ये हैं दुनिया के आदर्श पति, पत्नी के लिए पार की सारी हदें, एक ने बीवी को मौत के मुंह से ले आया
किसी ने पत्नी की देख रेख के लिए DM की नौकरी छोड़ी तो किसी ने बीवी के लिए घर को बना दिया अस्पताल
सच्चा जीवनसाथी वही होता है जो हर सुख-दुख में आपके साथ खड़ा रहे। यदि आपका पार्टनर हार न माने तो आपके दुख बिना किसी कष्ट के गुजर जाते हैं। अब इन 4 पतियों को ही ले लीजिए। इन्होंने अपनी पत्नी की खुशी के लिए जो किया उसे देख इन्हें दुनिया के सबसे आदर्श पति भी कहा जाए गलत नहीं होगा। इनसे हर पति को प्रेरणा लेनी चाहिए।
1. पत्नी के लिए नौकरी-संपत्ति सब दाव पर लगा दिया
राजस्थान के पाली के खैरवा गांव के रहने वाले 32 वर्षीय डॉक्टर सुरेश चौधरी की बीवी अनीता को कोरोना हो गया था। उनकी हालत इतनी खराब हो गई थी कि मशीनों के सहारे जिंदा रखना पड़ रहा था। इसमें सुरेश को रोज का एक लाख रुपए का खर्च आ रहा था। पैसों के इंतजाम के लिए सुरेश ने अपनी MBBS की डिग्री गिरवी रख 70 लाख का लोन लिया था।
इसके अलावा उन्होंने अपनी जमीन बेच और सारी सेविंग खत्म कर बीवी को 87 दिनों तक मशीन पर रखा। इसमें उनके करीब सवा करोड़ रुपए खर्च हुए। हालांकि उनकी मेहनत रंग लाई। पत्नी के 95 फीसदी खराब हो चुके फेफड़े फिर से ठीक होने लगे। जल्द उन्हें अस्पताल से ठीक होने के बाद छुट्टी भी मिल गई।
2. प्रेग्नेंट बीवी की देखरेख के लिए छोड़ी डीएम की जॉब
नितिन भदौरिया को साल 2016 में पितौरागढ़ के डीएम की पोस्ट मिली थी, लेकिन उन्होंने चार्ज नहीं लिया। इसकी वजह उनकी प्रेग्नेंट बीवी थी। वे अपनी पत्नी स्वाति के गर्भावस्था में उनके साथ समय बिताना चाहते थे।
उनकी इस नेक सोच का उन्हें अच्छा फल भी मिला। कुछ समय बाद वे और उनकी पत्नी दोनों ही DM बन गए। 2018 में स्वाति चमोली जिले की जिलाधिकारी बनी तो नितिन अल्मोड़ा के जिला मजिस्ट्रेट के पद पर बैठे।
3. बीवी की खातिर घर को ही बना दिया हॉस्पिटल
मध्य प्रदेश के जबलपुर के रहने वाले रिटायर्ड इंजीनियर ज्ञानप्रकाश ने 2020 में अपने घर को ICU में तब्दील कर दिया था। इतना ही नहीं उन्होंने अपनी कार को चलती फिरती एम्बुलेंस में ट्रांसफॉर्म कर दिया था। दरअसल उन्होंने ये सब अपनी बीमार पत्नी के लिए किया था। उन्हें CO2 नार्कोसिस नामक बीमारी थी। इसमें मरीज को लगातार ऑक्सीजन सपोर्ट की आवश्यकता होती है।
4. दिव्यांग बीवी के लिए बनाई इलेक्ट्रिक व्हीलचेयर बाइक
जैक नीलसन की गर्लफ्रेंड कैमरी दिव्यांग है। कैमरी को घूमने फिरने का बड़ा शौक है, लेकिन अपनी फिजिकल कंडीशन की वजह से वह ऐसा नहीं कर पाती थी। फिर उनके बॉयफ्रेंड जैक को एक आइडिया आया। उन्होंने इलेक्ट्रिक बाइक्स के बीच में एक सीट जोड़ी और उसे व्हीलचेयर बाइक में तब्दील कर दिया।
कैमरी के लिए ये किसी सपने के सच होने जैसा था। अब वे इस पर सवार होकर आसानी से कई किलोमीटर घूम सकती थी। बाद में कपल ने शादी भी रचा ली थी। उन्होंने इस बाइक को ‘Not Wheelchair’ नाम दिया है। दरअसल ये बाइक विशेष रूप से दिव्यांगों के लिए बनी है और ये व्हीलचेयर जैसी नहीं लगती है। इसलिए ये नाम चुना गया।