गांव की दुल्हन हेलीकॉप्टर से विदा होकर ससुराल पहुंची, ससुर की बातें सुन कर भावुक हो गया पूरा गाँव
करौली (राजस्थान)! एक समय था जब बैलगाड़ी या तांगे पर बारात निकलती थी और दुल्हन की विदाई भी उसी पर हो जाती थी, लेकिन जैसे जैसे विकास के नए आयाम स्थापित होते गए। वैसे-वैसे शादी-ब्याह में भी बदलाव देखने को मिलने लगे। तांगे और बैलगाड़ी के बाद जीप और कार का जमाना आया। जिसके बाद अब हेलीकॉप्टर से दुल्हन के विदा करने का चलन शुरू हो गया है। जी हां अब लोग ऐसी शादियां करना चाहते हैं, ताकि उसे जीवन भर के लिए यादगार बना सकें और ऐसा ही कुछ नज़ारा राजस्थान के भरतपुर में भी बीते दिनों देखने को मिला। जब एक दुल्हन की विदाई हेलीकॉप्टर से हुई।
वैसे इस शादी में दुल्हन की विदाई हेलीकॉप्टर से होने के पीछे सिर्फ़ दिखावा करना या शादी को यादगार बनाना नहीं था। बल्कि ग़रीब परिवार की बेटी को हेलीकॉप्टर से इसलिए लाया गया क्योंकि पड़ोसियों ने रास्ता खराब होने का ताना दूल्हे के पिता को मारा था। फिर क्या था उसने एक हेलीकॉप्टर से बहू को विदा करा के घर लाया। आइए ऐसे में जानें यह पूरा वाकया।
दरअसल यह पूरा मामला वैर विधानसभा के गांव प्रेमनगर का है। जहां एक सामान्य किसान दिनेश चंद सैनी की बेटी खुशबू की शादी सवाई माधोपुर के नादौती तहसील के गांव कैमरी के रहने वाले विजेंद्र सैनी से हुई। वहीं इस दौरान वो अपनी दुल्हनिया को लेने हेलीकॉप्टर से आए। गौरतलब हो कि दूल्हा हेलीकॉप्टर से उतरा और सीधे दुल्हन के घर पहुंचा। जहां शादी की रस्में हुईं और जिसके बाद दूल्हा अपनी दुल्हन को हेलीकॉप्टर में बिठा कर अपने घर ले गया।
वहीं मालूम हो कि गांव में यह नज़ारा देख लोग काफ़ी प्रसन्नचित्त नजर आए और हेलीकॉप्टर से दुल्हन की विदाई देखने के लिए लोगों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। जानकारी के लिए बता दें कि करौली के कैमरी गांव के रहने वाले दूल्हे के पिता राधेश्याम सैनी ठेकेदार है और उन्होंने बताया कि वो एक दिन अपने परिवार के छोटे बच्चे को प्लास्टिक के हेलीकॉप्टर से खिला रहे थे।
उसी दरमियान गांव का एक शख्स उनके पासा आया और ताना मारते हुए बोला कि राधेश्याम ऐसे ही हेलीकॉप्टर से बच्चे को खिलाते रहोगे या अपने बेटे की दुल्हन को लाने के लिए हेलीकॉप्टर भेजोगे? फिर क्या था इस ताने के बाद राधेश्याम ने तय कर लिया कि बहू आएगी तो अब हेलीकॉप्टर से ही और ऐसे में उन्होंने अपने इस निश्चय को पूरा करके दिखाया।