दो महिलाओं की पहले फेसबुक पर हुई दोस्ती, फिर पतियों को छोड़कर आपस में रचा ली शादी
कहते हैं कि ‘प्यार अंधा होता है’; और यह किसी को भी कभी भी हो सकता है। लेकिन दो महिलाएं आपस में प्रेम में आ जाएं। इसके बाद बात शादी तक पहुँच जाए। यह थोड़ा अजीब लगता है, लेकिन आज के दौर में समलैंगिकता के मामले काफ़ी तेजी से बढ़ रहे हैं। ऐसे में यह अचरज वाली बात नहीं होनी चाहिए।
जी हां ऐसा ही एक मामला अब मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से निकलकर आया है। जहां प्यार और शादी की एक अजीबोगरीब दास्तां देखने को मिली। गौरतलब हो कि इस मामले में दो शादीशुदा और बच्चों की मांओं ने आपस में शादी कर ली। इतना ही नहीं ये दोनों साथ-साथ रहने भी लगी, लेकिन फिर बीच में पुलिस का दखल हुआ। आइए ऐसे में जाने यह पूरा मामला…
दरअसल बता दें कि ये दोनों महिलाएं सर्वप्रथम फेसबुक के माध्यम से मिली। फिर आपस में बातचीत शुरू हुई और धीरे-धीरे यह दोस्ती इस तरह प्यार में तब्दील हुई कि दोनों ने एक दूसरे के साथ जीने-मरने की कसमें खा ली। लेकिन इस बीच जो सबसे बड़ी प्रॉब्लम थी वो ये कि दोनों महिलाएं शादीशुदा है। फिर भी इन दोनों ने अपने इरादे को नहीं बदला और अपने पतियों को छोड़कर साथ रहने का फैसला कर लिया।
वहीं जानकारी के लिहाज से मालूम हो कि इन दो महिलाओं में एक महिला नेपाली है, जो शिमला में रहती है, तो वहीं दूसरी भोपाल में रहती है और दोनों शादी के बाद भोपाल में ही रहने लगीं। इसके अलावा मालूम हो कि भोपाल की महिला पहले ही पति से अलग रह रही थी और उसका एक बच्चा है।
गाजियाबाद में दोनों ने रचाई शादी…
बता दें कि जब दोनों का प्यार परवान चढ़ा तो शिमला की महिला भोपाल में रहने वाली महिला से मिलने आई। इसके बाद दोनों ने गाजियाबाद में शादी की। वहीं दूसरी तरफ शिमला में महिला के पति ने पत्नी के लापता होने की रिपोर्ट दर्ज कराई। ऐसे में जब इस बात की जानकारी नेपाली संगठन को लगी तो खलबली मच गई और संगठन ने इस मामले में पुलिस से संपर्क किया।
इतना ही नहीं उन्होंने महिला अपराध शाखा देखने वाली एडीसीपी रिचा चौबे को पूरी बात बताई। फिर रिचा चौबे ने मामले की गंभीरता देख तुरंत कार्रवाई की और पता चला कि नेपाली महिला निशातपुरा थाना इलाके में रह रही है। इसी बीच महिला का पति भी नेपाली संगठन के जरिए शिमला से भोपाल आ गया।
दोनों महिलाओं की हुई काउंसलिंग…
वहीं गोविंदपुरा थाने में स्थित ऊर्जा डेस्क के माध्यम से दोनों महिलाओं की काउंसलिंग कराई गई और काउंसलिंग के दौरान यह बात सामने आई कि दोनों महिलाएं बिना किसी दबाव के अपनी इच्छा से एक साथ रह रही थीं। इतना ही नहीं दोनों को साथ रहते हुए तकरीबन डेढ़ महीना हो गया था।
ऐसे में महिला अपराध डीसीपी विनीत कपूर ने बताया कि दोनों महिलाएं बालिग हैं और उन पर किसी का कोई दबाव नहीं है और उनकी दोस्ती फेसबुक पर हुई। वहीं आखिर में बता दें कि काउंसलिंग के बाद नेपाली महिला अपने पति के साथ रहने को राजी हुए। जिसके बाद यह मामला आपसी सहमति से सुलझ गया।