भारत का अनोखा रेलवे स्टेशन, सुरक्षा गार्ड से लेकर स्टेशन मास्टर तक सभी महिलाएं
वर्तमान दौर में हर एक क्षेत्र में महिलाएं पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रही है। फिर चाहें वह बात सड़क से लेकर संसद कहीं तक की हो। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि ऐसा भी स्थान हो सकता है, जहां पूरी जिम्मेदारी सिर्फ़ महिलाओं के कंधों पर ही हो।
जी हां अपने देश में ही एक ऐसी जगह है, जहां की पूरी जिम्मेदारी महिलाओं के कंधे पर है और वह जगह कोई और नहीं बल्कि मध्य रेलवे (Central Railway) का माटुंगा रेलवे स्टेशन (Matunga Railway Station) है, जिसे पिंक रेलवे स्टेशन (Pink Railway Station) का दर्जा भी दिया गया है। आइए ऐसे में समझें इसकी पूरी कहानी…
बता दें कि भारतीय रेलवे दुनिया का चौथा सबसे बड़ा रेल नेटवर्क है और एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में कुल 8338 रेलवे स्टेशन हैं। जहां से ट्रेनों का आवागमन होता है। इसके साथ ही साथ टिकट और रेलवे रिजर्वेशन जैसे काम भी यहां पर होते हैं।
ऐसे में इन कामों के लिए इन रेलवे स्टेशनों पर कर्मचारियों की आवश्यकता होती है और माटुंगा एक ऐसा रेलवे स्टेशन है, जहां पूरा महिला स्टाफ है और अपने तरीके का एक अनोखा रेलवे स्टेशन होने की खातिर इसे लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी जगह दिया गया है।
2017 से महिलाओं के अधीन है ये रेलवे स्टेशन…
बता दें कि यह देश का पहला रेलवे स्टेशन है जो सिर्फ महिलाओं द्वारा संचालित होता है। इसकी इस खासियत के कारण स्टेशन का नाम लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड (Limca Book of World Records) में दर्ज किया जा चुका है और यह स्टेशन साल 2017 के जुलाई माह से केवल महिलाओं द्वारा ही संचालित किया जा रहा है। वहीं इस उपनगरीय स्टेशन पर 41 महिला कर्मी तैनात है।
जिसमें 17 महिलाओं को ऑपरेशन और कमर्शियल विभाग, 6 रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स, 8 टिकट चेकिंग, 2 अनाउंसर, दो सरंक्षण स्टाफ और पांच को अन्य जगह तैनात किया गया है।
लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज है इस रेलवे स्टेशन का नाम…
मालूम हो कि माटुंगा रेलवे स्टेशन मुंबई के उपनगरीय रेलवे नेटवर्क पर आता है। वर्ष 2017 के जुलाई महीने में सेंट्रल रेलवे की ओर से इस रेलवे स्टेशन पर पूरा स्टाफ महिलाओं का लगाया गया था और सिर्फ महिला कर्मियों की वजह से इस स्टेशन का नाम साल 2018 में लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी शामिल किया गया।
सुरक्षा का जिम्मा भी महिलाओं के हाथों में…
वहीं बता दें कि स्टेशन पर यात्रियों व रेलवे संपत्ति की सुरक्षा की जिम्मेदारी भी महिलाओं पर ही है। यहां रेलवे पुलिस फोर्स (RPF) की ओर से सिर्फ महिला कर्मियों की ही तैनाती की गई है और ये आरपीएफ की महिला कर्मी 24 घंटे स्टेशन पर सुरक्षा को सुनिश्चित करती हैं।
गुलाबी रंग से रंगा हुआ है स्टेशन…
चूंकि गुलाबी रंग महिलाओं का पसंदीदा कलर होता है। ऐसे में पूरी तरह महिलाओं द्वारा संचालित माटुंगा रेलवे स्टेशन को गुलाबी रंग से रंगा गया है। इसके अलावा बताते चलें कि लिओ क्लब ऑफ़ खालसा कॉलेज और अन्य संस्थाओं के सहयोग से स्टेशन की दीवार सहित पूरे परिसर में विभिन्न स्थानों पर छात्र- छात्राओं द्वारा ही सुंदर पेंटिंग बनाई है और यह इलाका मुंबई का ‘एजुकेशनल हब’ माना जाता है।