जम्मू कश्मीर पुलिस ने पकड़े हाइब्रिड आतंकी, जानिए कौन होते हैं ये लोग और कैसे करते हैं काम
जम्मू-कश्मीर! जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में पुलिस ने मंगलवार को प्रतिबंधित आतंकी संगठन JeM के दो आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया है। इसके अलावा इस आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ करते हुए पुलिस ने तीन हाइब्रिड आतंकवादियों समेत 11 आरोपियों को भी गिरफ्तार किया है।
बता दें कि इनके कब्जे से हथियार और गोला-बारूद सहित अन्य आपत्तिजनक सामग्री भी बरामद की गई है और इस मामले में पुलिस का कहना है कि गिरफ्तार आतंकी कई जगहों पर पुलिस और सैनिकों पर हमला करने की योजना बना रहे थे। ऐसे में कहीं न कहीं ये हाइब्रिड आतंकी इस समय कश्मीर में एक नई चुनौती बने हुए हैं। आइए ऐसे में जानते हैं कि क्या होता है ‘हाइब्रिड आतंकी’ औऱ कैसे ये काम करते हैं…
गौरतलब हो कि अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक श्रीगुफवाड़ा को पार करने वाले सखरास में एक चेकपॉइंट पर, 2 पिलर सवारों के साथ एक बाइक सवार को रोका गया था। वहीं पुलिस के बयान के मुताबिक उन व्यक्तियों ने पहले भागने की कोशिश की, लेकिन सतर्क पुलिस दल ने उन्हें चतुराई से पकड़ लिया और उनके पास से दो चीनी पिस्तौल, कुछ मैगजीन और गोला-बारूद बरामद किया गया है।
इसके अलावा अधिकारियों का कहना है कि कश्मीर घाटी में पिछले कुछ दिनों में ऐसी घटनाएं बढ़ी हैं जिसमें हमला करने वाला शख्स ऐसा था जो कि आतंकियों कि लिस्ट में शामिल नहीं था। वहीं ये ऐसे लोग होते हैं जो कि हमला करने के बाद सामान्य जीवनशैली में वापस लौट आते हैं और उनकी पहचान करना मुश्किल हो जाता है और ये कट्टर विचारधारा से जुड़े हुए लोग होते हैं और किसी भी घटना को अंजाम दे सकते हैं।
हाइब्रिड आतंकी का आशय?…
बता दें कि हाइब्रिड आतंकी ऐसे लोगों को माना जाता है, जो सामान्य दिनों में अपना काम करते हैं और सामान्य जीवनशैली में रहते हैं, लेकिन जैसे ही इन्हें मौका मिलता है ये आतंकी घटना को अंजाम देने में भी नहीं घबराते हैं और कभी भी दहशतगर्दी फैला सकते हैं और इनके पास हथियार भी होते हैं जो कि आतंकी संगठनों की तरफ से मुहैया कराएं जाते हैं।
कैसे तैयार होते हैं हाइब्रिड आतंकी?…
वहीं मालूम हो कि ऐसे आतंकी तैयार करने के लिए सबसे पहले व्यक्तियों का ब्रेनवॉश किया जाता है और फिर धर्म और नफरत के नाम पर उसे कुछ भी करने के लिए उकसाया जाता है और उसके बाद गुप्त रूप से हथियार चलाने की ट्रेनिंग भी होती है। वहीं इस श्रेणी में ज्यादातर युवा होते हैं जिन्हें कट्टर बना दिया जाता है।
इसके अलावा बता दें कि ये अपने आकाओं के प्राप्त आदेश पर काम करते हैं और आतंकी घटना को अंजाम देने के बाद वे अपने आका के अगले आदेश का इंतजार भी करते हैं। वहीं जब उन्हें ऊपर से आदेश मिल जाता है। फिर वे दोबारा से एक सामान्य जीवन में लौट जाते हैं।