवर्सिटी में एमबीबीएस की छात्रा है और अपेक्षा सिंह के पिता डॉ. डीपी सिंह ने बताया कि अपेक्षा ने इंटरमीडिएट हरदोई के सेंट जेवियर्स इंटर कॉलेज से किया है। जिसके बाद उसने अगस्त 2016 में यूक्रेन के नेशनल खरकी यूनिवर्सिटी में दाखिला लिया था।
वहीं मीडिया से बातचीत के दौरान डॉ. डीपी सिंह ने बताया कि बीते दिन गुरुवार को दोपहर करीब दो बजे उनकी अपनी बेटी से बातचीत हुई। उस दौरान बेटी ने बताया कि यूक्रेन में इमरजेंसी लगी हुई है। यूनिवर्सिटी में ऑनलाइन क्लासेज़ चल रही है। बेटी सकुशल है, अब उसका पांच महीने का ही कोर्स बाकी रह गया है।
ऐसे में जब अपेक्षा से बात हई तो उस दौरान वो घबराई हुई तो लग रही थी, लेकिन उसने कहा कि, “पिताजी! घबराने की कोई बात नहीं हैं। काफी मेहनत से पढ़ाई की है और अब कुछ ही समय डिग्री मिलने में रह गई है। ऐसे में वो डिग्री लेकर ही आएगी या मर जाएगी, क्योंकि अभी वापस आने का मतलब है, डिग्री छोड़ देना।” उन्होंने बताया कि इंडियन एम्बेसी ने उसके दस्तावेज जमा करा लिए हैं।
हरदोई जिले के साण्डी ब्लाक के पूर्व ब्लाक प्रमुख महेंद्र सिंह यादव की बेटी एवं अरवल थाना क्षेत्र के तेरा पुरसौली गांव की प्रधान वैशाली यादव इन दिनों यूक्रेन में फंस गई हैं। रूस-यूक्रेन के बीच जंग छिड़ते ही उसके परिवार के माथे पर चिंता की लकीरें उभर आई हैं। pic.twitter.com/6y86aAx9bG
— Hindustan (@Live_Hindustan) February 24, 2022
इसके अलावा बता दें कि हरदोई के सांडी ब्लाक के रहने वाले पूर्व ब्लाक प्रमुख महेंद्र यादव की बेटी वैशाली भी यूक्रेन में फंसी हुई है। वैशाली सांडी विकास खण्ड की ग्राम पंचायत तेरा पुरसौली की वर्तमान में मौजूदा ग्राम प्रधान भी है और यूक्रेन से एमबीबीएस कर रही है।
जानकारी के लिए बता दें कि वैशाली इवनो फ़्रांकिवस्क यूनिवर्सिटी में एमबीबीएस कर रही हैं और उन्होंने बताया कि आज सुबह से ही यहां दहशत का माहौल है। सब अपने घरों में हैं और शहर में लगातार बम गिर रहे हैं। इसके अलावा वैशाली ने बताया कि यूनिवर्सिटी में भारत के काफी स्टूडेंट हैं और सभी भारत सरकार के ही भरोसे हैं कि वे उन्हें यहां से सुरक्षित निकालेंगे।