अद्भुत-अद्वितीय लता: तस्वीरों में देखें ‘दीदी’ का बचपन और जवानी, नज़र पड़ते ही नम हो जाएगी आंखें
करोड़ों देशवासियों की आंखें आज नम है. देश की सबसे बड़ी, सबसे पसंदीदा, सबसे लोकप्रिय, महान, दिग्गज़ गायिका लता मंगेश्कर आज हम सभी को छोड़कर हमेशा-हमेशा के लिए इस दुनिया को अलविदा कह गई. ‘भारत रत्न’ जैसे प्रतिष्ठित सम्मान से सम्मानित हुई लता जी ने ढेरों अवॉर्ड्स जीते थे. उन्हें फ़्रांस का सर्वोच्च नागरिक सम्मान भी दिया गया था.
लता मंगेशकर का जन्म 28 सितंबर 1929 को इंदौर में हुआ था. 92 साल की उम्र में उन्होंने रविवार सुबह 8 बजकर 12 मिनट पर मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में आख़िरी सांस ली. डॉक्टर्स ने कहा कि लता जी के अंगों ने काम करना बंद कर दिया था. कोरोना होने के बाद उन्हें 8 जनवरी को अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. वे कोरोना को मात दे चुकी थी. लेकिन शनिवार सुबह उन्हें दोबारा वेंटिलेटर पर शिफ्ट किया गया और आज सुबह उनके निधनकी दुःखद ख़बर आई.
लता जी ने महज 13 साल की उम्र में आधिकारिक तौर पर गाने की शुरुआत कर दी थी. 1971 में उन्होंने पहली बार स्टूडियों में गाना गाया था. 7 दशक से भी अधिक लंबे करियर में लता जी ने 36 भाषाओं में 30 हजार से अधिक गाने रिकॉर्ड किए. आइए इस दुःखद घड़ी के बीच आपको इस महान गायिका के बचपन की और कुछ पुरानी तस्वीरें दिखाते हैं.
लता दीदी जब बहुत छोटी थी तब वे ऐसी दिखती थी. दीनानाथ मंगेशकर के घर लता दीदी का जन्म हुआ था. उनके पिता एक थिएटर कलाकार और एक गायक थे.
‘भारत रत्न’ स्वर कोकिला, स्वर साम्राज्ञी लता जी का पहले नाम हेमा रखा गया था हालांकि जब वे पांच साल की हुई थी तब उनका नाम ‘लता’ रख दिया गया था. लता जी को संगीत की विरासत अपने पिता दीनानाथ मंगेशकर से मिली थी
लता जी ने महज पांच साल की उम्र में गाना शुरु कर दिया था. पिता के साथ बैठकर लता दीदी संगीत की शिक्षा लिया करती थी. वे जब थोड़ी बड़ी हुई थी तो उनके पिता का निधन हो गया था लेकिन लता जी ने पिता को खोने के बाद भी गाना जारी रखा और उनकी दी हुई शिक्षा को आगे बढ़ाया.
बताया जाता है कि कम उम्र में पिता को खो देने के कारण लता जी कभी स्कूल नहीं गई. पिता के चले जाने से परिवार के प्रति उनकी जिम्मेदारियां बढ़ गई थी. वे महज दो दिन ही स्कूल जा पाई थीं.
लता मंगेशकर संगीत का दूसरा नाम रही. हिंदी और मराठी भाषा के अलावा उन्होंने देश-दुनिया की 36 भाषाओं में 30 हजार से भी अधिक गानों को अपनी आवाज दी. यह अपने आपमें एक बड़ा रिकॉर्ड है.
जब लता का गाना सुनकर रो पड़े थे देश के पहले पीएम नेहरू…
लता जी को ‘ऐ मेरे वतन के लोगों’ गाने से ख़ास पहचान मिली थी. लता जी यह गाना सुनकर देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरु भी रोने लगे थे.
लता मंगेशकर की तरह ही उनकी छोटी बहन आशा भोंसले भी काफी लोकप्रिय हुई. आशा जे भी हिंदी सिनेमा और संगीत जगत का एक बहुत बड़ा नाम है.
देश की पहली महिला पीएम रही इंदिरा गांधी के साथ स्वर साम्राज्ञी लता दीदी.
जानवरों से लता जी को बेहद लगाव और प्यार था. दो-दो कुत्तों को अपने हाथों में लिए लता दीदी.
दिवंगत अदाकारा मीना कुमारी के लता जी के साथ बहुत अच्छे रिश्ते रहे. इस तस्वीर में दोनों दिग्गज़ हस्तियां एक साथ नज़र आ रही हैं.
देश के पहले पीएम जवाहरलाल नेहरु से लेकर वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक से लता दीदी के रिश्ते बेहद मधुर और अच्छे रहे.