इस वजह से राजपरिवार में विवाह होते-होते रह गया था लता जी का, जीवन में महसूस करती थी अकेलापन
करोड़ों दिलों को अपने गीत से दीवाना बनाने वाली सुर कोकिला अब हमारे बीच भले नहीं हैं, लेकिन उनकी यादें सदैव लोगों के जेहन में रहेगी। जी हाँ लता जी एक साधारण परिवार से ताल्लुक रखती थी और वो सादगी सदैव उनके जीवन में झलकती रही, फिर भले क्यों न वो एक स्टार बन गईं हो! बता दें कि सदा उनका सीधा-सादा लिबास, सिंपल-सी साड़ी, बालों की दो चोटी गूंथी हुई, माथे पर एक बिंदी ही उनकी पहचान रही और अब वो इसी पहचान के साथ स्वर्गवासी हो गईं हैं।
इसी बीच लता जी के जाने से हर कोई गमगीन है और उन्हें श्रद्धा- सुमन अर्पित कर रहा है, लेकिन इसी बीच लता जी की कुछ स्मृतियाँ भी लोगों के जेहन में आ रही है और उसमें सबसे बड़ी बात यही है कि आखिर उन्होंने इतने बड़े जीवन में शादी क्यों नहीं की। आइए ऐसे में हम इस कहानी में इसी राज से पर्दा उठाते हैं…
बता दें कि यह तो आप सभी को पता है कि वो चार बहनों और एक भाई में सबसे बड़ी थी और 13 साल के उम्र से ही संगीत गायन और फिल्मों में काम शुरू कर दिया था, लेकिन जो सवाल आप सभी के जेहन में उनकी शादी को लेकर कौंधता उसको लेकर उन्होंने कई बार जवाब दिया था। जी हाँ उन्होंने साल 2011 में अपने जन्मदिन पर एक मीडिया समूह को साक्षात्कार देते हुए अपने शादी न करने के कारण का खुलासा किया था।
बता दें कि उनसे उस दौरान यह सवाल पूछा गया था कि, “शादी के सपने के साथ बड़ी होने वाली हर लड़की की तरह क्या आपको शादी करने का विचार कभी नहीं आया?” वहीं मालूम हो कि इस सवाल का जवाब तो लता जी के पास नहीं था, लेकिन फिर भी उन्होंने उस समय कहा था कि, “सब कुछ भगवान की इच्छा के अनुसार होता है।
जीवन में जो भी होता है, वह अच्छे के लिए होता है और जो नहीं होता, वह भी अच्छे के लिए ही होता है।” इतना ही नहीं लता ने उस समय आगे कहा था कि, “अगर यह सवाल मुझसे चार-पांच दशक पहले पूछा जाता, तो शायद आपको कुछ और जवाब मिलता। लेकिन आज मेरे पास ऐसे विचारों के लिए कोई जगह नहीं है।” वैसे जानकारी के लिए बता दें कि जब यह सवाल पूछा गया था, उस दौरान लता जी तकरीबन 82 साल की थी।
इसके अलावा बता दें कि एक दूसरे साक्षात्कार में भी कुछ ऐसा ही सवाल उनसे एक बार और पूछा गया था। तब लता मंगेशकर जी ने बताया था कि घर में वह सबसे बड़ी थीं, सो उनपर जिम्मेदारियां भी कई थीं। इतना ही नहीं उन्होंने कहा था कि, “घर के सभी सदस्यों की जिम्मेदारी मुझ पर थी। ऐसे में कई बार शादी का खयाल आता भी था तो उस पर अमल नहीं कर सकती थी। बेहद कम उम्र में ही मैं काम करने लगी थी। मेरे पास बहुत ज्यादा काम रहता था।” यहाँ आप सभी को यह पता होना जरूरी है कि साल 1942 में जब वह महज 13 साल की थीं, तब ही इनके पिता का निधन हो गया था। ऐसे में परिवार की सारी जिम्मेदारियां इनके ऊपर ही आ गई थीं।
वहीं मालूम हो कि लता मंगेशकर के शादी नहीं करने के पीछे मीडिया में एक और थ्योरी प्रचलित है और मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक लता जी की शादी नहीं होने के पीछे उनके काफी करीबी दोस्त रहे राज सिंह डूंगरपुर है। गौरतलब हो कि राज, शाही परिवार से आते थे और बीसीसीआई यानी भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के अध्यक्ष थे।
ऐसे में कहा जाता है कि ये दोनों शादी करना चाह रहे थे, लेकिन जब राज सिंह ने अपने माता-पिता को इस बारे में सूचित किया, तो उनके पिता महारावल लक्ष्मण सिंह ने यह प्रस्ताव खारिज कर दिया। अब इस बात में कितनी सच्चाई यह तो सिर्फ राज सिंह और लता को ही पता, लेकिन इस बात की पुष्टि कभी लता जी ने नहीं की और उनके जाने के साथ यह राज राज ही रह गया।
इसके अलावा आखिर में बता दें कि जब एक बार लता जी से यह सवाल किया गया कि, ” क्या कभी उन्हें जीवन में अकेलापन महसूस होता है, खालीपन अखरता है? तब लता मंगेशकर ने बताया था कि कभी-कभी वह खालीपन महसूस करती हैं और उस दौरान उन्होंने कहा था कि, “मेरे सारे दोस्त चले गए। नरगिस और मीना कुमार मेरी करीबी दोस्त थीं। हम उनके निधन तक रेगुलर तौर पर टच में रहते थे। एक अन्य दोस्त मेरे देव आनंद भी रहे, जिनके संपर्क में लगातार रही।”