जब 2 ओवर में 95 रन चाहिए थे और एक ही ओवर में लगें थे 8 छक्के और 6 चौके
आज के समय में फुटबॉल के बाद सबसे लोकप्रिय खेल अगर कोई है, तो वह निःसन्देह क्रिकेट ही है। जी हां क्रिकेट को लेकर दीवानगी वैश्विक स्तर पर इस कदर है कि सालों साल कोई न कोई श्रृंखला होती ही रहती हैं। वहीं जब बात अपने देश भारत की करें तो यहां तो क्रिकेट के प्रति दीवानगी सबसे ज़्यादा है। अपने देश में छोटे से बच्चे से लेकर 90 साल के बुजुर्ग को भी क्रिकेट का जुनून सवार रहता है। ऐसे में अगर किसी से पूछा जाए कि एक ओवर में सबसे ज़्यादा कितने रन बन सकते हैं? फिर अमूमन सभी के जवाब 36 रन ही होंगे।
वैसे नियमों के मुताबिक होना भी यही चाहिए और ऐसा कारनामा भारतीय बल्लेबाज युवराज सिंह ने भी किया है। जब उन्होंने इंग्लैंड के स्टुअर्ट ब्रॉड के एक ओवर में 6 छक्के जड़कर 36 रन बनाए थे। लेकिन सच पूछिए तो युवराज सिंह के 36 रनों से भी अधिक रन एक ओवर में बन चुके हैं और उसके बारें में जब आपको पता चलेगा तो एक बार में आपको यकीन नहीं होगा। आइए ऐसे में समझें यह कहानी।
दरअसल जब हम बात क्रिकेट के इतिहास में किसी सबसे महंगे ओवर की करते हैं। फिर भले ही हमें दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाज हर्षल गिब्स और भारत के युवराज सिंह का नाम याद आएं, लेकिन इतिहास में एक ही ओवर में 77 रन बनने का रिकार्ड है। अब आप सोच में पड़ जाएंगे कि 6 बॉल में 77 रन कैसे संभव हो सकते हैं। तो हम आपको बता दें कि यह कहानी काफ़ी दिलचस्प है। गौरतलब हो कि विश्व क्रिकेट इतिहास में यह रिकॉर्ड दर्ज है। जब सिर्फ़ एक ओवर में ही 77 रन बन गए थे।
मालूम हो कि यह अनचाहा रिकॉर्ड बना था साल 1990 में और उस दिन तारीख थी 20 फरवरी की। जब एक गेंदबाज के नाम यह अजीबोगरीब रिकॉर्ड दर्ज हुआ था और उस गेंदबाज का नाम बर्ट वेंस था। उस समय न्यूजीलैंड के लिए 4 टेस्ट मैच खेलने वाले वेंस ने लेंचेस्टर पार्क में एक प्रथम श्रेणी मुकाबले में वेलिंग्टन के लिए खेलते हुए कैंटरबरी के खिलाफ एक ओवर में 77 रन लुटा दिए थे। इतना ही नहीं इस दौरान की दिलचस्प बात यह रही थी कि वेंस की गेंदबाजी के दौरान अंपायर यह तक भूल गए थे कि आखिर वेंस ने कितनी सही बॉल डाली थी और आखिरकार 5 बॉल सही डालने के बाद उनका ओवर खत्म माना गया था।
दो ओवर में चाहिए थे 95 रन और मैच हुआ ड्रा…
बता दें कि शेल ट्रॉफी के लीग स्टेज में खेले गए इस मैच में क्राइस्टचर्च की टीम ने लगभग अपनी जीत पक्की कर ली थी और कैंटरबेरी टीम को जीत के लिये आखिरी दो ओवर में 95 रनों की दरकार थी। ऐसे में आखिरी की बारह बॉल के जगह अनगिनत बॉल फेंकी गई। जिसमें बर्ट ने 22 गेंद का एक ओवर फेंका और उसमें 17 नो बॉल रही।
वहीं इस दौरान मजे की बात यह रही कि अंपायर बॉल गिनना ही भूल गए और 5 लीगल बॉल पर ही ओवर समाप्त किया गया और उन्होंने 77 रन लुटा दिए। इसके बाद आख़िरी ओवर में 18 रन चाहिए थे। तब जाकर क्राइस्टचर्च के कप्तान ने स्पिनर इवान ग्रे को बॉलिंग की जिम्मेदारी दी और इस ओवर में सिर्फ़ 17 रन बनें। जिसके बाद यह मैच टाई हो गया।
1 ओवर में ही लगें थे 8 छक्के और 6 चौके…
वहीं आखिर में बताते चलें कि यह भी अपने आप में एक इतिहास है। जब एक ही ओवर में 8 छक्के और 6 चौके लगें थे। मालूम हो कि जब बर्ट वेंस बॉलिंग कर रहें थे। उस समय बल्लेबाजी जर्मन नामक एक बल्लेबाज कर रहा था और उसने इस ओवर की सातवीं गेंद पर शतक पूरा किया था।