इस मशहूर गायक को अपना हमसफ़र बनाना चाहती थी लताजी, पिता ने शादी को लेकर कही थी ये बात
दिवंगत भारतरत्न और सुरों की साक्षात् देवी लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) भले ही अब हम सबके सामने सशरीर मौजूद नहीं, लेकिन उनके किस्से और उनसे जुडी स्मृतियाँ एक झलकी नुमा हम सभी के सामने हैं। वैसे लताजी जैसी विराट शख्सियत को एक बार में कोई भी बयां शब्दों में नहीं कर सकता है, लेकिन उनसे जुड़ें कुछ किस्से ऐसे जरूर हैं। जिनकी चर्चा अवश्य की जानी चाहिए।
ऐसे ही एक किस्से में उनका शादी से जुड़ा हुआ किस्सा है और उनकी शादी को लेकर अलग-अलग किस्से भी। हाँ इन किस्सों में जो असलियत जीवनभर बनकर रहा, उसमें ये बात आती है कि उन्होंने कभी शादी नहीं की।
इतना ही नहीं गायकी उनका आजीवन पहला प्यार बना रहा, लेकिन बॉलीवुड के एक ऐसे जाने माने सिंगर और अभिनेता थे जिन्हें लता दीदी बहुत पसंद करती थी। इतना ही नहीं कहा तो ये भी जाता है कि इस सिंगर और अभिनेता से एक समय लता जी शादी भी करना चाहती थी। आइए ऐसे में जाने इसी से जुडी कहानी…
बता दें कि यह किस्सा लताजी के बचपन से जुड़ा हुआ है और हुआ कुछ यूँ था कि जब लता मंगेशकर बहुत छोटी थीं और अपने पिता के साथ के.एल.सहगल के गाने सुनती थीं। ऐसे में उस दौरान लता जी, के.एल सहगल के गाने सुनते-सुनते ही अपने पिता के साथ सुरों का रियाज़ करती थीं और सिंगर के.एल.सहगल की आवाज़ लता मंगेशकर को इतनी पसंद थी कि बड़े होकर उनसे शादी करना चाहती थीं।
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उल्लेखनीय हो कि एक इंटरव्यू में लता जी ने ख़ुद इस बात का खुलासा किया था और उस दरमियान कहा था कि, “जहां तक मुझे याद है, मैं हमेशा के.एल सहगल से मिलना चाहती थी। मैं कहा करती थी कि जब मैं बड़ी हो जाऊंगी तो इनसे शादी करूंगी। वहीं तब पिताजी मुझे समझाते थे कि जब तुम शादी करने की उम्र में आ जाओगी तब तक सहगल साहब बूढ़े हो चुके होंगे।”
वहीं यहाँ आपको एक दुःखद और विधाता की लिखी कहानी बता दें कि ऐसा भी हुआ कि लता मंगेशकर कभी के.एल. सहगल से मिल तक नहीं पाईं। ऐसे में एक बार लता जी ने कहा था कि, “मुझे हमेशा इस बात का दुख रहेगा कि मैं उनसे कभी मिल नहीं पाई। लेकिन बाद में उनके भाई की मदद से मै उनके पत्नी आशाजी और बच्चों से मिली थी जिन्होंने मुझे के.एल सहगल साहब की अंगूठी तोहफे में दी थी।”
वहीं आखिर में बता दें कि लताजी पांच भाई-बहनों में सबसे बड़ी थी और इनके पिता का नाम दीनानाथ मंगेशकर था। वहीं जब लताजी की उम्र मात्र 13 साल थी तभी उनके पिता साल 1942 में स्वर्गवासी हो गए थे, जिसके बाद लताजी ने पारिवारिक जिम्मेदारियों का
निर्वहन किया और इसी वजह से कहीं न कहीं वो आजीवन कुंवारी रही और बीते दिनों उनका 92 साल की उम्र में मुंबई के एक अस्पताल में निधन हो गया, जिसके बाद पूरे देश में शोक की लहर देखी गईं।