सरकार महिलाओं को हर महीने दे रही चार हजार रूपए। जानिए क्या है ‘बैंक सखी योजना’
केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार महिलाओं के लिए कई तरीक़े की योजनाएं आज के समय में चला रही है। वैसे पुरुष हो या महिला पैसे की जरूरत हर किसी को होती है और किसी सरकारी योजना के माध्यम से कुछ सहयोग मिल जाएं, तो यह सोने में सुहागा होने जैसी बात है। जी हां वैसे भी सरकार की तरफ से तो कई योजनाएं क्रियान्वित की जाती हैं, लेकिन कई योजनाओं की जानकारी लोगों तक नहीं पहुँच पाती। जिस कारण से इन योजनाओं से पात्र लोग वंचित रह जाते हैं।
आइए ऐसे में हम आपको आज एक ऐसी योजना के बारे में बताने जा रहें हैं, जोकि देश की महिलाओं को सशक्त करने के लिए शुरू की गई है और यह योजना महिलाओं को रोजगार के अवसर भी उपलब्ध करा रही है।
क्या है बिजनेस कॉरेस्पॉन्डेन्ट सखी योजना?…
बता दें कि बिजनेस कॉरेस्पॉन्डेन्ट सखी योजना (Business Correspondent Sakhi Yojana) यानि सेल्फ हेल्प ग्रुप छोटे लेवल पर काम कर रही महिलाओं का एक समूह है। ये अपने संसाधनों और सेविंग्स फंड का इस्तेमाल करके अपना कारोबार बढ़ाती हैं। किसी सूक्ष्म कारोबार से जुड़े इस ग्रुप में 10-25 महिलाएं शामिल हो सकती हैं। एसएचजी यानी सेल्फ हेल्प ग्रुप बनाने के लिए समूह को रजिस्टर करना होता है। साथ ही बैंक खाता खुलवाना होता है। वहीं तय सीमा में बेहतर प्रदर्शन पर बैंक की तरफ से उसे आसान ऋण मिलने लगता है। साथ ही कई सरकारी योजनाओं का लाभ भी मिलता है। इस योजना का मकसद ग्रामीण क्षेत्रों में बैंकिंग सुविधाओं को पहुंचाना है।
कौन बन सकता बैंक सखी…
जानकारी के लिए बता दें कि बैंक सखी बनने के लिए 10वीं पास होना जरूरी है। इसके अलावा आपको ऑनलाइन काम करने के बारे में भी जानकारी होनी चाहिए। साथ ही साथ आपको बैंकिग कामकाज के बारे में भी जानकारी होनी चाहिए।
सरकार की तरफ से मिलते हैं ने 4000 रुपये…
बिजनेस कॉरेस्पॉन्डेन्ट सखी (Business Correspondent Sakhi) घर घर जाकर वित्तीय सेवायें उपलब्ध कराती है। इन्हें 6 महीने के लिए सरकार की तरफ से प्रति माह 4000 रुपए का मानदेय दिया जाता है। इसके अलावा काम बढऩे पर और ट्रांजेक्शन होने पर भी उनको कमीशन दिया जाता है। इससे महिलाओं की नियमित आय भी हो सकती है।
ग्रामीण इलाकों में बढ़ेंगी बैंकिग सेवाएं…
बता दें कि इस योजना का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण इलाकों में बैकिंग सेवाएं बढ़ाना है और इस योजना में यूपी की महिलाएं भाग ले सकती हैं। इसके अलावा मालूम हो कि इसमें सिर्फ महिलाओं को ही नौकरी दी जाएगी और इस योजना के तहत लगभग 58000 महिलाओं को रोजगार मिलेगा।
बैंक सखी बनने के लिए इन दस्तावेजों को होती है जरूरत…
वहीं आख़िर में बताते चलें कि बैंक सखी बनने के लिए महिलाओं के पास आधार कार्ड, बैंक पासबुक दसवीं पास की मार्कशीट, योजना सर्टिफिकेट के अलावा अतिरिक्त पासपोर्ट साइज फोटो व मोबाइल फोन नंबर होना अनिवार्य है। बैंक सखी के रजिस्ट्रेशन के लिए बीसी सखी एप भी लॉन्च किया गया है। जिसे गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है।
इस योजना की पहली किश्त सरकार ने 20000 महिलाओं के खाते में जनवरी महीने में ट्रांसफर की थी। जिसमें लाभार्थियों के रूप में उत्तर प्रदेश की महिलाएं शामिल रही। ऐसे में अब बैंक सखी बनने के लिए दूसरे चरण की प्रक्रिया भी जल्द शुरू होने वाली है। तो आप अपना रजिस्ट्रेशन कराकर इस योजना का लाभ उठा सकती है।