आतंकियों के पनाहगाह पाकिस्तान को अमेरिका ने लगायी फटकार, कहा खुलेआम रैलियाँ करते हैं हाफिज़-जैश!
वाशिंगटन: पाकिस्तान भले ही यह कहता फिरे कि वह आतंकियों को शरण नहीं देता है और आतंवाद से उसका कोई लेना-देना नहीं है, लेकिन उसकी इस बात पर कोई यकीन नहीं करता है। पूरी दुनिया इस बात से परिचित है कि अगर विश्व में आतंवाद अगर इतना पनपा है तो उसमें पाकिस्तान ने पूरी मदद की है। आज पाकिस्तान आतंकियों को केवल छुपने की जगह ही नहीं बल्कि आर्थिक मदद और हथियार भी देता है।
मिल चुके हैं पाकिस्तान के खिलाफ कई सबूत:
पाकिस्तान भारत में आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए जम्मू-कश्मीर के अलगाववादियों की भी मदद करता है। भारत में आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए पाकिस्तानी सेना और वहाँ की ख़ुफ़िया एजेंसी आइएसआई का पूरा हाथ है। पाकिस्तान कई बार इस बात से इनकार भी कर चुका है, लेकिन उसकी बात पर कोई यकीन नहीं करता है। पाकिस्तान की आतंकवाद में संलिप्तता के कई सबूत भी मिल चुके हैं।
आतंकवादी संगठन खुलेआम कर रहे हैं पाकिस्तान में चंदा इकठ्ठा:
पाकिस्तान की इन्ही हरकतों की वजह से अमेरिका ने एक बार फिर पाकिस्तान को जमकर फटकार लगायी है। अमेरिका ने कहा कि पाकिस्तान भारत और अफगानिस्तान में हमला करने वाले आतंकियों के खिलाफ कार्यवाई नहीं कर रहा है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने अपने “कंट्री रिपोर्ट्स ऑन टेररिज्म-2016” रिपोर्ट में यह साफ़ कहा है कि लश्कर-ए-तैयबा जैसे बड़े आतंकवादी समूह पाकिस्तान में खुलेआम घूमकर चंदा इकठ्ठा कर रहे हैं।
भारत पर हमला करने वाले आतंकियों के खिलाफ कोई कार्यवाई नहीं:
पाकिस्तान अब भी आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में अमेरिका का सहयोगी है लेकिन वह अफगानिस्तान और भारत में आतंकी हमला करने वाले आतंकियों के खिलाफ कोई कार्यवाई नहीं करता है। इस रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि पिछले साल अफगानिस्तान में पाकिस्तान के अन्दर से आतंकवादी गुट हक्कानी नेटवर्क ने अमेरिकी सैनिकों पर हमला किया था। इसके बाद भी पाकिस्तान ने हक्कानी नेटवर्क के खिलाफ कोई कार्यवाई नहीं की।
पाकिस्तान में दे रहे हैं आतंकियों को प्रशिक्षण:
यह आतंकवादी गुट पाकिस्तान के अन्दर सक्रिय रहे। आतंकवादियों को प्रशिक्षण देते रहे और आतंवादी घटनाओं को अंजाम देने के लिए चंदा इकट्ठा करते रहे। खूंखार आतंकी हाफिज़ सईद अब भी पाकिस्तान में रैलियाँ कर रहा है। जिन लोगों को संयुक्त राष्ट्र ने आतंकी घोषित कर दिया है, उनके चंदा इकठ्ठा करने पर भी पाकिस्तान रोक नहीं लगा रहा है। लश्कर-ए-तैयबा पाकिस्तान में प्रतिबंधित है, लेकिन इसके शाखा माने जाने वाले जमात-उद-दावा और फलाहे इंसानियत जैसे संगठन खुलकर चंदा इकठ्ठा कर रहे हैं।