भारतीय लड़के की आंख में पट्टी बांधी, फिर पीटा,बिजली के झटके दिए:चीनी सेना का थर्ड डिग्री टॉर्चर!
चीन की सेना ने कुछ दिन पहले जिस भारतीय लड़के को वापस भारतीय सेना को सौंपा है उसके साथ भयानक टॉर्चर की बात सामने आई है। लड़के पिता ने अपने बच्चे को साथ हुए अत्याचार का जो खुलासा किया है वो बेहद चौंकाने वाला है।
अरुणाचल प्रदेश से चीन की सेना ने जिस भारतीय युवक को पकड़ा था, उसे उसके मां-बाप को सौंप दिया गया है। लेकिन उसके पिता का आरोप है कि उनके बेटे को पीठ पर मारा गया और उसे बिजली के झटके भी दिए गए। अब अरुणाचल प्रदेश से बीजेपी के सांसद तापिर गाओ ने केंद्र सरकार से इस पर ठोस कदम उठाने को कहा है।
मीराम के पिता ओपांग तारोन ने आरोप लगाते हुए कहा है कि इस पूरी घटना ने उनके बेटे को डरा दिया है और वह मानसिक रूप से परेशान हो गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि चीन की जनमुक्ति सेना (पीएलए) के कब्जे में एक सप्ताह से अधिक समय तक रहने के दौरान उसे बांधा गया और उसकी आंखों पर भी पट्टियां बांधी गईं।
ओपांग तारोन ने कहा, ‘वह अब भी सकते में है. उसे पीठ पर मारा गया और शुरुआत में बिजली के हल्के झटके दिए गए। ज्यादातर समय उसकी आंखों पर पट्टी बांधी गई और उसके हाथ बांधकर रखे गए। वे उसे तभी खोलते थे जब उसे भोजन करना होता था या शौच के लिए जाना होता था। उन्होंने उसे पर्याप्त भोजन भी नहीं दिया।’
This issue is not limited to Miram Taron. We’ve dense jungles in border areas where intruding PLA troops abduct our people when they go for hunting & collecting herbs. Such incidents will keep happening until we resolve the boundary: Tapir Gao, BJP MP from Arunachal Pradesh https://t.co/RhGVNEU9li
— ANI (@ANI) February 2, 2022
बीजेपी के सांसद तापिर गाओ ने कहा, “मुझे खबर मिली है कि मीराम तारोन नाम के युवक को 27 जनवरी को चीनी सेना ने भारत को सौंप दिया। उसे चीनी सेना ने मारा और बिजली के झटके भी दिए। यह गंभीर मसला है और मैं सरकार से अनुरोध करता हूं कि वह इस मामले को संबंधित प्राधिकरण के सामने उठाए”।
उन्होंने कहा, यह मामला सिर्फ मीराम तारोन तक ही सीमित नहीं है। सीमा पर घने जंगल हैं, जहां चीनी सेना हमारे लोगों को अगवा करती रहती है, जब वे शिकार या फिर सामान लाने जाते हैं। ऐसे मामले तब तक नहीं ठीक होंगे, जब तक सीमा विवाद नहीं सुलझेगा। बीजेपी सांसद ने आगे कहा, अरुणाचल प्रदेश के लोंगडिंग जिले से एक भूमिगत संगठन ने तीन मजदूरों का अपहरण कर लिया। इनमें से एक को रिहा कर दिया गया, लेकिन दो अभी भी कैद में हैं।
एलएसी के पास लुंगता जोर इलाके से 18 जनवरी को चीनी सेना ने मीराम (17) का उस समय अपहरण कर लिया था जब वह अपने दोस्त जॉनी यायिंग के साथ शिकार पर गया था. यायिंग किसी तरह घटनास्थल से भाग निकला और उसने इसकी जानकारी दी थी। चीनी सेना ने अन्जॉ जिले के किबितू में वाचा-दमाई केंद्र में 27 जनवरी को मीराम को भारतीय सेना को सौंपा था, जहां वह आइसोलेशन में रहा। गौरतलब है कि चीन के साथ अरुणाचल प्रदेश की 1,080 किलोमीटर की सीमा लगती है।