कुमार विश्वास का सनसनीखेज दावा:- केजरीवाल बनना चाहते थे खालिस्तान के पहले पीएम
या तो पंजाब का मुख्यमंत्री बनूँगा या फिर खालिस्तान का पहला प्रधान मंत्री
राजनीति भी अजीब होती है। इसमें न कोई दोस्त होता है, न ही दुश्मन। जो कभी एक दूसरे के समर्थक और हितैषी माने जाते थे, वो भी विरोधी हो जाते हैं। कुछ ऐसा ही मशहूर कवि कुमार विश्वास और दिल्ली के सीएम और आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल के साथ हुआ है। दोनों एक समय बहुत अच्छे दोस्त हुआ करते थे लेकिन इस समय विरोधी हो चुके हैं।
कुमार विश्वास तो केजरीवाल को लेकर गाहे बगाहे खुलासे भी करते रहते हैं जो दोनों के बीच तल्ख रिश्तों को बयां करता है। अब कवि ने अरविंद केजरीवाल को लेकर एक और बड़ा खुलासा कर दिया है। उन्होंने दिल्ली सीएम की एक ऐसी बात बता दी है, जिससे उनकी मुश्किल बढ़ सकती है। आखिर वो कौन सी बात है, आइए जानते हैं।
ये है कुमार विश्वास का खुलासा
कुमार विश्वास ने एक सनसनीखेज दावा कर दिया है। उन्होंने ये खुलासा न्यूज एजेंसी एएनआई को दिए गए इंटरव्यू में किया है। कवि ने अरविंद केजरीवाल को अलगाववादियों का समर्थक करार दे दिया है। उनका दावा है कि केजरीवाल को सिर्फ सत्ता हासिल करने से मतलब है। इसे कैसे हासिल करना है, इस बात से उनको कोई फर्क नहीं पड़ता है। कुमार ने कहा कि अगर केजरीवाल को पंजाब की सत्ता हासिल करने के लिए अलगाववादियों का भी समर्थन लेना पड़ जाए तो इसके लिए भी वो तैयार हो जाएंगे।
#WATCH | Poet & former AAP leader Kumar Vishwas alleges AAP chief Arvind Kejriwal was supportive of separatists in Punjab
“One day, he told me he would either become CM (of Punjab) or first PM of an independent nation (Khalistan),” Vishwas says. pic.twitter.com/5ccGs9jNn3
— ANI (@ANI) February 16, 2022
इसके साथ ही उन्होंने केजरीवाल की उस चौंकाने वाली बात को भी बताया। कवि ने कहा कि एक बार खुद केजरीवाल ने उनसे कहा था कि वो या तो पंजाब का मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं, या फिर खालिस्तान का प्रधानमंत्री भी बन सकते हैं। कवि ने कहा कि इससे साफ जाहिर होता है कि वो पंजाब के अलगाववादियों के साथ हैं। कुमार ने दावा किया कि उनकी इस बात को सुनकर उन्होंने केजरीवाल को ऐसी बात करने से मना भी कर दिया था लेकिन उनको इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता है।
कभी एक ही पार्टी में थे केजरीवाल और कुमार
कुमार विश्वास देश के जाने माने कवि हैं। दिल्ली में जब अन्ना आंदोलन हुआ तब साल 2012 में दोनों एक साथ एक मंच पर आए थे। इसके बाद आम आदमी पार्टी का गठन किया गया। पार्टी के गठन से लेकर उसको चलाने में भी कुमार की अहम भूमिका रही थी। केजरीवाल और कुमार विश्वास दोनों ही पार्टी के लिए रणनीतियां बनाया करते थे।
हालांकि इसके बाद धीरे-धीरे दोनों के बीच खटास बढ़ने लगी और इसका नतीजा ये हुआ कि कुमार विश्वास ने आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल से अपना नाता ही तोड़ लिया और एक बार फिर से कविता पाठ करने लगे। हालांकि इसके बाद भी उनके मन में केजरीवाल का विरोध कम नहीं हुआ और आम मंच से वो दिल्ली के सीएम का विरोध करते नजर आते हैं। वैसे कवि ने जो खुलासा किया है, उससे केजरीवाल की मुसीबत बढ़ सकती है क्योंकि ये खुलासा पंजाब चुनाव से ठीक पहले हुआ है। आपको बता दें कि पंजाब में 20 फरवरी को मतदान होना है जिसमें आप भी जोर शोर से लड़ रही है।