जब ‘देवदूत’ बनकर आया स्विगी डिलीवरी ब्वॉय, मौत के मुंह से निकल आए रिटायर्ड कर्नल
इंसानियत की भावना जब प्रबल होती है तो उसे देव भावना में बदलने में देर नहीं लगती। ऐसी भावना वाला व्यक्ति इंसान के रूप में देवदूत बन जाता है। ऐसा ही एक देवदूत स्विगी डिलीवरी ब्वॉय के रूप में आया और सेना के रिटायर्ड कर्नल को मौत के मुंह से निकाल कर उनकी जान बचा ली। क्या है पूरा मामला आपको आगे बताते हैं-
जब देवदूत बना डिलिवरी ब्वॉय
‘डिलीवरी ब्वॉय’ का काम होता है ऑर्डर होने पर खाना या दूसरी चीजों को आप तक पहुंचाना। अगर देखा जाए, तो खाना या सामान डिलेवर होने के बाद एक डिलीवरी बॉय की भूमिका खत्म हो जाती है, लेकिन मुंबई में स्विगी के एक कर्मचारी मृणाल किरदत ने बीमार को अस्पताल पहुंचाकर इंसानियत की मिसाल कायम की है। जिसके बाद उसे डिलीवरी बॉय की जगह ‘देवदूत’ कहा जा रहा है। रिटायर्ड कर्नल मोहन मलिक जिनकी जान इस डिलिवरी ब्वॉय की वजह से बची है, उन्होंने खुद उस वाकये को शेयर किया है।
ऐसे बची कर्नल की जान
स्विगी की तरफ से इंस्टाग्राम पर कर्नल और किरदत की एक तस्वीर पोस्ट की गई है। साथ में कर्नल के हवाले से लिखा है, ’25 दिसंबर को गंभीर रूप से बीमार हुआ और मेरे बेटे ने मुझे लीलावती अस्पताल ले जाने का फैसला किया। वहां बहुत ज्यादा ट्रैफिक था और हम एक इंच भी नहीं बढ़ पा रहे थे। मेरा बेटा लगातार दो पहिया चालकों से मदद की गुहार लगाता रहा, क्योंकि वे ट्रैफिक में तेजी से निकल सकते थे और मुझे अस्पताल पहुंचा सकते थे। लेकिन पास से गुजरने वाले किसी ने भी मदद नहीं की।’
आगे उन्होंने लिखा, ‘एक स्विगी डिलीवरी बॉय दयालु था और वह तत्काल मुझे अस्पताल ले जाने के लिए तैयार हो गया। बार-बार चिल्लाकर मृणाल किरदत ने अन्य वाहन चालकों को रास्ता देने के लिए कहा। आखिरकार मृणाल मुझे लेकर अस्पताल पहुंच गया। मृणाल ने अस्पताल स्टाफ को जानकारी दी कि हालत गंभीर है और उन्हें जल्दी से जल्दी भर्ती किया जाय।’
डिलिवरी ब्वॉय की हो रही तारीफ
मामले के सामने आने के बाद इंटरनेट यूजर्स जमकर प्रतिक्रिया दे रहे हैं। यूजर्स डिलीवरी बॉय को सुपरमैन बता रहे हैं। हालांकि, ऐसा पहली बार नहीं है, जब डिलीवरी बॉय से जुड़े इस तरह के किस्से सामने आए हैं। बीते साल भी ट्विटर यूजर ने अपना अनुभव साझा करते हुए बताया था कि कैसे एक जोमैटो डिलीवरी बॉय अपना वॉलेट खो देने के बाद भी खाना पहुंचाने आया था।