7 साल की मासूम बच्ची से 6 मासूम बच्चों ने किया गैंगरेप,हालत खराब, मोबाइल वीडियो देख सीखा गैंगरेप
छत्तीसगढ के अंबिकापुर से बेहद चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां एक 7 साल की मासूम बच्ची के साथ 6 बच्चों ने गैंगरेप किया। आपको जानकर हैरानी होगी आरोपी 6 बच्चों की उम्र 13 साल से कम है, एक आरोपी बच्चे की उम्र तो सिर्फ 7 साल है। आरोपी सभी बच्चे पीड़ित बच्ची के परिवार या आस-पड़ोस के ही हैं।
ये बच्चे मोबाइल पर अश्लील वीडियो देखकर लगभग डेढ़ महीने से इस बच्ची के साथ गैंगरेप कर रहे थे। जब बच्ची के हालत बिगड़ी तो मामले का खुलासा हुआ। क्या है पूरा मामला, कैसे पूरी वारदात अंजाम दी गई आपको आगे बताते हैं।
7 साल की बच्ची से नाबालिगों ने किया रेप
छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर से 7 साल की बच्ची के साथ गैंगरेप का मामला सामने आया है। आरोप है कि इस घटना को परिवार के ही 6 नाबालिग लड़कों ने अंजाम दिया। पूछताछ में इन बच्चों ने बताया कि उन्होंने मोबाइल पर देखकर यह सीखा। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि खेल-खेल में ही बच्चों ने इस घटना को अंजाम दिया है।
अश्लील वीडियो देखकर सीखा गैंगरेप करना
बताया जा रहा है कि मोबाइल पर अश्लील वीडियो देखकर परिवार के 7 से 13 साल के 6 लड़के डेढ़ माह से सामूहिक बलात्कार की घटना को अंजाम दे रहे थे। परिवार के किसी सदस्य को इस बात की भनक तक नहीं लग सकी। इस दौरान बच्ची की तबियत खराब हो गई और उसके पेट में दर्द होने लगा।
पीड़ित बच्ची के बड़े भाई को लगी भनक
इस दौरान बच्ची के बड़े भाई ने परिवार और पड़ोस के बच्चों को उसकी बहन से रेप का प्लान बनाते की बात सुनी तो इस पर उसे शक हुआ और उसने परिजन को इसकी जानकारी दी। परिजनों ने बच्चों से पूछताछ की तो उन्होंने बलात्कार की बात स्वीकार कर ली। तुरंत ही बच्ची मेडिकल जांच के लिए के लिए अस्पताल ले जाया गया और पुलिस को इस मामले की सूचना दी गई।
पुलिस जांच जारी
वहीं इस मामले पर पुलिस का कहना है कि एक सात साल की नाबालिग बच्ची के साथ गैंगरेप का मामला सामने आया है। इस घटना को अंजाम 7 से 13 साल के नाबालिग बच्चों ने दिया। मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। यह घटना दो तीन माह पूर्व की बताई जा रही है। बच्चों ने पूछताछ में बताया कि उन्होंने मोबाइल में वीडियो देखकर यह सीखा। बच्चे मोबाइल पर किस तरह का वीडियो देख रहे थे, इसकी भी जांच की जा रही है।
यह घटना बच्चों के माता-पिता और अभिभावकों को सावधान करने वाली है।इंटरनेट, स्मार्ट फोन, मोबाइल के फायदे हैं तो नुकसान भी हैं। बच्चों द्वारा मोबाइल, इंटरनेट के इस्तेमाल पर नजर रखना जरूरी है। इंटरनेट पर आसानी से उपलब्ध पोर्न और अश्लील वीडियो से समाज में व्यभिचार तो फैल ही रहा है आने वाली पीढ़ी भी बचपन में ही इसकी शिकार हो जा रही है। सरकार और समाज समेत हर तबके को इस पर ध्यान देना होगा।