किसी दैवीय चमत्कार से कम नहीं ॐ पर्वत का यह रहस्य, जानकर हो जायेंगे हैरान… देखें वीडियो!
इस दुनियाँ में कई ऐसे रहस्य दबे हुए हैं, जिनके बारे में बहुत कम ही लोग जानते हैं या नहीं जानते हैं। इस दुनिया में समय-समय पर ईश्वर के चमत्कार होते रहते हैं, इससे लोगों में ईश्वर के प्रति श्रद्धा बनी रहती है। यह सही बात है कि इस दुनिया में दो तरह के लोग पाए जाते हैं, एक जो ईश्वर पर भरोसा करते हैं और दुसरे वो जो ईश्वर को नहीं मानते हैं। om parvat.
ईश्वर का अद्भुत चमत्कार है ॐ पर्वत:
ईश्वर को मानने वालों को आस्तिक कहा जाता है और जो ईश्वर को नहीं मानते हैं, उन्हें नास्तिक कहा जाता है। जो लोग ईश्वर पर यकीन करते हैं, उनका मानना है कि इस दुनिया की रचना भगवान ने की है। जबकि ईश्वर को ना मानने वाले कहते हैं कि इसकी रचना भगवान के आने से भी पहले हुई है। हालांकि यह एक लम्बी बहस है, जिसका कोई अंत नहीं है।
सबकी अपनी-अपनी विचारधारा होती है। सबको यह स्वतंत्रता है कि वह अपने हिसाब से अपनी विचारधारा बनाये। लेकिन समय-समय पर हमारे आस-पास कुछ ऐसे चमत्कार होते हैं, जो यह साबित करते हैं कि ईश्वर आज भी हमारे बीच मौजूद हैं। जिन लोगों को ईश्वर पर यकीन नहीं होता है, वह भी एक बार को हैरानी में पड़ जाते हैं। ऐसा ही ईश्वर का एक चमत्कार है ॐ पर्वत।
प्राकृतिक तरीके से बनी हुई है ॐ की 8 आकृति:
यह एक ऐसा रहस्य या चमत्कार है जो आपको ईश्वर के करीब ले जायेगा और आपके सारे भ्रम को दूर कर देगा। हिन्दू धर्म में यह मान्यता है कि इस श्रृष्टि का सृजन और उसके विनाश का जिम्मा भगवान शंकर पर है और वह कैलाश पर्वत पर निवास करते हैं। ऐसा कहा जाता है कि पुरे विश्व में तीन कैलाश पर्वत हैं। अभी तक तो सभी लोग यही समझते थे कि कैलाश पर्वत केवल एक ही है।
पहला और मुख्य कैलाश मानसरोवर (तिब्बत), दूसरा आदि कैलाश (उत्तरांचल) और तीसरा किन्नौर कैलाश (हिमांचल प्रदेश) में स्थित है। अब आपके दिमाग में ॐ पर्वत की आबत आ रही होगी। तो आपको बता दें जिस जगह पर भारत, तिब्बत और नेपाल की सीमाएं मिलती हैं, ॐ पर्वत वहीँ स्थित है। इस पर्वत के बारे में आश्चर्य की बात यह है कि इसपर प्राकृतिक रूप से 8 अलग-अलग तरह की ॐ की आकृतियाँ बनी हुई हैं। केवल यही नहीं इस पर्वत के बारे में अनेकों पौराणिक कहानियाँ भी प्रचलित हैं।
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