आरएसएस ने कहा तुलसी के पौधे का हिन्दुओं ही नहीं बल्कि मुसलमानों से भी है गहरा रिश्ता!
नई दिल्ली: आप तो जानते ही हैं कि हिन्दू धर्म में तुलसी के पौधे का बहुत ज्यादा महत्व होता है। जो लोग पूजा पाठ में ज्यादा विश्वास करते हैं, उनके घर के आँगन में या घर के किसी हिस्से में एक तुलसी का पौधा जरुर देखने को मिल जायेगा। तुलसी के पौधे में देवताओं का निवास होता है साथ ही यह पवित्र भी होता है। ऐसा माना जाता है कई तुसली के पौधे को छू लेने से व्यक्ति पवित्र हो जाता है।
मुसलमानों के घर जाकर जन्नत का पौधा लगाने की करेंगे अपील:
यही वजह है कि हर हिन्दू के घर में तुलसी का पौधा अनिवार्य रूप से होता है। रोज सुबह तुलसी के पौधे को जल भी अर्पित किया जाता है। तुलसी के पौधे को स्वर्ग का पौधा भी कहा जाता है। इससे व्यक्ति के जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है। इन दिनों आरएसएस अपने एक नए अभियान में जुटा हुआ है। आरएसएस कार्यकर्ता इन दिनों मुसलमानों से अपने घर में जन्नत का पौधा लगाने की अपील करेंगे।
इसके लिए आरएसएस ने बकायदा अपने एक विंग को कमान दे दी है। बताया जा रहा है कि संघ का संगठन मुस्लिम राष्ट्रीय मंच आने वाले दिनों में देश के हर मुसलमान के घर जाकर जन्नत का पौधा लगाने की अपील करेंगे। संघ ने तुलसी के पौधे पर मुख्य रूप से ध्यान केन्द्रित किया है। उनका कहना है कि कुरान में भी इस पौधे का जिक्र है। कुरान में जिस जन्नत के पौधे का जिक्र किया गया है, वह कुछ और नहीं बल्कि तुलसी का पौधा ही है।
हर मुस्लिम में घर होना चाहिए जन्नत का पौधा:
हिन्दू तुलसी के पौधे को स्वर्ग का पौधा मानते हैं, इसीलिए इसकी पूजा की जाती है। संघ के वरिष्ठ प्रचारक इन्द्रेश कुमार का कहना है कि हर मुस्लिम व्यक्ति के घर में तुलसी का पौधा यानी जन्नत का पौधा जरुर होना चाहिए। उन्होंने बताया कि कुरआन में रेहान का जिक्र किया गया है, लेकिन मौलाना इसे बताते नहीं हैं। वह नफरत फैलाने का काम करते हैं। उन्होंने बताया कि रेहान अरबी भाषा का शब्द है, इसका अंग्रेजी में मतलब बैजल होता है। इसे ही हिंदी में तुलसी का पौधा कहा जाता है।
उन्होंने आगे कहा कि हिन्दुओं और मुस्लिमों के बीच नफरत बढ़ाने के लिए मुस्लिम समाज के कुछ लोग इसे केवल हिन्दू धर्म से जोड़ते हैं। और लोगों को सलाह देते हैं कि मुस्लिमों को इससे दूर रहना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि तुलसी का पौधा दवा के रूप में काम काटा है। यह घर में माहौल को पवित्र रखने का काम करती है। इससे घर में जन्नत जैसा माहौल बनता है। सितम्बर या अक्टूबर में अभियान चलाये जाने की उम्मीद है।