राणा अयूब के 1.77 करोड़ रु जब्त, दान के नाम पर पैसे लिए और खुद हड़प लिया, पूरी बैंक डिटेल देखिए
कोरोना के नाम पर चंदे के पैसे इकट्ठे कर डकार गयी राणा अयूब, जुग्गी झोपडी से लेकर महलों वालों तक सब को लूटा
दान में मिले पैसे का निजी इस्तेमाल करने के मामले में प्रोपेंगेंडा पत्रकार का तौर पर जानी जाने वाली राणा अयूब पर कानून का शिकंजा और कसता जा रहा है। अब मनी लॉन्ड्रिंग मामले प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने पत्रकार राणा अयूब के 1.77 करोड़ रुपए जब्त कर लिए हैं। ईडी अधिकारियों ने कहा कि राणा अयूब ने कथित तौर पर 3 अभियानों के लिए दिए गए दान का सही उद्देश्य के लिए इस्तेमाल नहीं किया। ईडी ने यह कदम यूपी की गाजियाबाद पुलिस द्वारा दर्ज प्राथमिकी के आधार पर उठाया है।
अयूब ने की थी ऑनलाइन क्राउड फंडिंग
ईडी अधिकारियों का कहना है कि राणा अयूब ने कोविड राहत, बाढ़ राहत और प्रवासियों को राहत पहुंचाने के लिए तीन ऑनलाइन चैरिटी अभियान शुरू किए थे। यह एक तरह की क्राउड फंडिंग थी। इसमें उन्हें FCRA की मंजूरी के बिना विदेशी योगदान भी मिला। हालांकि इनकम टैक्स और ईडी की कार्रवाई के बाद पत्रकार राणा ने विदेशी चंदा वापस कर दिया।
चंदे के निजी इस्तेमाल का आरोप
विदेशी चंदे की वापसी के बाद भी राणा अयूब के पास लगभग 2 करोड़ रुपए थे, लेकिन कथित तौर पर इसमें से केवल 28 लाख रुपए का ही चैरिटी में उपयोग किया गया था। ईडी का कहना हि कि उन्होंने गोवा की यात्रा जैसे निजी खर्चों के लिए चंदे का इस्तेमाल किया।
FIR के मुताबिक राणा अयूब ने ऑनलाइन क्राउडफंडिंग प्लेटफॉर्म केटो (Ketto) पर कुल 2,69,44,680 रुपए का फंड जुटाया था। ये धनराशि उसकी बहन और पिता के बैंक खातों में ट्रांसफर की गई थी। इस राशि में से 72,01,786 रुपए उसके अपने बैंक खाते में ट्रांसफर किए गए थे।
इसके अलावा उसकी बहन इफ्फत शेख के अकाउंट में 37,15,072 और उसके पिता मोहम्मद अयूब वक्फ के बैंक अकाउंट में 1,60,27,822 रुपए थे। बाद में उसकी बहन और पिता के अकाउंट से ये सभी धनराशि उसके खुद के अकाउउंट में ट्रांसफर कर दी गईं। अयूब ने ED के पास सिर्फ 31,16,770 रुपए के खर्च का ब्यौरा दिया। दस्तावेजों की पड़ताल के बाद सामने आया कि फंड में से सिर्फ 17,66,970 रुपए ही खर्च किए गए हैं।
चंदे के पैसे से कराया फिक्स डिपॉजिट
राणा अयूब ने कथित तौर पर दान के पैसे का उपयोग करके 50 लाख रुपए का फिक्स डिपोजिट (FD) भी कराया था। पूछताछ के दौरान उन्होंने ईडी को बताया कि एफडी इसलिए किया गया ताकि उसे कुछ ब्याज मिल सके और एक अस्पताल बनाया जा सके। हालांकि बैंक मैनेजर ने राणा अयूब के दावों का कथित तौर पर खंडन किया है।
फर्जी बिल बनाने का आरोप
एजेंसी के मुताबिक राणा अयूब ने राहत कार्यों में पैसा खर्च होने के सबूत देने के लिए फर्जी बिल बनवाए थे। निजी सफर के लिए किए गए खर्च को राहत कार्य के लिए बताया गया था। एजेंसी ने कहा कि जाँच में साफ होता है कि राणा अयूब ने पूरी प्लानिंग और व्यवस्थित तरीके से चैरिटी के नाम पर फंड जुटाया था, लेकिन फंड का इस्तेमाल पूरी तरह चैरिटी के लिए नहीं हुआ।
एजेंसी ने राणा अयूब की जो संपत्ति अटैच की है, वो इस प्रकार है-
1. बैंक डिटेल-
Saving Bank A/c No. 0541000205235
with HDFC Bank Ltd, KoparKhairane Branch, NaviMumbai
IFSC- HDFC0001575
अकाउंट होल्डर- राणा अयूब
फंड डिटेल- 19 मई 2020 को 50 लाख का फिक्स डिपॉजिट
2.बैंक डिटेल-
Current Bank A/c No. 9209820179688
with HDFC Bank Ltd;, KoparKhairane Branch, Navi Mumbai
IFSC- HDFC0001575
अकाउंट होल्डर- राणा अयूब
फंड डिटेल- बैंक अकाउंट में उपलब्ध शेष राशि 57,19,179
3.बैंक डिटेल- Saving Bank A/c No. 0541000205235
with HDFC Bank Ltd;, KoparKhairane Branch, Navi Mumbai
IFSC- HDFC0001575
अकाउंट होल्डर- राणा अयूब
फंड डिटेल- बैंक अकाउंट में उपलब्ध शेष राशि 70,08,525
राणा को धमकी देने वाला शख्स गिरफ्तार
उधर मुंबई पुलिस ने अपनी एक अलग कार्रवाई में पत्रकारा राणा अयूब को धमकी देने वाले शख्स को भोपाल से गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान सिद्धार्थ श्रीवास्तव के तौर पर हुई है। उसने पत्रकार के काम को लेकर उन्हें चेतावनी दी थी और कहा था कि अगर उन्होंने अपना काम नहीं रोका तो वो उनकी हत्या कर देगा।