भूखे पेट परीक्षा देने गया था बेटा, मां बार बार खाने के लिए फ़ोन करती रही लेकिन मिली मौत की खबर
सड़क हादसे आए दिन होते रहते हैं। इन हादसों में कमी लाना काफी हद तक हमारे हाथ में होता है। यदि हम सभी यातायात के नियमों का पालन करें तो ऐसे हादसों में भारी कमी लाई जा सकती है। हालांकि लोग बड़े लापरवाह होते हैं। गलत साइड में चलना, तेज रफ्तार से वाहन दौड़ाना, हेलमेट नहीं पहना इत्यादि कई नियम हैं जिनकी धज्जियां उड़ाई जाती है।
यातायात के नियमों को तोड़ आप अपनी जान तो खतरे में डालते ही हैं, लेकिन अपने आसपास चल रहे लोगों की जान जाने का रिस्क भी बड़ा देते हैं। आपकी एक गलती किसी मासूम या बेकसूर की जान ले सकती है। अब राजस्थान के जयपुर की यह घटना ही ले लीजिए।
परीक्षा देने गया था बेटा
यहां जालूपुरा थाना क्षेत्र में रहने वाला कामिल एलबीएस काॅलेज में परीक्षा देने गया था। वह घर से खाना खाकर नहीं निकला था। जब उसकी परीक्षा खत्म हुई तो वह घर के लिए निकला, लेकिन पहुंचा नहीं। उधर कामिल की मां ने अपने भूखे बेटे के लिए स्वादिष्ट भोजन तैयार कर के रखा था।
मां को चिंता थी कि बेटा भूखा गया है। जल्दी आकर खाना खा ले। लेकिन बहुत देर हो गई थी और वह घर नहीं लौटा था। मां ने उसे खाना खिलाने के लिए बार-बार फोन भी किया, लेकिन कामिल कोई जवाब नहीं दे रहा था। मां के मन की बैचेनी बढ़ने लगी। फिर वही हुआ जिसका उन्हें डर था। कामिल के साथ एक बुरी घटना हो गई।
घर लौटते में हुआ हादसे का शिकार
दरअसल कामिल जब कॉलेज से परीक्षा देकर घर लौट रहा था तो उसका एक्सीडेंट हो गया। वह स्कूटी से घर आ रहा था। सही दिशा में और आराम से ही जा रहा था। हालांकि एक अज्ञात बाइक सवार तेज रफ्तार से पीछे से आया और उसने कामिल की स्कूटी को टक्कर मार दी।टक्कर से कामिल का स्कूटी से कंट्रोल छूट गया। वह बेकाबू होकर डिवाईडर से टकरा गया। इससे उसके सिर में गंभीर चोटें आई। उसके साथ उसे आनन फानन में अस्पताल ले गए। यहां उसका दो दिन इलाज चला। वह कोमा में रहा। लेकिन फिर जिंदगी की जंग हार गया। उसकी मौत हो गई।
पुलिस ने दर्ज किया केस
घटना के बाद लालकोठी पुलिस ने बाइक सवार के खिलाफ केस दर्ज कर लिया। वहीं मां का बेटे की मौत पर रो-रोकर बुरा हाल है। वह अपने भूखे बेटे को आखिरी बात प्यार से खाना भी नहीं खिला पाई। पुलिस जानकारी के अनुसार कामिल का एक्सीडेंट अलबर्ट हाॅल से टोंक रोड की तरफ जाने वाले रास्ते पर हुआ।
ऐसे हादसों से बचने के लिए देश के हर नागरिक को जिम्मेदारी के साथ वाहन चलाना होगा। रफ्तार को काबू में रखें, गलत साइड से न जाएं और सबसे जरूरी हेलमेट का इस्तेमाल हमेशा करे। यदि कामिल ने भी हेल्मेट पहना होता तो शायद आज वह हमारे बीच होता।