74 साल की उम्र में महाभारत के ‘भीम’ ने दुनिया को कहा अलविदा, आखिरी वक़्त में ऐसी हो गयी थी हालत
मनोरंजन की दुनिया से एक दुखद खबर आ रही है। अभी दो दिन पहले (6 फरवरी) ही महान गायिका लता मंगेशकर के निधन से पूरा देश दुखी था। अब इंडस्ट्री के एक और दिग्गज शख्स का निधन हो गया। बीआर चोपड़ा के पौराणिक शो, ‘महाभारत’ में भीम का रोल कर फेमस हुए एक्टर प्रवीण कुमार सोबती अब हमारे बीच नहीं रहे।
नहीं रहे महाभारत के भीम
प्रवीण कुमार सोबती का आज 8 फरवरी को 74 वर्ष की उम्र में दिल्ली में निधन हो गया। वे बीते कई समय से बीमारी और आर्थिक तंगी को झेल रहे थे। उनका अंतिम संस्कार आज पंजाबी बाग स्थित श्मशान घाट पर किया जाएगा
खेलों में किया भारत का नाम रोशन
प्रवीण कुमार सोबती की कद काठी काफी अच्छी थी। इसके चलते उन्होंने अभिनय के साथ-साथ खेल की दुनिया में भी बहुत नाम कमाया था। वे एशियाई और राष्ट्रमंडल खेलों में भारत का प्रतिनिधित्व किया करते थे। उन्होंने हैमर और डिस्क थ्रो में कई पदक अपने नाम किए थे।
प्रवीण ने हांगकांग में आयोजित एशियाई खेल में भारत के लिए गोल्ड मेडल जीत था। 1960 और 70 के दशक में वह एथलेटिक्स में में बहुत पॉपुलर हुए थे। बताते चलें कि प्रवीण बीएसएफ में डिप्टी कमांडेंट भी रह चुके थे।
ऐसे मिल भीम का रोल
प्रवीण को एशियन गेम्स और ओलंपिक्स में मिली लोकप्रियता ने बीआर चोपड़ा का ध्यान अपनी ओर खींचा। ऐसे में उन्होंने प्रवीण को अपने सीरियल महाभारत में लेने की इच्छा जाहीर की। प्रवीण ने इसके पहले कभी एक्टिंग नहीं की थी। ऐसे में वह सिर्फ अपने किरदार के बारे में जानने के लिए बीआर चोपड़ा के ऑफिस गए थे। लेकिन उनकी कद काठी देखते ही बीआर चोपड़ा बोल पड़े “भीम मिल गया”।
50 से अधिक फिल्मों में किया काम
प्रवीण ने महाभारत के अलावा 50 से अधिक फिल्मों में काम किया। वे आखिरी बार 2013 में रिलीज हुई फिल्म ‘महाभारत और बर्बर’ में दिखे थे। इस फिल्म में भी उन्होंने भीम का रोल किया था।
राजनीति में भी आजमाया हाथ
अभिनय के अलावा प्रवीण कुमार सोबती ने राजनीति में भी हाथ आजमाया। उन्होंने आम आदमी पार्टी के टिकट पर दिल्ली के वजीरपुर से चुनाव लड़ा था, हालांकि जीत हासिल नहीं कर सके। बाद में वह आप पार्टी छोड़कर भाजपा में चले गए थे।
लगाई मदद की गुहार
आखिरी बार प्रवीण तब सुर्खियों में आए थे जब उन्होंने अपना जीवन यापन करने के लिए पेंशन की गुहार लगाई थी। उन्होंने सरकार को अपनी कमजोर आर्थिक स्थिति से अवगत कराते हुए सरकार से मदद मांगी थी।