शेफ बनना चाहते थे धनुष, 12 में हुए फेल तो घर वालों ने बना दिया एक्टर; 6 मिनट में लिखी थी कोलावरी
साउथ के सुपरस्टार रजनीकांत की बेटी ऐश्वर्या को तलाक देकर चर्चा में आए धनुष बहुआयामी प्रतिभा के धनी व्यक्ति हैं। जी हां यह सिर्फ़ हम नहीं कह रहें बल्कि कई मीडिया रिपोर्ट्स कहती है।
मालूम हो कि धनुष न सिर्फ़ एक एक्टर हैं, बल्कि राइटर, प्रोड्यूसर, डायरेक्टर और प्लेबैक सिंगर तक हर विधा में महारथ हासिल है और 11 साल पहले इनका एक गाना काफ़ी वायरल हुआ था जिसके बोल ‘वाय दिस कोलावेरी डी’ था। मालूम हो तो इस गाने के लेखक धनुष ही थे। आइए ऐसे में आज हम समझते हैं इस एक्टर के बहुआयामी व्यक्तित्व को…
बता दें कि धनुष का शुरुआती जीवन काफी साधारण था और इनका असल नाम भी धनुष न होकर ‘वेंकेटेश प्रभु कस्तूरी राजा’ था, लेकिन धीरे-धीरे धनुष जब बड़े हुए तो उनके ख़्वाब भी बड़े होते चले गए और उन्होंने अपना नाम धनुष कर लिया।
मालूम हो कि धनुष को पहली बार प्रसिद्वि साल 2011 के आसपास मिली थी। जब उनका गाना ‘वाय दिस कोलावेरी डी’ ने धूम मचाया था। बता दें कि इस गाने ने इस कदर धूम मचाई थी कि इस गाने को यूट्यूब ने ‘गोल्ड अवॉर्ड’ से नवाजा था।
45 से ज्यादा फिल्में और चार नेशनल अवॉर्ड जीते हैं धनुष ने…
वहीं बता दें कि 2002 में तमिल फिल्म ‘थुल्लुवाधो इलमाई’ से अपने करियर की शुरुआत धनुष ने की थी और फिर 2013 में बॉलीवुड में फिल्म ‘रांझणा’ की। इसके अलावा साल 2018 में इन्होंने फ्रेंच कॉमेडी ‘एक्स्ट्रा ऑर्डनरी जर्नी ऑफ अ फकीर’ में बतौर लीड एक्टर भी काम किया।
बता दें कि अब तक 45 से अधिक फिल्मों में काम कर चुके हैं धनुष और उन्हें चार नेशनल अवॉर्ड जो क्रमशः दो एक्टर और दो प्रोड्यूसर के लिए मिलें हैं। इतना ही नहीं उनके हिस्से में अब तक एक फिल्म फेयर अवॉर्ड भी आ चुका है।
धनुष के पिता इस वजह से चलते थे 11 किलोमीटर पैदल…
बता दें कि आज भले धनुष एक सुपरस्टार हैं और करोड़ों में खेलते हैं। इतना ही नहीं विभिन्न मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उनके पास तकरीबन 160 करोड़ रुपए हैं, लेकिन आपको बता दें कि धनुष ने भी ग़रीबी देखी है और बता दें कि एक साक्षात्कार में धनुष ने बताया था कि फिल्मों में सफलता मिलने से पहले इनके पिता मिल में काम किया करते थे।
इतना ही नहीं कई बार घर में एक समय का भोजन भी नहीं होता था और तो और पिता जी एक समय 11 किमी तक पैदल जाते थे ताकि बस में लगने वाला किराया बचा सकें।
धनुष बनना चाहते थे शेफ और बन गए साउथ के सुपरस्टार…
वहीं कहते हैं न कि सब अपनी क़िस्मत अपने साथ लेकर पैदा होते हैं और ऐसा ही कुछ धनुष के साथ भी था। गौरतलब हो कि धनुष ने एक बार अपने बचपन से जुड़ा एक किस्सा साझा किया था कि, “उन्हें बचपन में एक बार एक रिमोट कंट्रोल से चलने वाली कार बहुत पसंद आई थी जो उनके दोस्त के पास थी।
उन्होंने दोस्त से कार खेलने के लिए मांगी लेकिन, उसने मना कर दिया जिस पर वे खूब रोए थे।” इतना ही नहीं एक बार धनुष ने बताया था कि वे शेफ बनना चाहते थे। परन्तु 12वीं में फेल हो गए। जिसके बाद में परिवार वालों ने दबाव डालकर उन्हें एक्टर बना दिया।
इस वजह से धनुष ने काटे थे कोर्ट के चक्कर…
बता दें कि तिरुअनंतपुरम, तमिलनाडु के एक बुजुर्ग दम्पति कथीरेसन और मीनाक्षी ने साल 2016 में यह दावा किया था कि वे धनुष के वास्तविक माता-पिता हैं और धनुष का असली नाम कलैयारासन है और साल 2002 में परीक्षा में कम अंकों के कारण इन्होंने घर छोड़ दिया था। इसके बाद वे चेन्नई आ गए और एक्टर बन गए।
गौरतलब हो कि दम्पति ने इसकी शिकायत बकायदा पुलिस स्टेशन और मुख्यमंत्री स्पेशल सेल में भी की और जिसके बाद यह साबित करने के लिए कि धनुष उस दम्पति के पुत्र नहीं। इसके लिए उन्हें कोर्ट के भी चक्कर लगाने पड़े थे।
वहीं धनुष से जुड़ी एक विशेष बात यह है कि, उन्होंने ‘वाय दिस कोलावेरी डी’ गाने को मात्र 6 मिनट में लिख डाला था और यह धनुष की फिल्म 3 का गाना है, जोकि कोलावेरी एक स्लैंग वर्ड है।