अंग्रेजी छोड़िए, इन बड़े-बड़े देशों में हिन्दी बोलकर ही चल जाएगा आपका काम
विदेश की यात्राएं करना कौन नहीं चाहता है। सभी की ख्वाहिश होती है वो परिवार या दोस्तों के साथ विदेश की सैर पर जाएं। हालांकि विदेश यात्रा के दौरान सबसे बड़ी दिक्कत भाषा की होती।
खासकर अगर आपको अंग्रेजी न आती हो तो हमको दूसरे देश की सैर करने में डर लगता है। लेकिन हम आपको आज ऐसे देशों के बारे में बताने जा रहे हैं जहां आपका काम हिन्दी में ही चल जाएगा। जी हां इन देशों में घूमने या बसने के लिए आपको अंग्रेजी की जरूरत ही नहीं पड़ेगी। चलिए हम आपको उन देशों के बारे में बताते हैं।
दक्षिण अफ्रीका
हिन्दी वैसे तो भारत की मातृ भाषा है। इस भाषा को करीब-करीब पूरे भारत में ही बोला जाता है और हिन्दी देश में लोगों के बीच संवाद का प्रमुख जरिया भी है। यहां करीब 46 करोड़ लोग हिन्दी बोलते हैं लेकिन आपको पता नहीं होगा कि दक्षिण अफ्रीका में भी हिन्दी बोली जाती है। यहां करीब 8 लाख 90 हजार लोग हिन्दी बोलते हैं।
वैसे यहां अंग्रेजी और अफ्रीकी भाषाएं आधिकारिक भाषाएं हैं लेकिन हिन्दी को भी लोग जानते और समझते हैं। कई हिन्दी समुदाय तो यहां 100 सालों से भी ज्यादा समय से रह रहे हैं। यहां हिन्दी भाषियों को बसना, सैर करना और नौकरी करना बहुत आसान है।
मॉरिशस
हिन्द महासागर में स्थित मॉरिशस देश में भी हिन्दी बहुत बोली जाती है। अगर आप यहां घूमने या बसने की सोच रहे हैं तो अंग्रेजी की जरूरत नहीं है। हिन्दी में ही आपका काम चल जाएगा। यहां करीब 7 लाख लोग हिन्दी बोलते हैं। इतना ही नहीं यहां की आधी आबादी हिन्दू है जो हिन्दी को बखूबी जानते और समझते हैं। यहां हिन्दू त्योहार भी बड़ी धूम-धाम से मनाए जाते हैं।
फिजी
दक्षिण अफ्रीका और मॉरिशस के साथ फिजी भी ऐसा देश है जहां आपको अंग्रेजी जानने की जरूरत ही नहीं पड़ेगी। आपका काम यहां भी हिन्दी में ही चल जाएगा।
जी हां फिजी की करीब 38 फीसदी आबादी भारतीय मूल की है। यहां सालों पहले बड़ी संख्या में भारतीय पलायन कर गए थे, कुछ को यहां बसाया भी गया था। करीब साढ़े चार लाख लोग यहां हिन्दी बोलते हैं। ये देश कई द्वीपों से मिलकर बना है और भारतीय सैलानियों की मनपसंद जगह भी है। यहां फिजी संग्रहालय, कोलो ए सुवा से लेकर सुवा सुब्रमण्यम मंदिर बहुत मशहूर है।
ऑस्ट्रेलिया
अगर आप ऑस्ट्रेलिया में घूमने या फिर रहने का प्लान बना रहे हैं तो आपको यहां हिन्दी में भी कोई परेशानी नहीं होगी। यहां भी बिना अंग्रेजी के आपका काम चल जाएगा। यहां करीब सवा लाख हिन्दी भाषी लोग काम करते हैं और बसे हुए हैं। सिडनी और केनबरा जैसे बड़े शहरों में तो अच्छी खासी संख्या में भारतीय आपको मिल जाएंगे। यहां अंग्रेजी न आने के डर से घूमने का प्लान कैंसिल न करें।
सिंगापुर
हिन्दी फिल्मों में सिंगापुर के बारे में तो आपने जरूर देखा होगा। बॉलीवुड की कई फिल्मों की शूटिंग यहां हुई है। ये देश भी हिन्दी भाषियों के रहने और घूमने के लिए मुफीद है। इस देश में हिन्दी बोलने वालों का तीसरा सबसे बड़ा समुदाय मौजूद है। वैसे तमिल भाषा को यहां राजभाषा का दर्जा मिला हुआ है। यहां बहुत से लोग हिन्दी बोलते हुए दिख जाएंगे।
कनाडा
कनाडा में भी हिन्दी को ही जानकर आपका काम चल सकता है। यहां भी करीब एक लाख लोग हिन्दी बोलते और समझते हैं। इस देश में 10 लाख से भी ज्यादा भारतीय बसे हुए हैं। खासकर पंजाब के लोगों का तो यहां बोल-बाला है। इस देश में काम करना और रहना हिन्दी जानने वालों के लिए टेढ़ी खीर नहीं है।