हरभजन सिंह का छलका दर्द : कहा-मुझे, युवराज, सहवाग और गंभीर को यूज कर फेंक दिया गया
अपने समय में टीम इंडिया के स्टार खिलाड़ी रहे हरभजन सिंह के साथ 2011 वर्ल्ड कप के बाद जैसा व्यवहार किया गया, उसको लेकर उनके अंदर काफी मलाल और दर्द है। अपने साथ हुए व्यवहार को लेकर उनका दर्द उस समय छलक आया जब वो उन्होंने एक यूट्यूब चैनल से खुलकर बात की।
यूट्यूब चैनल बैक स्टेज विद बोरिया (Backstage with Boria) पर बातचीत के दौरान हरभजन सिंह का दर्द सामने आ गया। उन्होंने बताया कि कैसे उन्हें और उनके साथी खिलाड़ी युवराज सिंह, वीरेंद्र सहवाग और गौतम गंभीर को इस्तेमाल करके फेंक दिया गया।
बीसीसीआई अधिकारियों पर सवाल
हरभजन सिंह ने कहा, ‘आप ये जानते हैं कि वो अधिकारी (BCCI ऑफिशियल) क्या कर रहे थे, उस समय भारतीय क्रिकेट में क्या हो रहा था और कैसे दूसरे लोगों को इग्नोर किया जा रहा था’। उन्होंने कहा- ‘अगर हम 2011 में विश्व कप जीतने के लिए काफी अच्छे थे, तो उसके बाद हमने एक भी मैच क्यों नहीं साथ में खेला? क्या वह टीम सिर्फ विश्व कप जीतने के लिए अच्छी थी और उसके बाद खराब हो गई?’
भज्जी, युवराज, सहवाग, गंभीर हुए टारगेट!
हरभजन सिंह ने आगे कहा, ’31 वर्षीय हरभजन सिंह, 30 वर्षीय युवराज सिंह, 32 वर्षीय वीरेंद्र सहवाग, 29 वर्षीय गौतम गंभीर, जो 2011 में खेले थे, क्या वो 2015 की विश्व कप टीम में खेलने के लिए ठीक नहीं थे? उन्हें एक-एक करके टीम से क्यों हटाया गया? उनके साथ यूज एंड थ्रो यानि इस्तेमाल करके फेंक देने वाला व्यवहार क्यों किया गया?
‘मेरी टांग खींच रहे थे लोग’
हरभजन सिंह ने कहा, ‘यह भारतीय क्रिकेट की एक दुखद कहानी है। मुझे नहीं पता कि अब क्या हो रहा है। लेकिन 2011 तक बहुत से लोगों ने मेरी मदद की, बहुतों ने मेरी टांग खींची। लेकिन, 2012 के बाद उन्होंने मुझे पूरी तरह से बाहर निकालने के लिए मेरी टांग खींची। मैं 2011 में 31 साल का था और मैंने 400 विकेट लिए थे। और एक 31 साल का लड़का रातों-रात 400 विकेट नहीं ले सकता। उसने कुछ सही किया होगा।’
गौरतलब है कि टीम इंडिया के पूर्व स्पिनर हरभजन सिंह ‘भज्जी’ ने हाल ही में क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास ले लिया है। हरभजन सिंह ने भारतीय टीम के साथ अपने 23 के साल लंबे सफर को विराम देने से पहले दो विश्व कप जीते और अपने नाम 700 से ज्यादा इंटरनेशनल विकेट दर्ज किए। हरभजन सिंह का इंटरनेशनल करियर काफी शानदार रहा है।