धोनी की दोस्ती के चलते सुरेश रैना इतने समय टीम इंडिया में टीके रहे? क्रिकेटर ने दिया जवाब
एक बड़े सेलिब्रिटी या खिलाड़ी होने के जहां कुछ फायदे हैं तो कुछ नुकसान भी है। लोग आपकी हर छोटी बड़ी बातों को पकड़ राई का पहाड़ बना देते हैं। आपको लेकर कई तरह की बातें कही जाती है जो आपका दिल दुखाती है। फिर आपको उन चीजों को लेकर सफाई देना पड़ जाता है। अब ऐसा ही कुछ पूर्व क्रिकेटर सुरेश रैना के साथ हुआ।
पक्के दोस्त हैं रैना और धोनी
सुरेश रैना और टीम इंडिया के पूर्व कप्तान एमएस धोनी की दोस्ती किसी से छिपी नहीं है। दोनों बहुत पुराने और अच्छे दोस्त हैं। हालांकि रैना को इस दोस्ती की कीमत भी चुकनी पड़ रही है। यदि आपको याद हो तो रैना ने माही के संन्यास लेने के फौरन बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को गुड बाय कह दिया था।
धोनी की वजह से लंबा चला रैना का करियर?
इस घटना के बाद लोग सुरेश रैना को लेकर कई तरह की बाते करने लगे। लोगों ने कहा कि सुरेश रैना का प्रदर्शन हमेशा खराब रहा, लेकिन वह टीम इंडिया में सिर्फ और सिर्फ धोनी की दोस्ती की वजह से टीके रहे। धोनी की वजह से ही उन्हें टीम इंडिया में जगह मिली और उनका अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर इतना लंबा चला।
जब रैना ने बंद किया लोगों का मुंह
इन सभी बातों को लेकर सुरेश रैना का दिल दुखता था। वह कहीं न कहीं परेशान रहते थे। ऐसे में उन्होंने अपनी किताब ‘बिलीव’ में इस पर खुलकर बात करते हुए लोगों को करारा जवाब दिया है।
सुरेश रैना ने लिखा “ऐसा कहा जाता है कि टीम इंडिया में मुझे धोनी के कारण अवसर मिले। मैं आपको बता दूं कि मैं अपनी काबिलियत के दम पर टीम इंडिया का हिस्सा था। बड़ा दुख होता है कि लोग हमारी दोस्ती को मेरी टीम इंडिया में जगह मिलने से जोड़ते हैं।”
सुरेश रैना ने आगे लिखा “धोनी में वह हुनर था कि वे किसी भी प्लेयर से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन हासिल कर सकते थे। उन्होंने मुझ से भी मेरा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन निकलवाया। वह मुझ पर भरोसा करते थे। मैं अपने खेल के जरिए टीम इंडिया में अपना स्थान सुनश्चित कर पाया। मैंने अपने खेल से एमएस धोनी का विश्वास और सम्मान प्राप्त किया।”
सुरेश रैना का करियर
सुरेश रैना ने टेस्ट क्रिकेट में एक शतक और 7 अर्धशतक के साथ 768 रन चटकाए। वनडे इंटरनेशनल में उन्होंने 226 वनडे खेले, जिसमें 5 शतक और 36 अर्धशतक के साथ 5615 रन अपने खाते में शामिल किए। वनडे में रैना का बेस्ट स्कोर 116 रन रहा। टी20 में उन्होंने 78 मैच खेले, जिसमें कुल 1605 रन बनाए। इसमें उन्होंने एक शतक और पांच अर्धशतक लगाए।