मंदिर जैसी पवित्र जगह हुई पुजारी की हत्या, गला रेंतकर उतारा मौत के घाट, सामने आई ये वजह
आज की दुनिया में इंसानियत नाम की चीज खत्म हो गई है। आए दिन हत्या से जुड़े मामले सामने आते रहते हैं। आलम ये होता है कि लोग बूढ़े और धार्मिक लोगों को भी नहीं छोड़ते हैं। अपने फायदे के लिए वे उन्हें मौत की घाट उतारने से भी पीछे नहीं हटते हैं। अब मध्य प्रदेश के रीवा जिले की यह घटना ही ले लीजिए।
मंदिर में हुई पुजारी की हत्या
रीवा जिले के जवा में एक मंदिर परिसर में ही पुजारी की हत्या कर दी गई। सुबह जब लाश मिली तो हंगामा मच गया। पुजारी बेहद बुजुर्ग था। वह भगवान की भक्ति में लीन रहता था। मंदिर में कुछ निर्माण का कार्य चल रहा था जिसके चलते वह वहीं सो रहा था। हालांकि रात के अंधेरे में सोते समय किसी ने पुजारी की गला रेंतकर हत्या कर दी।
लाश देख मची सनसनी
सुबह जब मंदिर में भक्त दर्शन करने आए तो पुजारी की लाश देख दंग रह गए। उन्होंने आनन-फानन में पुलिस को सूचना दी। पुजारी की पहचान त्रिभुवन प्रसाद केवट पिता काशी प्रसाद केवट के रूप में हुई है। वह 69 वर्ष का था। वह जवा थाना अंतर्गत आने वाले मनाहर तालाब के पास स्थित दादू शिव मंदिर में बतौर पुजारी काम करता था।
मंदिर में बिताई थी रात
त्रिभुवन मूल रूप से गांव रतनी का रहने वाला था। उसका गाँव मंदिर से लगभग 3 किलोमीटर दूर है। दादू शिव मंदिर के प्रधान पुजारी की मृत्यु के बाद त्रिभुवन मंदिर का कार्यभार संभाल रहा था। मंदिर में निर्माण कार्य की वजह से वह रात वहीं रुका था। लेकिन बुधवार (26 जनवरी) की रात कुछ अज्ञात आरोपियों ने उनकी गला काट हत्या कर दी।
चोरों पर है हत्या का शक
हैरत की बात ये है कि पुलिस थाना मंदिर से महज दो किलोमीटर की दूरी पर ही है। हत्या की ठोस वजह अभी स्पष्ट नहीं है। लेकिन पुलिस को शक है कि ये हत्या चोरी के उद्देश्य से की गई होगी। दरअसल पुजारी की झोली में जो पैसे थे वह गायब हैं। हालांकि पुलिस अभी इसकी जांच कर रही है। तथ्यों के सामने आने पर ही मामला स्पष्ट हो सकेगा।
लोगों का फूटा गुस्सा
उधर पुजारी की हत्या के बाद स्थानीय लोगों में काफी गुस्सा उमड़ रहा है। उन्हें यकीन नहीं हो रहा कि कोई मंदिर जैसी पवित्र जगह पर मर्डर कर गया। वह भी एक बुजुर्ग पुजारी को मार दिया। लोग पुलिस से आरोपी को जल्द पकड़ने और उसे सख्त से सख्त सजा देने की मांग कर रहे हैं।