गोबर, मिट्टी, दाल और चूने से बनवाया कुमार विश्वास ने अनोखा घर, वायरल हो रही हैं तस्वीरें
‘कोई दीवाना कहता है कोई पागल समझता है’ जैसी कविताओं से लोगों का दिल जीतने वाले मशहूर कवि कुमार विश्वास देश दुनिया में अपनी एक खास पहचान रखते हैं। बता दें, हिंदी साहित्य की दुनिया में कुमार विश्वास को सरस्वती का वरद पुत्र भी कहा जाता है।
उनकी बेहतरीन लेखनी के लिए उन्हें कई अवार्ड भी हासिल हो चुके हैं। कुमार विश्वास को राजनीति में भी अच्छी सफलता हाथ लगी है। कुमार विश्वास आम आदमी पार्टी से जुड़े हुए थे लेकिन पिछले दिनों उन्होंने इससे किनारा कर लिया।
कहा जाता है कि कुमार विश्वास के पिता चाहते थे कि वह एक इंजीनियर बने, लेकिन कुमार विश्वास का मन कविताओं में ज्यादा था। ऐसे में वह बचपन से ही छोटी मोटी कविताएं लिखा करते थे। इसके बाद उन्हें काफी सफलता हाथ लगी।
उन्होंने आदित्य दत्त की फिल्म ‘चाय गरम’ में एक्टिंग का हुनर भी दिखाया है। वर्तमान में जहां लोग गांव को छोड़ शहर की ओर भागते हैं, वहीं कुमार विश्वास शहर की चकाचौंध से दूर अपने पैतृक गांव में बेहद ही खूबसूरत घर में रह रहे हैं।
बता दें, कुमार विश्वास ने उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में अपने पैतृक गांव पिलखुआ में बेहद ही खूबसूरत घर बनाया है जिसकी कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया पर लगातार वायरल हो रही है। इन तस्वीरों में आप देख सकते हैं कि कुमार विश्वास ने देसी अंदाज में घर का डिजाइन तैयार किया करवाया हुआ है। वहीं चुने से दीवारों पर बेहद खूबसूरत कलाकारी दिखाई दे रही है।
कुमार विश्वास खुद अपने गार्डन की सफाई करते हुए नजर आते हैं। वह अक्सर सोशल मीडिया पर भी अपने घर की तस्वीरें शेयर करते रहते हैं। उन्होंने अपने इस घर में गाय भी पाल रखी है।
बता दें, कुमार विश्वास ने अपने इस घर को केवी कुटीर नाम दिया है। उन्होंने एक छोटी सी लाइब्रेरी के साथ एक स्टूडियो भी बनाया हुआ है जिसमें वह अक्सर समय बिताते हुए नजर आते हैं जिसकी तस्वीरें उन्होंने सोशल मीडिया पर भी साझा की है।
इन तस्वीरों में आप देख सकते हैं कि कुमार विश्वास ने अपने घर को पूरा का पूरा गांव का टच दिया है। फिर चाहे वह दीवार हो या फिर बेडरूम हो। बता दे कुमार विश्वास खेती के भी शौकीन है, वह अक्सर अपने घर के पास खेत में काम करते हुए दिखाई देते हैं।
पिछले दिनों जब सोशल मीडिया पर कुमार विश्वास ने अपने घर की तस्वीर शेयर की थी, तो एक यूजर ने उनसे उनके घर की खासियत के बारे में पूछा था। ऐसे में उन्होंने जवाब में बताया था कि, उनका घर पूरी तरह से गोबर, मिट्टी, चुना, दाल और दूसरी चीजों के इस्तेमाल से तैयार किया गया है।
उन्होंने बताया था कि दीवार पर हो रही प्लास्टर को वैदिक प्लास्टर कहा जाता है। इसमें सीमेंट का इस्तेमाल नहीं होता। उन्होंने पोस्ट शेयर करते हुए लिखा था कि, “यह प्लास्टर सिर्फ पीली मिट्टी, बालू, गोबर, चूना, इस्तेमाल में न आने वाली दालों का चूरा, लसलसे पेड़ों (लसोड़े, आंवला, गूलर, शीशम) के अवशेष से मिलाकर बनता है। यह पूर्णतः एंटीबैक्टिरियल व तापमान नियंत्रक है। हमारे पूर्वजों की वास्तुकला को पुनर्जीवित किया है।”