स्वस्थ वैवाहिक जीवन के लिए शादी से पहले जरूर कराएं ये 4 मेडिकल टेस्ट, वरना आ सकती है दिक्क्त
भारत में विशेषकर हिन्दू धर्म में शादियों की बात करें तो इसे जन्म-जन्मांतर का रिश्ता माना जाता है। इसके अलावा हमारे यहाँ शादियों का काफी क्रेज भी होता है। जिसमें दूल्हा-दुल्हन और उनके परिवार वाले तमाम तरीके की तैयारियां भी करते हैं। जिसके बाद बड़े ही धूमधाम और रीति-रिवाज के साथ दो दिलों का मेल होता है।
इतना ही नहीं शादी जैसी परंपरा का महत्व इसी बात से लगा सकते हैं कि इसके लिए वर और वधु की कुंडलियां भी मिलाई जाती हैं, ताकि भविष्य में चलकर दोनों के बीच किसी भी प्रकार की समस्याएं न आएं, लेकिन दुर्भाग्य देखिए कि शादी से पहले इतनी बातों का तो ध्यान दिया जाता है बस भूला दी जाती है तो सबसे जरूरी बात और वो है मेडिकल फिटनेस टेस्ट।
जी हाँ जब दो दिल एक साथ मिल रहें हैं, फिर सिर्फ कुंडली मिलाने से ही काम नहीं बनने वाला और ऐसे में जब शादी से पहले कोई भी इंसान अपने होने वाले लाइफ पार्टनर में कई तरह की क्वालिटीज तलाश करता है, फिर कुछ मेडिकल टेस्ट में झिझक क्यों? आइए आज हम आपको ऐसे में कुछ मेडिकल टेस्ट के बारें में बता रहें, जिसे शादी के पहले एक दूल्हा और दुल्हन को अवश्य करवा लेना चाहिए…
जेनेटिक डिजीज टेस्ट (Genetic Disease Test)…
बता दें कि आप अपने मंगेतर का जेनेटिक डिजीज टेस्ट (Genetic Disease Test) जरूर कराएं क्योंकि अगर उनमें किसी भी प्रकार की आनुवांशिक बीमारियां हैं तो ये एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी में ट्रांसफर हो सकती है और इन जेनेटिक बीमारियों में डायबिटीज, किडनी डिजीज और कैंसर जैसे रोग अहम हो सकते हैं। ऐसे में अगर आप अपनी आने वाली पीढ़ी को स्वस्थ जिंदगी देना चाहते हैं तो शादी के पहले ऐसा टेस्ट करवाना जरूरी हो जाता है।
ब्लड ग्रुप कंपैटिबिलिटी टेस्ट (Blood Group Compatibility Test)…
ये टेस्ट वैसे बहुत जरूरी नहीं होता है, लेकिन आजकल ब्लड ग्रुप कंपैटिबिलिटी टेस्ट (Blood Group Compatibility Test) का चलन भी काफी बढ़ गया है और यह फैमिली प्लानिंग के लिए काफी अहम होता है। ऐसे में अगर दोनों पार्टनर्स का आरएच फैक्टर एक जैसा है और बल्ड ग्रुप कंपैटिबल है तो इससे महिलाएं प्रेग्नेंसी के दौरान होने वाली दिक्क्तों से बच सकती है। ऐसे में शादी से पहले ब्लड ग्रुप का कम्पेटिबिलिटी टेस्ट जरूर करवाना चाहिए।
इनफर्टिलिटी टेस्ट (Infertility Test)…
वहीं पुरुषों में स्पर्म की क्या स्थिति है? स्पर्म काउंट कितना है? इससे जुड़ी बातों के बारे में जानने के लिए इनफर्टिलिटी टेस्ट करवाना जरूरी होता है। चूंकि शरीर में इन्फर्टिलिटी से जुड़ें कोई खास लक्षण नहीं दिखते। ऐसे में टेस्ट करवाना जरूरी है ताकि भविष्य में फैमिली प्लान करने और गर्भधारण करने में किसी तरह की दिक्कत न आए और अगर आपको पहले ही इस बारे में पता चल जाएगा तो आप सही ट्रीटमेंट करवाकर आगे की खुशहाल जिंदगी खुद तो जी ही सकेंगे, साथ ही अपने पार्टनर को भी एक बेहतर जिंदगी दे पाएंगे।
सेक्शुअली ट्रांसमिटेड डिजीज टेस्ट (Sexually Transmitted Disease Test)…
वहीं आखिर में बता दें कि आजकल शादी से पहले एक टेस्ट और बहुत जरूरी होता है और वो है सेक्शुअली ट्रांसमिटेड डिजीज टेस्ट। जी हाँ आजकल की दुनिया में शादी से पहले यौन संबंध बनाना एक चलन बन गया है। ऐसे में आप सेक्शुअली ट्रांसमिटेड डिजीज का टेस्ट शादी से पहले अवश्य करवा लें और इन बीमारियों में एचआईवी, एड्स, गोनोरिया, हर्प्स, हेपेटाइटिस सी आदि शामिल हैं।
ऐसे में अगर आप ये टेस्ट करवा लेते हैं तो इससे आप और आपका पार्टनर दोनों एक-साथ एक सुरक्षित और खुशहाल जीवन की तरफ आगे बढ़ पाएंगे, वरना आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में वैसे भी मुसीबतें बहुत और अगर ये बातें शादी के बाद पता चली, फिर आप समझदार तो हैं ही और फिर क्या होगा, उसका सहज आंकलन आप आज ही कर सकते हैं।