प्यार का प्रस्ताव ठुकराने की ऐसी सजा! सिरफिरे आशिक ने मां-भाई के सामने लड़की के साथ किया काण्ड
सूरत (गुजरात)! वेलेंटाइन डे प्यार के इज़हार का दिन होता है, लेकिन उसी वेलेंटाइन डे से ठीक दो दिन पहले एकतरफा प्यार में एक युवक द्वारा लड़की की गला रेतकर हत्या कर दी जाती है। जिसके बाद अब इस मामले से पूरा शहर स्तब्ध है।
इतना ही नहीं लोग इस हत्याकांड से इस तरह ख़फ़ा है कि वे इस मामले में अब गुजरात सरकार के गृह मंत्री हर्ष संधवी से इस्तीफे की भी मांग कर रहें हैं और इस हत्याकांड ने गुजरात में बेटियों की सुरक्षा के दावे को एक बार फिर सबके सामने ला दिया है कि आख़िर ये दावे कितने खोखले हैं। आइए ऐसे में समझें यह पूरी दर्दनाक कहानी…
सूरत जिले के पासोदरा गांव की 21 वर्षीय ग्रीष्मा वेकारिया की एकतरफा प्यार में एक युवक ने हत्या कर दी थी। जिसके बाद उसका अंतिम संस्कार कराया गया। वहीं मालूम हो कि ग्रीष्मा के पिता अफ़्रीका में थे और उनके आने तक शव अस्पताल में रखा गया था।
ग्रीष्मा की 12 फरवरी को सिरफिरे फेनिल गोयानी ने उसकी मां और भाई के सामने गला काटकर हत्या कर दी थी और ग्रीष्मा के चाचा ने जब सिरफिरे आशिक को रोकने की कोशिश की, तो उसने उनके पेट में भी चाकू मार दिया था। हालांकि वे अब खतरे से बाहर हैं।
वहीं मालूम हो कि जब मंगलवार को ग्रीष्मा की अंतिम यात्रा निकाली गई तो लोगों का गुस्सा फूट पड़ा और पूरा सूरत पीडित परिवार के साथ खड़ा नजर आया। इतना ही नहीं जल्द से जल्द न्याय की बात कही गईं और अब हर किसी की जुबां पर सिर्फ एक ही बात है कि सरकार फास्ट ट्रैक ट्रायल करके हत्यारे को जल्द फांसी की सजा दिलाएं।
चुप्पी बनी जानलेवा…
वैसे ग्रीष्मा के साथ घटी यह दुःखद घटना उन परिजनों के लिए एक सबक है, जो अपनी बेटी को सुरक्षित चाहते हैं। ऐसे में अगर किसी बेटी के साथ कोई छेड़खानी करे तो बेटी के माँ-बाप और परिवार को चुप नहीं बैठना चाहिए, क्योंकि यह चुप्पी काफी भारी पड़ती है और कहीं न कहीं यही चुप्पी ग्रीष्मा की जान पर भी भारी पड़ी।
मालूम हो कि ग्रीष्मा का हत्यारा एक साल से उसे परेशान कर रहा था, लेकिन परिजनों ने इस घटनाक्रम को गंभीरता से नहीं लिया। ग्रीष्मा के परिजनों ने फेनिल को समझाने का प्रयास किया था, लेकिन वह नहीं माना। इतना कुछ होने के बाद भी परिजनों ने कभी इसकी शिकायत पुलिस से नहीं की।
फिर क्या था बीते दिनों सिरफिरे आशिक ने ग्रीष्मा को ही मौत के नींद सुला दिया और अब परिजनों के पास रोने के अलावा कोई और ऑप्शन शेष नहीं। लेकिन अगर इस मामले में सही समय पर पुलिस की मदद ली जाती तो ग्रीष्मा की जान बच सकती थी, लेकिन परिजनों की थोड़ी सी लोक-लाज ने बेटी को ही खोने पर मजबूर कर दिया।
दोनों पढ़ते थे एक साथ, इसी बीच एकतरफा मोहब्बत कर बैठा फेनिल…
ग्रीष्मा और फेनिल साथ में ही पढ़ाई करते थे और बीते शनिवार की शाम को करीब छह बजे ग्रीष्मा के चाचा ने फेनिल से कहा था कि वह ग्रीष्मा से दूर रहे। इसके बाद भी जब फेनिल ने ग्रीष्मा से मिलने की कोशिश की तो ग्रीष्मा के चाचा ने उसे पकड़ने की कोशिश की। इस पर फेनिल ने उनके पेट में चाकू घोंप दिया था।
इसके बाद फेनिल ने दौड़कर ग्रीष्मा को पकड़ लिया और गर्दन पर चाकू रख दिया था। आरोपी ने ग्रीष्मा के छोटे भाई को भी घायल कर दिया था। वहीं जानकारी के लिए बता दें कि सूरत की रहने वाली ग्रीष्मा पढ़ाई पूरी करके पुलिस-इंस्पेक्टर बनना चाहती थी, लेकिन अब उसका यह सपना अधूरा रह गया।
प्रेम-प्रस्ताव ठुकराने की सजा बनी मौत…
वहीं पुलिस की पूछताछ में यह पता चला है कि ग्रीष्मा ने फेनिल का प्रेम प्रस्ताव स्वीकार करने से इनकार कर दिया था। जिसके बाद भी फेनिल करीब एक साल से उसे परेशान कर रहा था। ऐसे में ग्रीष्मा के घर वालों ने उसे कई बार समझाया भी था, लेकिन उस पर इसका कोई असर नहीं हुआ। जिसके बाद आखिर में उसने प्यार में आकर ग्रीष्मा की हत्या ही कर डाली।
बेटी के दुख में बेहोश होकर गिर पड़े माता-पिता…
आख़िर में बताते चलें कि ग्रीष्मा को साज-संवारकर अंतिम यात्रा पर विदा किया गया और यात्रा में हजारों लोग जुटते चले गए। माता-पिता तो इस मंजर को देख ही नहीं पा रहे थे और बार-बार बेहोश हो रहे थे। वहीं अब हत्यारे को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और आगे की कार्रवाई की जा रही है।