मैं जो कुछ भी हूं किशोर कुमार के कारण हूं, जब खंडवा में प्रस्तुति के दौरान रो पड़े थे बप्पी लहिरी
आई एम ए डिस्को डांसर, चलते-चलते मेरे ये गीत याद रखना, ऊह लाला ऊह लाला जैसे ढेरों गानों से अपनी ख़ास और बड़ी पहचान बनाने वाले दिग्गज़ गायक और संगीतकार बप्पी लहिरी अब हमारे बीच नहीं रहे. मंगलवार रात को 11 बजकर 45 मिनट पर बप्पी दा का मुंबई के एक अस्पताल में निधन हो गया था.
एक माह से भी अधिक समय से बप्पी दा अस्पताल में भर्ती थे और उन्हें छुट्टी दे दी गई थी लेकिन मंगलवार को तबीयत दोबारा बिगड़ने पर उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. हालांकि 24 घंटों के भीतर ही बप्पी ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया. जानकारी के मुताबिक़ बप्पी दा का निधन ओएसए (ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एप्निया) के कारण हुआ है.
मुंबई के क्रिटीकेयर अस्पताल में बप्पी दा ने 69 साल की उम्र में अंतिम सांस ली. उनके निधन से फैंस और सिने जगत सदमे में है. बप्पी का के निधन के बीच उनसे जुड़े कई किस्से भी सामने आ रहे हैं. एक बार बप्पी ने मध्यप्रदेश के खंडवा जिले में प्रस्तुति दी थी जहां वे रो पड़े थे और उन्होंने खंडवा के लोगों से एक ख़ास वादा भी किया था.
बता दें कि खंडवा से हिंदी सिनेमा के दिग्गज़ गायक और अभिनेता किशोर कुमार का गहरा रिश्ता है. किशोर कुमार का जन्म खंडवा में ही हुआ था. वहीं बप्पी दा के करियर में किशोर कुमार का बड़ा हाथ रहा है. प्यार से बप्पी किशोर दा को ‘मामा’ कहते थे और बप्पी दा का कहना था कि आज वे जो भी हैं, वह किशोर दा के कारण हैं. उनके मामा ने ही उन्हें इस मुकाम तक पहुंचाया है.
बप्पी को साल 2007-08 के दौरान खंडवा में कार्यक्रम करने का मौका मिला था. उन्होंने तब खंडवा में किशोर अलकंरण समारोह में प्रस्तुति दी थी. अपने इस कार्यक्रम के दौरान बप्पी लहरी ने अपने लोकप्रिय गाने ‘चलते-चलते मेरे ये गीत याद रखना’ पर भी प्रस्तुति दी थी और इस दौरान उनकी आंखें नम हो गई थी.
साल 2007-08 में मध्यप्रदेश की सरकार ने बप्पी दा को किशोर कुमार अलंकरण समारोह में शामिल होने के लिए न्योता दिया था. जाने-माने अभिनेता मनोज कुमार को तब यह सम्मान दिया गया था और बप्पी लहिरी को प्रस्तुति देने का अवसर मिला था. लेकिन प्रस्तुति के दौरान बप्पी दा रोने लगे थे. तब उन्हें उनकी बेटी रीमा लहिरी ने संभाला था.
बप्पी दा ने इस कार्यक्रम में अपने गानों के साथ ही किशोर कुमार के गानों पर भी प्रस्तुति दी थी. साथ ही उन्होंने खंडवा के लोगों से एक ख़ास वादा किया था. उन्होंने कहा था कि जब वे उन्हें किसी कार्यक्रम में बुलाएंगे तो वह बिना पैसे लिए प्रस्तुति देने आएंगे.
गुरुवार को हुआ बप्पी लाहिरी का अंतिम संस्कार…
बप्पी का का अंतिम संस्कार उनके बेटे बप्पा लहिरी के विदेश न लौट पाने के चलते बुधवार की जगह गुरुवार को किया गया. गुरुवार दोपहर बप्पी दा मुंबई के विले पार्ले के पवनहंस श्मशान भूमि में पंचतत्व में विलीन हुए. बप्पी दा को उनके बेटे बप्पा लहिरी ने मुखाग्नि दी. इस दौरान बप्पा लगातार रोए जा रहे थे और अपने पिता का अंतिम संस्कार कर रहे थे.
ये सितारें हुए अंतिम संस्कार में शामिल…
बप्पी लहिरी के अंतिम संस्कार में शक्ति कपूर, रूपाली गांगुली, अलका याज्ञनिक, शरबानी मुखर्जी, इला अरुण आदि कई सितारें शामिल हुए.