भारत की ऐसी 5 जगहें, जहां भारतीय होने के बाद भी आप नहीं जा सकते। जानिए पूरी कहानी
संविधान देश के लोगों को कहीं भी घूमने की देता है इजाजत, लेकिन अपने देश में ही इन पांच जगहों पर नहीं जा सकते आप
घूमने का शौक लगभग हर व्यक्ति को होता है और नई-नई जगहों पर जाना हर किसी को अच्छा लगता हैं। इतना ही नहीं हम भारतीयों की पहली पसंद विदेशी देश होते हैं। जहां हम घूमने जाने का अक़्सर सोचते रहते हैं, लेकिन क्या आपको पता है कि भारत में भी कुछ जगहें ऐसी हैं। जो विदेशों की खूबसूरत जगहों को टक्कर देती हैं। जी हां आप सही सुन रहें है कि अपने देश में भी घूमने के लिए कई बेहतर जगहें हैं।
आइए ऐसे में आज हम आपको कुछ ऐसी जगहों के बारे में बताते हैं। जहां देश के लोगों को जाने की इजाजत तो नहीं, लेकिन ये जगहें काफी खूबसूरत हैं और यहां सिर्फ़ विदेशी पर्यटकों को जाने की इजाजत होती है…
बेंगलुरु का यूनो-इन-होटल…
यूनो-इन- होटल बेंगलुरु में स्थित है और यह होटल साल 2012 में जापानी लोगों के लिए बनाया गया था। जिसके बाद जल्द ही यह जगह विवादों में आ गईं और 2014 में इसे जातीय भेदभाव की वजह से बंद करनी पड़ी।
गोवा का ओन्ली फॉरेनर्स बीच…
गोवा में तो वैसे पर्यटकों के लिए बहुत सारी जगहें है। जहां वे घूम सकते हैं और कहीं न कहीं इस राज्य की अर्थव्यवस्था पूरी तरह पर्यटन पर ही निर्भर है। ऐसे में बता दें कि गोवा में कई ऐसे निजी बीच हैं, जहां भारतीयों के जाने की मनाही है और यहां सिर्फ विदेशी लोगों को ही इंट्री मिलती है और इन बीचो में से एक ओन्ली फॉरेनर्स बीच है। जहां सिर्फ विदेशियों को जाने की अनुमित है और इसके पीछे यहां के बीच मालिकों का तर्क है कि ऐसा नियम उन्होंने ‘बिकनी पहने विदेशी पर्यटकों’ को छेड़खानी से बचाने के लिए बनाया है।
हिमाचल प्रदेश में कसोल का फ्री कैफे…
हिमाचल प्रदेश की खूबसूरत वादियां तो देखते ही बनती है और इसे देवभूमि के नाम से भी जाना जाता है। मालूम हो कि यहां कई ऐसी जगह हैं जहां की खूबसूरती लोगों को अपनी तरफ काफी आकर्षित करती हैं। इसी में से एक हिमाचल प्रदेश में बसा कसोल गांव है। जो टूरिस्टों की पहली पसंद हमेशा बनता है। लेकिन आपको यह जानकर काफी हैरानी होगी कि इस जगह पर भारतीयों का प्रवेश पूर्ण रूप से वर्जित है और यहां कोई भी भारतीय नहीं जा सकता है। वहीं ऐसा करने के पीछे यहां के कैफे मालिक का कहना है कि यहां आने वाले ज्यादातर भारतीय पर्यटक पुरुष होते हैं, जो कि यहां दूसरे पर्यटकों से दुर्व्यवहार करते हैं।
अंडमान-निकोबार का नॉर्थ सेंटिनल आइलैंड…
बता दें कि ऐसा ही एक आइलैंड अंडमान-निकोबार द्वीप समूह में भी है। जहां किसी के भी आने की अनुमति नहीं है। बता दें कि इस द्वीप का नाम ‘नॉर्थ सेंटिनल आइलैंड’ है। जहां पर सिर्फ आदिवासी ही निवास करते हैं और यह द्वीप बाहरी दुनिया से संपर्क नहीं रखता है। ऐसे में इस द्वीप पर बाहर से आए हुए किसी भी व्यक्ति का जाना वर्जित है।
चेन्नई का रेड लॉलीपॉप हॉस्टल…
वैसे चेन्नई कहने को तो भारत का ही एक हिस्सा है लेकिन यहां भी कई ऐसे होटल हैं। जहां भारतीयों के जाने पर प्रतिबंध लगा हुआ है। बता दें कि इसी में से एक लॉलीपॉप हॉस्टल है। जहां भारतीयों के लिए नो एंट्री का बोर्ड लगा हुआ है।