अंग्रेजों को हराकर भारत ने रिकॉर्ड पांचवी बार जीता अंडर-19 विश्वकप, BCCI ने की पैसों की बारिश
हिंदुस्तान की युवा क्रिकेट टीम ने एक बार फिर विश्व क्रिकेट पर बादशाहत हासिल की. शनिवार को हुए अंडर 19 क्रिकेट वर्ल्डकप में भारतीय टीम ने इंग्लैंड को हराकर रिकॉर्ड पांचवी बार विश्वकप का ख़िताब अपने नाम किया. यश ढुल की कप्तानी में भारत ने इतिहास रच दिया. भारत को शुरू से ही इस विश्वकप पर कब्जा जमाने का प्रबल दावेदार माना जा रहा था और आख़िरकार भारत ने वो कर दिखाया जिसकी सभी को उम्मीद थी.
बता दें कि आख़िरी बार भारत ने साल 2018 में पृथ्वी शॉ की कप्तानी में विश्वकप जीता था. भारत और इंग्लैंड के बीच खेले गए मैच में भारतीय टीम ने पहले गेंदबाजी और फिर बल्लेबाजी में दमदार प्रदर्शन दिखाया. इंग्लैंड ने टॉस जीता और बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया.
Good Morning, India 👋
You are #U19CWC champions 🏆 pic.twitter.com/8FcTdyUCtJ
— ICC (@ICC) February 6, 2022
इंग्लैंड ने पहले बल्लेबाजी की और उसका यह फ़ैसला भारतीय गेंदबाजों ने गलत साबित कर दिया. इंग्लैंड के 60 रन ही बने थे कि आधी से ज़्यादा अंग्रेजी टीम को भारतीय गेंदबाजों ने पैवेलियन की राह दिखा दी थी. बीच में कुछ ओवर्स में इंग्लैंड के बल्लेबाजों ने अपनी टीम को संभाल लिया था नहीं तो उसके 100 रन बनने भी मुश्किल हो रहे थे.
पहले बल्लेबाजी करते हुए इंग्लैंड की टीम 200 रन भी नहीं बना पाई. भारतीय गेंदबाजों के सामने अंग्रेजों ने पूरे 50 ओवर भी नहीं खेलें और 45वें ओवर की पांचवी गेंद पर इंग्लैंड की पारी सिमट गई. इंग्लैंड ने महज 189 रन बनाए. इंग्लैंड के लिए सबसे बड़ी और यादगार पारी जेम्स रियू ने खेली. उन्होंने अपनी टीम के लिए सबसे ज्यादा 95 रन बनाए और वे शतक बनाने से चूक गए.
That #U19CWC winning feeling 💙 pic.twitter.com/wKk7BibxXh
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इंग्लैंड के परखच्चे उड़ाने का काम भारत के लिए राज बावा और रवि कुमार ने किया. राज बावा ने 9.5 ओवर में एक मेडन ओवर फेंकते हुए कुल 31 रन दिए और आधी इंग्लैंड टीम को अपना शिकार बनाया. उन्होंने कुल 5 विकेट हासिल किए. जबकि रवि कुमार ने इंग्लैंड के 4 बल्लेबाजों को पैवेलियन की राह दिखाई. रवि ने 9 ओवर की गेंदबाजी में 1 मेडन ओवर फेंका और 34 रन दिए.
इंग्लैंड से मिले 190 रन के आसान से लक्ष्य को भारत ने 14 गेंद शेष रहते हासिल कर लिया और विजयी छक्का लगते ही पूरा भारतीय खेमा खुशी से झूम उठा. भारत के लिए शेख रशीद और निशांत सिंधू ने अर्द्धशतकीय पारियां खेली. सिंधू ने नाबाद 50 रन बनाए और शेख ने भी 50 रनों की पारी खेली थी. कप्तान यश ढुल ने 32 गेंदों में 17 रन बनाए.
राज बावा रहे ‘प्लेयर ऑफ द मैच’…
भारत ने 190 रनों का लक्ष्य 47.4 ओवर में छह विकेट खोकर हासिल किया. भारत की इस ऐतिहासिक जीत में सबसे बड़ा और अहम योगदान राज बावा का रहा. पहले तो भारत ने राज बावा के पांच विकेट की बदौलत इंग्लैंड को 189 रनों पर रोक दिया फिर राज बावा ने 35 रनों का योग्दान भी दिया. राज को अपने बेहतरीन प्रदर्शन के चलते ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ के अवॉर्ड से सम्मानित किया गया.
BCCI ने युवा टीम पर की पैसों की बारिश…
अंडर 19 विश्वकप का ख़िताब अपने नाम करने के बाद भारत की युवा क्रिकेट टीम मालामाल जो गई है. भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने टीम के हर एक खिलाड़ी को मालामाल कर दिया है. BCCI ने हर खिलाड़ी को 40 लाख रुपये की इनामी राशि देने की घोषणा की. जबकि प्रत्येक सपोर्ट स्टाफ को 25 लाख रुपये की रकम दी जाएगी.
यश से पहले इन कप्तानों ने दिलाया भारत को अंडर 19 विश्वकप…
2⃣0⃣0⃣0⃣ 🏆
2⃣0⃣0⃣8⃣ 🏆
2⃣0⃣1⃣2⃣ 🏆
2⃣0⃣1⃣8⃣ 🏆
2⃣0⃣2⃣2⃣ 🏆India U19 – The FIVE-TIME World Cup Winners 👏 🔝#U19CWC #BoysInBlue pic.twitter.com/DiE53Sdu0Y
— BCCI (@BCCI) February 5, 2022
यश भी अब भारत को अंडर 19 विश्वकप दिलाने वाले कप्तानों में शुमार हो गए हैं. यश से पहले साल 2018 में पृथ्वी शॉ, साल 2012 में उन्मुक्त चंद, साल 2008 में विराट कोहली और साल 2000 में मोहम्मद कैफ यह कारनामा कर चुके हैं. बता दें कि कुल 5 बार अंडर 19 विश्वकप जीतने वाली भारतीय टीम ने रिकॉर्ड कुल 8 बार अंडर 19 विश्वकप फाइनल खेला है.