गर्भवती भैंस को काटने जा रहा था कसाई, अचानक भैंस ने किया ये काम और बच गई जान
ममता चाहे इंसान में हो या जानवर में, वो ममता ही होती है। खासकर अगर बात अपने बच्चे की जिन्दगी पर आ जाए तो फिर इंसान ही नहीं जानवर भी हर तरह से उसे बचाने की कोशिश करने लगते हैं। इस दुनिया में कई अजीबो गरीब चीजें होती हैं जिनके बारे में हमें विश्वास ही नहीं होता है। कुछ ऐसा ही वाक्या चीन में हुआ।
यहां एक कसाई भैंस को काटने के लिए ले जा रहा था। वो भैंस गर्भवती थी और मरना नहीं चाहती थी क्योंकि उससे बच्चे की जान भी चली जाती। इसके बाद भैंस ने ऐसा काम किया जिससे उसकी जान बच गई। आइए जानें कि आखिर भैंस ने ऐसा कौन सा काम कर दिया जिससे उसकी जान बच गई।
गुआंगडोंग के शान्ताऊ की है घटना
गर्भवती भैंस से जुड़ी ये घटना चीन की है। यहां के गुआंगडोंग के शान्ताऊ में एक कसाई भैंस को अपने साथ ले जा रहा था। वो उसको कसाईबाड़े में ले जा रहा था ताकि उसको काटकर उसका मीट अच्छे दाम में बेच सके। चीन में भैंस के मीट की काफी डिमांड होती है। इसी वजह से वहां भैंसों को जमकर काटा जाता है और उनका मीट सप्लाई कर मोटा मुनाफा कमाया जाता है।
इसी वजह से कसाई भैंस को काटने ले जा रहा था। हालांकि उसको पता था कि वो गर्भवती है। इसके बाद भी उसका दिल नहीं पसीज रहा था और वो पैसों के लालच में गर्भवती जानवर की हत्या करने से भी पीछे नहीं हट रहा था। इसी बीच भैंस ने कुछ ऐसा काम किया, जिससे न सिर्फ उसकी जान बच गई, बल्कि कसाई की भी कमाई हो गई।
भैंस ने किया ये काम, बचाने आ गए लोग
गर्भवती भैंस को हलाल करने के लिए जब कसाई ले जा रहा था, तो रास्ते में भैंस घुटनों के बल बैठ गई। जानवर घुटनों के बल बैठकर कसाई से उसको न काटने की गुहार लगाने लगा। भैंस पेट में पल रहे अपने बच्चे और अपनी जान न लेने के लिए रहम की भीख मांगने लगी।
दावा तो यहां तक है कि उसकी आंखों में आंसू तक आ गए थे। भैंस की इस हरकत का वीडियो सोशल मीडिया पर आग की तरह वायरल हो गया। वीडियो के वायरल होते ही लोग उस जानवर को बचाने के लिए आगे आ गए।
उन्होंने भैंस की कीमत पता की। कीमत पता लगते ही सोशल मीडिया के जरिए ही चंदा इकट्ठा किया जाने लगा। करीब ढाई लाख रुपए चंदा जमा होने के बाद लोगों ने इस चंदे को उस बेरहम कसाई को दे दिया और गर्भवती भैंस को छोड़ने की अपील की। भैंस की अच्छी कीमत पाने के बाद उस कसाई ने भैंस को काटने का इरादा छोड़ दिया और उसकी जान बख्श दी। इतना ही नहीं कसाई उसको जियांग
के बौद्ध गोल्डन लॉयन टेम्पल को सौंप आया। यहां पर अब भैंस की अच्छी तरह से देखभाल होगी और वो अपने बच्चे को जन्म दे सकेगी। भैंस की थोड़ी सी समझबूझ ने न सिर्फ उसकी, बल्कि उसके पेट में पलने वाले बच्चे की जिन्दगी भी बचा ली।