स्वयं से शारीरिक संबंध बनाना चाहता है बॉडी बिल्डर, अपना रहा ऐसे अनोखे तरीके
शारीरक संबंध बनाना इंसान की बेसिक चीजों में से एक है। इसके बिना बहुत कम लोग ही रह पाते हैं। शारीरिक संबंध बनाने के लिए एक साथी की जरूरत होती है। साथी कौन होगा इसे लेकर लोगों के अलग-अलग मत और इंटरेस्ट होते हैं। जैसे अधिकतर लोगों को अपने अपोजिट जेंडर के साथ संबंध बनाना पसंद होता है। फिर कुछ तो सेम जेंडर संग इंटीमेट होने में मजा आता है।
खुद से संबंध बनाना चाहता है शख्स
लेकिन हद तो तब हो गई जब एक शख्स बोला कि उसे खुद के साथ ही संबंध बनाने हैं। उसे सेक्शुअल प्लेजर के लिए किसी दूसरे इंसान की जरूरत नहीं है। ये अनोखा बयान कजाकिस्तान (Kazakhstan) में रहने वाले यूरी टोलोच्को (Yuri Tolochko) नाम के एक बॉडीबिल्डर ने दिया है। 37 वर्षीय यूरी अपने इस अजीबोगरीब बयान की वजह से अब सुर्खियों का हिस्सा बना हुआ है।
यूरी का कहना है कि वे खुद से बेहद प्यार करते हैं। इसलिए अपने साथ शारीरक संबंध बनाना चाहते हैं। यूरी ने ये भी कहा कि इस साल वे ऐसे कई नए-नए तरीके खोज रहे हैं जिससे वह खुद के साथ संबंध बना सके।
इन तरीकों से देता है खुद को सेल्फ प्लेजर
यूरी पहले दो डॉल (Doll) से शादी रचा चुके हैं। उनकी एक एक डॉल का नाम लूना तो दूसरी का नाम लोला है। हालांकि डॉल लोला से शादी रचा उन्हें एहसास हुआ कि उन्हें खुद से प्यार की जरूरत है। इसलिए अब वे डॉल के साथ संबंध बनाते हुए खुद का वीडियो रिकॉर्ड कर लेते हैं। इसके बाद वह इस वीडियो में खुद को देख सेल्फ प्लेजर लेते हैं।
यूरी का कहना है कि उन्हें अपने बदन की खुशबू बड़ी पसंद है। इसे सूंघकर वे मदहोश हो जाते हैं। उनकी दिली तमन्ना है कि उन्हें प्यार करने के लिए अब किसी की भी जरूरत न पड़े। इसलिए वह अक्सर खुद पर ही प्यार लूट देते हैं।
यूरी का मानना है कि आपको किसी भी चीज से प्यार हो सकता है। यह चीज किसी तस्वीर, आत्मा, व्यक्ति या कुछ भी हो सकती है। अब यूरी का प्लान है कि वह अलग-अलग प्रकार के प्यार करने वालों का एक ग्रुप बनाएंगे। वह इस चीज की और गहराइयों में उतरना चाहते हैं।
सोशल मीडिया पर हुआ ट्रोल
उधर सोशल मीडिया पर जब लोगों को यूरी की खुद से सेक्स करने की चाह पता चली तो वे उन्हें ट्रोल करने लगे। एक ने कहा “भाई को कोई लड़की मिल नहीं रही है, इसलिए खुद से समझौता कर रहा है।” वहीं दुसरें ने लिखा “लगता है अब हम सिंगल लोगों के पास भी यही विकल्प बचा है।”