अपनी बल्लेबाजी की वजह से इस शख्स का थप्पड़ खा चुके हैं सहवाग, गांगुली ने खड़ा कर दिया बखेड़ा
इस शख्स ने जड़ दिया था वीरेंद्र सहवाग को थप्पड़, तो गांगुली ने खड़ा कर दिया था बखेड़ा। फिर ऐसे सुलझा था मामला...
एक समय तक भारतीय क्रिकेट टीम के सलामी बल्लेबाज रहें वीरेंद्र सहवाग को शायद ही कोई क्रिकेट प्रशंसक भुला पाएं। जी हाँ भले ही अब वो मैदान पर बल्ला उठाए नजर नहीं आते, लेकिन उनकी बैटिंग स्टाइल के लोग आज भी मुरीद है। बता दें कि बतौर ओपनर बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग की अपनी बैटिंग करने की अलग ही स्टाइल थी। वो चौके-छक्के लगाने में ज्यादा विश्वास रखते थे, न कि 22 गज की पिच पर रन भगाने की। लेकिन आज हम आपको वीरेंद्र सहवाग से जुड़ा एक ऐसा किस्सा बताने जा रहें, जिसे शायद आप भी सपने में न याद करना चाहें…
बता दें कि अक्सर वीरेंद्र सहवाग अपनी बैटिंग के लिए ही पहचाने गए, लेकिन एक बार कुछ यूँ हो गया। जो कहीं न कहीं क्रिकेट इतिहास के लिए एक काला दिन साबित हुआ। गौरतलब हो कि एक बार ऐसा विवाद देखने को मिला, जिसे कोई भी याद नहीं करना चाहेगा और दरअसल, उस दौरान हुआ ये था कि विस्फोटक ओपनर रहे वीरेंद्र सहवाग को एक शख्स ने थप्पड़ जड़ दिया था।
वहीं उसके बाद जो हुआ, उसकी शायद ही कोई परिकल्पना कर सकता है। मालूम हो कि इस घटना के तुरंत बाद बवाल मच गया और फिर उस समय के कप्तान सौरव गांगुली भी बहुत नाराज दिखे थे और सहवाग को थप्पड़ मारे जाने के बाद सौरव गांगुली यानि दादा ने भी उस दौरान अपना आपा खो दिया था।
मालूम हो कि इस मामले को प्रकाश में लाने का काम साल 2013 में पूर्व बीसीसीआई उपाध्यक्ष और वर्तमान कांग्रेस नेता राजीव शुक्ल ने किया था। उस दौरान राजीव शुक्ल ने बताया था कि यह साल 2002 का मामला था। जब भारत इंग्लैंड दौरे पर वनडे सीरीज के लिए गई हुई थी। इसी दौरान टीम इंडिया के तत्कालीन कोच जॉन राइट सहवाग की बल्लेबाजी से बेहद खफा नजर आ रहें थे, ऐसे में एक दिन जॉन राइट को इतना गुस्सा आया कि उन्होंने सहवाग को थप्पड़ जड़ दिया।
फिर क्या था आगे राजीव शुक्ल ने खुलासा करते हुए बताया था कि जब इस बात का पता सौरभ गांगुली को चला तो वो बुरी तरीके से जान राइट पर भड़क गए। वहीं मालूम हो कि अपनी बात आगे रखते हुए राजीव शुक्ल ने कहा कि वो उस टीम के मैनेजर थे। ऐसे में गांगुली ने शुक्ला से कहा कि जॉन को माफी मांगनी होगी। वहीं फिर इस मसले पर शुक्ला ने गांगुली से कहा कि वह इस मुद्दे पर जॉन राइट से बात करेंगे और जॉन राइट ड्रेसिंग रूम के बाहर सिगरेट पी रहे थे।
ऐसे में जब इस बात को राजीव शुक्ल ने जॉन राइट के सामने रखा तो उन्होंने कहा कि, “मैंने बतौर एक टीचर सहवाग पर गुस्सा उतारा है।” इतना ही नहीं उस दौरान जॉन राइट का कहना था कि, “मैंने केवल धक्का दिया है, थप्पड़ नहीं मारा है। वह बार-बार एक ही गलती दोहरा रहा था। मुझे उसकी गलती बर्दाश्त नहीं हो रही थी।” वहीं मालूम हो कि उक्त मुद्दे पर कप्तान सौरभ गांगुली का स्टैंड क्लियर था कि जॉन राइट को तो माफ़ी ही मांगनी पड़ेगी। ऐसे में फिर इस मुद्दे में बीच -बचाव के लिए सचिन तेंदुलकर आते हैं तब जाकर यह मामला कहीं शांत पड़ता है।
वहीं आखिर में बता दें कि भले सहवाग अपनी तूफानी बल्लेबाजी की शैली की वजह से कई बार जल्दी आउट हो जाते थे और कहीं न कहीं इसी वजह से उन्हें जॉन राइट के हाथ से थप्पड़ खाना पड़ा, लेकिन उनकी यही शैली उनकी पहचान थी और उन्होंने अपने करियर में इसी बल्लेबाजी के बूते अनेक रिकॉर्ड बनाएं। जिसमें टेस्ट मैचों में डॉन ब्रैडमैन के अलावा सिर्फ वीरेंद्र सहवाग ही एकमात्र खिलाडी रहें, जिन्होंने दो ट्रिपल सेंचुरी और एक 290 से ज्यादा का स्कोर बनाया। इसके अलावा भी क्रिकेट इतिहास के कई रिकॉर्ड सहवाग के नाम पर ही दर्ज हैं।