रिपोर्ट में सामने आयी सेना के गोला बारूद की कमी, साथ में सामने आया ऐसा सच जो उड़ा देगा आपके होश!
नई दिल्ली: भारत और चीन के बीच डोकलाम को लेकर विवाद धीरे-धीरे बढ़ता ही जा रहा है। इसी बीच कैग की एक रिपोर्ट ने सेना की गोला बारूद की कमी के बारे में बताकर हल्ला मचा दिया है। कैग की रिपोर्ट में इस बात का खुलासा किया गया है कि भारतीय सेना के पास केवल 10 दिन का ही गोला-बारूद बचा हुआ है। अगर भारत का युद्ध चीन के साथ होता है तो भारतीय सेना केवल 10 दिनों तक ही उनसे टक्कर ले सकती है। इस रिपोर्ट के बाद यह एक बड़ी समस्या बन गयी है कि भारत हर दिन चीन को धमकी भी देता जा रहा है और पास में लड़ाई के लिए हथियार ही नहीं हैं।
भारतीय सेना की स्थिति इतनी भी ख़राब नहीं:
लेकिन आज हम आपको भारतीय सेना के बारे में बताने जा रहे हैं कि सेना की स्थिति इतनी भी खराब नहीं है कि वह 10 दिन यह पहली बार नहीं है जब भारत की गोला-बारूद की कमी को लेकर रिपोर्ट जारी की गयी हो। यूपीए की सरकार में भी इसको लेकर एक रिपोर्ट छपी थी। लेकिन इस बार मामला कुछ और ही है, इस बार यह रिपोर्ट तब आयी है जब भारत और चीन के बीच युद्ध की स्थिति बन रही है। कैग की इस रिपोर्ट में कहा गया है कि भारतीय सेना को असलहे की जरुरत है। अगर ऐसी स्थिति में चीन से युद्ध छिड़ जाए तो भारत के 40 प्रतिशत असलहे 10 दिन में ही ख़त्म हो जायेंगे।
पाकिस्तान और चीन से हो सकता है भविष्य में युद्ध:
रक्षा विशेषज्ञ मारुफ़ रजा ने बताया कि सेना में आज से 40 साल पहले वॉर वेस्टेज रिज़र्व के हिसाब से एक टेबल बनाया गया था। उन्होंने बताया कि उस समय जब युद्ध होते थे तो 10-15 दिन तक नहीं बल्कि 1-2 महीने तक चलते रहते थे। जब युद्ध का कोई परिणाम नहीं होता था तो दुनिया के प्रभावशाली देश युद्ध करने वाले देशों के ऊपर युद्ध विराम का दबाव बनाते थे। लेकिन आज स्थितियाँ पूरी तरह से बदल गयी हैं। आज कोई भी देश 5-7 दिन युद्ध कर लेगा तो युद्ध विराम का दबाव बनाया जाने लगेगा। अभी के हालात के हिसाब से भारत की लड़ाई पाकिस्तान और चीन से हो सकती है।
दोनों देश हैं परमाणु हमले में सक्षम:
एशिया के दो बड़े देश अगर युद्ध करते हैं तो दुनिया के अन्य देशों को इससे काफी परेशानी होगी। ऐसे में कोई भी नहीं चाहता है कि दोनों देशों के बीच युद्ध हो। दोनों ही देश परमाणु शक्ति से संपन्न है और युद्ध की स्थिति में परमाणु हमले भी हो सकते हैं, इससे दुनिया में तबाही ही मचेगी। भारत के अन्य कई देशों से पिछले कुछ दिनों में काफी अच्छे रिश्ते बने हैं, इसे देखकर कहा जा सकता है कि भारत की स्थिति इतनी भी खराब नहीं हो। उधर चीनी मीडिया भारत और चीन के सीमा विवाद को लेकर हर रोज नए नए ज़हर उगल रहा है। असल में लड़ाई हो ना हो लेकिन वहाँ की मीडिया इस लड़ाई को असली ही बता रही है।
चीनी मीडिया दे रहा लगातार भारत को धमकी:
चीनी मीडिया भारत को लगातार धमकी पर धमकी दे रहा है। उनका कहना है कि चीन को भारत से गतिरोध के लिए तैयार रहना चाहिए। चीनी मीडिया के अनुसार भारत और चीन के बीच अन्य सीमाओं पर भी तनाव बढ़ सकता है। चीन यह भी कह रहा है कि भारत डोकलाम का सपना देखना छोड़ दे। चीनी अखबार ग्लोबल टाइम्स के अनुसार चीन कभी भी डोकलाम से अपनी सेना हटाने को तैयार नहीं होगी। कैग ने अपनी रिपोर्ट में भारतीय नौसेना को भी निशाना बनाया और कहा कि चार पनडुब्बी रोधी वाहक युद्धक पोत में असाधारण देरी हो रही है।
सेना की खराब हालत खाफी चिंताजनक:
कैग ने अपनी रिपोर्ट 1 जुलाई को सांसद में सौंपी थी। इसके अनुसार 2013 में गोला बारूद की सप्लाई करने वाली ऑर्डिनेंस कंपनी को गोला बारूद की कमी और गुणवत्ता को लेकर ध्यान दिलाया गया था। इसके बाद बी इस मामले में कोई प्रगति नहीं हुई। रक्षा मंत्रालय ने 40 दिन की रिज़र्व वॉर वेस्टेज के लिए मंजूरी दी थी। 1999 में फिर से यह तय किया गया कि रिज़र्व वॉर वेस्टेज को कम से कम 20 दिन की अवधी के साथ रिज़र्व होना चाहिए। जाँच में पता चला कि केवल 20 प्रतिशत गोला बारूद ही 40 दिनों के मानक पर खरे उतरे हैं। 55 प्रतिशत गोला बारूद 20 दिनों के स्तर से भी कम थे। भारतीय सेना की यह हालत काफी चिंताजनक है।