ट्रेन की यात्राएं तो कई दफा की होगी, लेकिन क्या आपको पता है PNR नंबर का मतलब?…
जानिए आखिर दस अंकों का ही क्यों होता है पीएनआर नंबर और क्या है इसका पूरा नाम ...
PNR Number: जब भी हम कोई लम्बा सफर देश के भीतर तय करते हैं, फिर ट्रेन ही हमारा सहारा बनती है। जी हाँ इसके पीछे लॉजिक भी है, क्योंकि ट्रेन की ही जर्नी एक ऐसी यात्रा होती है। जो बजट में तो होती है साथ ही साथ इसका सफर भी आनंददायक और रोचक होता है। वैसे भी हमारे देश का रेल नेटवर्क दुनिया में चौथे नंबर पर आता है। ऐसे में आप समझ सकते हैं कि देश के लगभग हर हिस्से से होकर ट्रेन गुजरती है। इतना ही नहीं हमारे देश में लगभग 65,000 किमी से अधिक लम्बाई का रेल मार्ग विकसित किया जा चुका है।
ऐसे में यह तो चर्चा हुई भारतीय रेलवे के बढ़ते दायरे और उसके माध्यम से सफर की, लेकिन आज हम आपको PNR Number के बारे में बताने जा रहें हैं। आइए ऐसे में समझें पूरी कहानी…
बता दें कि आप जब भी ट्रेन में सफर करते हैं तो उससे पहले टिकट तो जरूर खरीदते होंगे। जी हाँ और इसी टिकट पर कई तरह की जानकारियां होती हैं, लेकिन मालूम हो कि इसमें सबसे ज्यादा जो महत्व रखता है वो होता है PNR नंबर। ऐसे में आपसे पहले एक सवाल क्या आप इसका पूरा नाम जानते हैं? चलिए नहीं भी जानते तो हम बता रहें इसकी पूरी कहानी।
गौरतलब हो कि रेलवे में सफर करते समय या टिकट बुकिंग के समय अक्सर आप सभी ने PNR नंबर के बारे में जरूर सुना या पढ़ा होगा। ऐसे में क्या आप पीएनआर नंबर के बारे में सभी जानकारियों के बारे में जानते हैं, अगर नहीं तो बता दें कि PNR नंबर एक डेटाबेस है, जिसमें यात्रा और यात्री की जानकारी होती है। वहीं इसका अर्थ Passenger Name Record होता है। मालूम हो कि इस डेटाबेस में किसी भी यात्री या यात्रियों के समूह का यात्रा विवरण सहेजा जाता है और यह दस अंकों वाला यूनिक नंबर होता है, जिसमें यात्री की व्यक्तिगत जानकारी जैसे नाम, उम्र और लिंग आदि का विवरण होता है।
इसके अलावा बता दें कि आप पीएनआर नंबर के जरिए ही सबकुछ चेक करते हैं। जैसे कि कब की ट्रेन है, कौन सी ट्रेन है और कौन सी बर्थ है आदि। वहीं मालूम हो कि 10 नंबर वाले इस पीएनआर नंबर में इन नंबरों का भी अलग-अलग अर्थ होता है। जैसे- शुरुआती तीन अंक ये बताते है कि किस पीआरएस के तहत टिकट बुक हुआ है और शुरुआती 2 और 3 का कोड NR, NCR, NWR, NIR के लिए होता है, जो नई दिल्ली पीआरएस के बारे में बताता है।
वहीं, 4 और 5 SR, SWR और SCR के लिए होता है, जो चेन्नई पीआरएस के बारे में बताता है। जबकि, 6 और 7 कोड NFR, ECR, ER, ECOR, SER,SECR के लिए होता है। यह कोलकात्ता पीआरएस के बारे में जानकारी देता है। वहीं, 8 और 9 संख्या सीआर, डब्ल्यूसीआर और डब्ल्यूआर के लिए होता है, जो मुंबई पीआरएस के बारे में जानकारी देता है।
इसके अलावा बता दें कि जब भी कोई यात्री एक यात्रा कार्यक्रम को बुक करता है। उसके बाद ट्रेवल एजेंट कंपनी की वेबसाइट के माध्यम से airline या रेलवे कंपनी द्वारा उपयोग किए जाने वाले computer reservation system में PNR बनाता है और बुकिंग के इस चरण के दौरान, CRS एक Alpha-numeric record locator उत्पन्न करता है।