रामनाथ कोविंद होंगे देश के 14वें राष्ट्रपति, पुरे देश में मनाया जा रहा है जीत का जश्न!
लखनऊ – आखिर वो घड़ी आ गई जब देश को भारत के प्रथम नागरिक के रूप में 14 वां राष्ट्रपति मिल गया। विपक्षियों के प्रबल विरोध के बावजूद सत्ता पक्ष के प्रत्याशी राम नाथ कोविन्द अप्रत्याशित मतों से जीत दर्ज की है और अब वें देश के अगले राष्ट्रपति बनने के लिए तैयार हैं। राम नाथ कोविन्द के पैतृक निवास में जीत का जश्न शुरु हो चुका है।Ramnath kovind president of india.
अगले राष्ट्रपति होंगे कोविंद, रिकॉर्ड मतों से जीते चुनाव :
एनडीए उम्मीदवार रामनाथ कोविंद ने यूपीए की प्रत्याशी मीरा कुमार को लगभग 3 लाख 34 हजार वोटों के अंतर से हराकर राष्ट्रपति के लिए अपना नाम पक्का कर लिया है। कोविंद को बहुमत से कई गुना ज्यादा वोट मिले हैं। कोविंद को कुल वोट का 65.65 फीसदी वोट प्राप्त हुआ है। जबकि यूपीए उम्मीदवार मीरा कुमार को महज 35.34 फीसदी वोट मिले हैं, जो कोविंद के मुकाबले आधे हैं। रामनाथ कोविंद को 7,02,044 तथा मीरा कुमार को कुल 3,67,314 मिले हैं।
गांव में लोग गाना गा रहे हैं – मेरे बाबा की भई सरकार :
रामनाथ कोविंद के गांव में इस वक्त जीत का माहौल है। गांव के लोग गाना गा रहे हैं – मेरे बाबा की भई सरकार। कोविंद की जीत के एलान के बाद से ही उन्हें बधाई देने वालों का तांता लग गया है। सत्तापक्ष से लेकर विरोधी दलों के नेताओं ने बधाई संदेश भेजे। इसमें सबसे पहला नाम रहा देख के प्रधानमंत्री नरेन्द्र नोदी का। पीएम मोदी के अलावा, अमित शाह समेत तमाम नेताओं ने कोविंद को जीत की बधाई दी है।
रामनाथ कोविंद की जिंदगी के बारे में कुछ अहम बातें :
कोविंद देश के 14वें राष्ट्रपति बनने जा रहे हैं। बिहार के राज्यपाल से एनडीए के राष्ट्रपति उम्मीदवार बने कोविंद की जिंदगी के सफर की बात करें तो रामनाथ कोविंद का जन्म एक अक्टूबर 1945 को उप्र के परौंख गांव हुआ था। कोविंद अनुसूचित जाति के अंतर्गत आते हैं। जून 1975 में आपातकाल के बाद जनता पार्टी की सरकार बनने पर वे वित्त मंत्री मोरारजी देसाई के निजी सचिव रहे और जनता पार्टी की सरकार में सुप्रीम कोर्ट के जूनियर काउंसलर के पद पर कार्य किया। कोविंद साल 1991 में भाजपा में शामिल हुए थे। वो भाजपा प्रवक्ता भी रहे हैं।