दिल्ली में AAP पार्षद घूस लेते रंगेहाथ गिरफ्तार, मूंगफली वाले के जरिए ऐसे पहुंचती थी रिश्वत की रकम
CBI ने शुक्रवार को आम आदमी पार्टी की नेता और दिल्ली की पार्षद को रंगे हाथ घूस लेते गिरफ्तार कर लिया है। पूर्वी दिल्ली के वार्ड नंबर 217/10E वेस्ट विनोद नगर निगम पार्षद आम आदमी पार्टी की गीता रावत को सीबीआई ने रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा। रिश्वत की कमाई गीता रावत के पास मूंगफली वाले के जरिए जाती थी।
सीबीआई के मुताबिक, गीता रावत छत बनवाने के एवज में पीड़ित से 20 हजार की डिमांड कर रही थीं। पीड़ित ने सीबीआई से इसकी शिकायत की, जिसके बाद सीबीआई ने ट्रैप लगाकर पहले बिचौलियों को गिरफ्तार किया। सीबीआई के कहने पर रंगे हुए नोट शिकायतकर्ता ने बिचौलिये को दिए। बिचौलिया पार्षद गीता रावत के पास पहुंच गया। गीता रावत ने जैसे ही नोट अपने पास लिए, सीबीआइ की टीम ने दस्तक दे दी। मौके से पार्षद और बिचौलिये को हिरासत में लेकर सीबीआइ की टीम यहां से अपने कार्यालय लेकर निकल गई। कार्यालय में पूछताछ के बाद दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया।
मूंगफली वाले सनाउल्लाह के पिता को इस बात का पता चला कि उनके बेटे को किसी ने पकड़ रखा है, तो वह दौड़ के निगम पार्षद के ऑफिस पर गए। वहां जब उन्होंने पूछा कि आपने मेरे बेटे को क्यों पकड़ा है? तो उन्होंने कहा कि हम सीबीआई वाले हैं, अभी आपको पता चल जाएगा कि हमने आपके बेटे को क्यों पकड़ा है? उसके पिता को पता चला कि निगम पार्षद गीता रावत रिश्वत के पैसे सनाउल्लाह के जरिए निगम पार्षद गीता रावत के पास जाते थे।
मूलरूप से देहरादून, उत्तराखंड की रहने वाली गीता रावत 2013 में आप से जुड़ी थीं। 2017 में वेस्ट विनोद नगर से आप ने उन्हें निगम का टिकट दिया था। यहां से भाजपा ने रवि नेगी को उतारा था। लेकिन रवि नेगी का नामांकन रद हो गया था। इस वजह से पार्टी निर्दलीय उम्मीदवार राहुल सिंह को अपना समर्थन दे दिया था। गीता रावत ने यह चुनाव 156 मतों से जीता था।