इस देश में छोटी बच्चियां भी हो रही गर्भवती, जानें वजह
एक सामान्य मानव जीवन में लगभग एक चीज की एक निर्धारित आयु सीमा होती है। ऐसे में वो चीजें उसी कालावधि में हो। फिर बेहतर होता है। अब जैसे देखिए कि लगभग अधिकतर देशों में शादी की अपनी एक उम्र निर्धारित की गई है। ऐसे में हर बात के लिए अपना एक निर्धारित समय होना चाहिए।
अब देखिए न महिलाओं में मासिक धर्म आदि का लगभग एक निर्धारित काल-चक्र होता है, लेकिन आज हम आपको एक ऐसे देश की कहानी बताने जा रहें। जहां लड़कियां कम उम्र में ही गर्भवती हो रही है और ऐसे में इस बात से वहां की सरकार भी चिंतित है। आइए ऐसे में जाने क्या है आख़िर पूरी कहानी…
बता दें कि सामान्यतः महिलाओं के गर्भधारण करने का एक निश्चित काल क्रम होता है, लेकिन बदलती जीवन शैली और जलवायु परिवर्तन आदि के कारण अब लड़कियां उम्र से पहले भी गर्भ धारण के योग्य बनने लगी है। ऐसे में बता दें कि यह पूरा घटनाक्रम सुदूर देश जिम्बाब्वे का है। जो वैश्विक परिदृश्य पर एक गरीब और पिछड़े देश के रूप में अपनी पहचान रखता है। मालूम हो कि इन दिनों वहां कम उम्र की लड़कियां भी प्रेगनेंट हो रही हैं और यह उस दौर में हो रहा है, जब वहां कोरोना के कारण स्कूल-कॉलेज बंद है।
ऐसे में बता दें कि दरअसल जिम्बाब्वे में कानूनी रूप से शादी के लिए कोई उम्र तय नहीं की गईं है। इसीलिए कहा जा रहा है कि यहां यौन संबंध बनाना आम बात है और कोविड के दौरान लोग घरों में ज़्यादा समय बिताते हैं। ऐसे में दिक्कतें ज्यादा आ रही है।
गौरतलब हो कि एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक डेढ़ करोड़ की आबादी वाले इस देश में मार्च 2020 से लॉकडाउन लगा है और उसके पहले 6 महीने के लिए स्कूलों को पूरी तरह बंद कर दिया था। ऐसे में अब उसके घातक परिणाम निकलकर सामने आ रहें हैं। वहीं मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो स्कूल और कॉलेज बंद होने की वजह से यहां की लड़कियों की गर्भ निरोधक दवाओं और क्लीनिकों तक पहुंच भी कम हो गई। जिसकी वजह से भी प्रेग्नेंसी की दर में बढ़ोतरी देखी गई।
एक उदाहरण से बात को समझें तो जिम्बाब्वे के ग्रामीण इलाके में रहने वाली 13 साल की एक लड़की वर्जीनिया मावुंगा है। अब उसे लड़की कहना उचित नहीं, क्योंकि वह लगभग 4 महीने के बच्चे तवनन्याशा की मां हैं और मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उसका पूरा दिन कुएं से पानी लाने, सड़क किनारे फल और सब्जी बेचने, खाना बनाने, सफाई करने और कपड़े धोने में बीत जाता है। वहीं इस विषय पर बात करते हुए वर्जीनिया कहतीं हैं कि, “अब यही मेरी पूरी जिंदगी है।”
ऐसे में आप सोच सकते हैं हालात कितने बद्दतर हैं। कम उम्र में मां बनने के कितने नुकसान यह कोई बताने और समझाने का विषय नहीं। वहीं कहा ये भी जाता है कि जिम्बाब्वे में शादी के लिए दो कानून हैं। एक है विवाह एक्ट और दूसरा है ट्रेडिशनल मैरिज एक्ट, लेकिन दुर्भाग्य देखिए कि कोई भी कानून यह नहीं बताता कि शादी के लिए कम से कम उम्र क्या है? ऐसे में अब खबरों के मुताबिक जिम्बाब्वे में लगभग एक तिहाई लड़कियों की शादी 18 साल की उम्र से पहले हो जाती है और इसके पीछे की बड़ी वजह लड़कियों को शिक्षा से दूर रखना है। ऐसे में कुल-मिलाकर देखें तो जिम्बाब्वे में लड़कियों की स्थिति बहुत बुरी है, लेकिन इसके प्रति सब लगभग खमोश है।